कर्नाटक में चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच शिकायतों की लड़ाई शुरू हो गई है। भाजपा ने चुनाव आयोग से सोनिया गांधी के खिलाफ और कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ शिकायत की है।
बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 (Karnataka Assembly Election 2023) के लिए सोमवार को चुनाव प्रचार समाप्त हो गया। इस बीच भाजपा और कांग्रेस के बीच शिकायतों की लड़ाई शुरू हो गई है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ शिकायत की है और केस दर्ज करने की मांग की है। वहीं, भाजपा ने सोनिया गांधी के खिलाफ शिकायत दी है। दोनों ओर से केस दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की गई है।
कांग्रेस ने सोमवार को चुनाव आयोग में याचिका दायर कर पुलिस अधिकारियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश देने का अनुरोध किया। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पीएम ने झूठा बयान दिया कि "कांग्रेस कर्नाटक को भारत से अलग करने की कोशिश कर रही है"।
कांग्रेस का आरोप नरेंद्र मोदी ने लगाया झूठा आरोप
कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी पर रविवार को मैसूर जिले के नंजनगुड में जनसभा के दौरान "झूठे, निराधार और तुच्छ" आरोप लगाने का आरोप लगाया। याचिका पर केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता ए एन नटराज गौड़ा और पार्टी के कानूनी प्रकोष्ठ के सचिव संजय यादव के साइन हैं। याचिका में कहा गया है कि नरेंद्र मोदी ने विकृत और गैरजिम्मेदार बयान दिया है। यह राष्ट्रीय एकता और सद्भाव के लिए हानिकारक है।
भाजपा की मांग सोनिया गांधी के खिलाफ हो तत्काल कार्रवाई
नरेंद्र मोदी ने अपनी चुनावी रैली में कांग्रेस पर खुले तौर पर भारत से कर्नाटक को "अलग" करने की वकालत करने का आरोप लगाया था। इस संबंध में भाजपा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर सोनिया गांधी के खिलाफ तत्काल और कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है। चुनाव आयोग ने इस संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को नोटिस भेजा है।
कांग्रेस द्वारा 6 मई के एक ट्वीट में सोनिया गांधी के हवाले से कहा गया, "कांग्रेस कर्नाटक की प्रतिष्ठा, संप्रभुता या अखंडता के लिए किसी को भी खतरा पैदा करने की अनुमति नहीं देगी।" इसपर भाजपा और पीएम ने तीखे हमले किए हैं। नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कांग्रेस कर्नाटक को भारत का हिस्सा नहीं मानती।