इस बार ईडी ने यह जानकारी हासिल करने के लिए समन भेजा है कि नेशनल हेराल्ड की ऑनर कंपनी यंग इंडिया को एक अमाउंट दान दिया गया है जिसके बारे में कोई विशेष उल्लेख नहीं है। एजेंसी उस लेनदेन की डिटेल जानना चाहती है।
ED summoned Karnataka Congress Chief: कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार व उनके सांसद भाई डीके सुरेश को मनी लॉन्डिंग केस में ईडी ने समन भेजा है। नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्डिंग केस में पूछताछ के लिए दोनों भाइयों को 7 नवम्बर को ईडी अधिकारियों के सामने पेश होना होगा। दरअसल, ईडी और सीबीआई ने डीके शिवकुमार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में भी अलग-अलग केस दर्ज किए हैं।
ईडी जांच कर रहे जांच अधिकारी बदल गए
नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस व यंग इंडिया केस के जांच अधिकारी यानी आईओ बदल गए हैं। अब दूसरे अधिकारी को इस केस की जिम्मेदारी दी गई है। इस मामले में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई दिग्गज कांग्रेसियों से पूछताछ हो चुकी है।
शिवकुमार ने दी समन मिलने की जानकारी
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने बताया कि ईडी ने उनको समन भेजा है। गुरुवार को उनको और सांसद भाई डीके सुरेश को 7 नवम्बर को पेश होने के लिए समन मिला है। कुछ डॉक्यूमेंट्स के साथ उन लोगों को पेश होना है। डीके शिवकुमार ने बताया कि पहले भी कई डॉक्यूमेंट्स दे चुके हैं लेकिन कुछ और मांगे गए थे जिसे वह इस बार आईओ को सौंपेंगे।
दो अलग-अलग केस दर्ज किया
कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने बताया कि ईडी और सीबीआई ने उनके खिलाफ अलग-अलग केस दर्ज किए हैं। आय से अधिक संपत्ति मामले में दोनों एजेंसियों ने केस दर्ज किया है। कांग्रेस नेता ने बताया कि दिल्ली हाईकोर्ट में वह दो-दो एजेंसियों द्वारा एक ही केस अलग-अलग दर्ज किए जाने पर आपत्ति किए हैं। उन्होंने बताया कि कोर्ट से अपील की है कि ऐसा नहीं हो सकता है। अब देखा जाए कि कानून क्या कहता है।
जानबूझकर उनको प्रताड़ित किया जा रहा
कांग्रेस नेता ने कहा कि न जाने क्यों जांच एजेंसियां उनके पीछे पड़ी हुई हैं। लेकिन वह अपनी कानूनी लड़ाई जारी रखेंगे। केंद्रीय एजेंसियां बार-बार समन भेजकर उनको प्रताड़ित कर रही हैं। दरअसल, इस बार ईडी ने यह जानकारी हासिल करने के लिए समन भेजा है कि नेशनल हेराल्ड की ऑनर कंपनी यंग इंडिया को एक अमाउंट दान दिया गया है जिसके बारे में कोई विशेष उल्लेख नहीं है। एजेंसी उस लेनदेन की डिटेल जानना चाहती है।
पहले भी अरेस्ट कर चुकी है ईडी
शिवकुमार पहली बार 2019 में ईडी के निशाने पर आए थे। 3 सितंबर 2019 को आय से अधिक संपत्ति मामले में कई दौर के पूछताछ के बाद अरेस्ट कर लिया गया था। यह मामला इनकम टैक्स डिपोर्टमेंट की कार्रवाई में उजागर हुआ था जिसके बाद ईडी ने एंट्री की थी। हालांकि, अक्टूबर 2019 में ही दिल्ली हाईकोर्ट ने डीके शिवकुमार को जमानत दे दी थी। लेकिन इस साल मई 2022 में ईडी ने शिवकुमार से जुड़े कई मामलों को संज्ञान में लेते हुए केस दर्ज किए थे।
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