बिना उंगलियों वाली केरल की महिला का नहीं बन रहा था आधार, केन्द्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने 1 दिन में बनवाया

केरल में रहने वाली जोसिमोल पी जोस का आधार कार्ड उंगलियां नहीं रहने के चलते नहीं बना था। मंत्री राजीव चन्द्रशेखर को पता चला तो उन्होंने अधिकारियों को जल्द आधार कार्ड बनाने का निर्देश दिया। मंत्री के निर्देश पर उसी दिन जोसिमोल को आधार नंबर मिल गया।

 

नई दिल्ली। केरल के कोट्टायम जिले के कुमारकम में रहने वाली महिला जोसिमोल पी जोस के पास आधारकार्ड नहीं था। बिना उंगलियों के होने के चलते उनका आधार नहीं बना था। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर (Rajeev Chandrasekhar) को मिली तो उन्होंने महिला का आधार बने इसका इंतजाम कराया।

केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी और जल शक्ति राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर को पता चला था कि केरल की एक महिला का आधार उंगलियां नहीं होने के कारण नहीं बना है। इसके बाद उन्होंने संबंधित अधिकारियों को महिला का आधार कार्ड बने यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों को इस संबंध में तत्काल कदम उठाने को कहा।

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घर जाकर UIDAI की टीम ने तैयार किया आधार नंबर

मंत्री के निर्देश का ऐसा असर हुआ कि उसी दिन UIDAI (Unique Identification Authority of India) की एक टीम जोसिमोल पी जोस के घर गई। टीम ने बायोमेट्रिक पहचान के लिए उंगलियां के निशान के अलावा अन्य विकल्प का इस्तेमाल किया और आधार नंबर तैयार कर दिया। टीम ने जोसिमोल को हाथोंहाथ आधार नंबर दे दिया।

जोसिमोल की मां ने अधिकारियों को समर्थन और सहायता के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि आधार की मदद से उनकी बेटी अब सामाजिक सुरक्षा पेंशन और दिव्यांगजनों के लिए पुनर्वास योजना कैवल्य सहित विभिन्न लाभों और सेवाओं का आसानी से लाभ उठा सकेगी।

राजीव चन्द्रशेखर बोले-दिव्यांगजनों को वैकल्पिक बायोमेट्रिक्स लेकर राजी करें आधार

इस संबंध में मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने कहा, “सभी आधार सेवा केंद्रों को मानक सलाह भेजकर निर्देश दिया गया है कि जोसीमोल पी जोस जैसे लोगों या धुंधली उंगलियों के निशान या इसी तरह के दिव्यांगजनों को वैकल्पिक बायोमेट्रिक्स लेकर आधार जारी किया जाना चाहिए।”

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बता दें कि UIDAI ने 1 अगस्त 2014 को बायोमेट्रिक अपवाद नामांकन दिशानिर्देश जारी किए थे। इसमें उन व्यक्तियों के नामांकन की प्रक्रिया बताई गई है, जिनकी उंगलियां नहीं हैं या उंगलियों के निशान नहीं लिए जा सकते। ऐसे व्यक्ति का आधार सिर्फ आईरिस स्कैन कर बनाया जा सकता है। अगर व्यक्ति उंगली और आईरिस बायोमेट्रिक्स दोनों देने में असमर्थ है तो वह दोनों में से कुछ भी जमा किए बिना नामांकन कर सकता है। ऐसे व्यक्तियों के लिए, बायोमेट्रिक अपवाद नामांकन दिशानिर्देशों के तहत, नाम, लिंग, पता और जन्म तिथि को उपलब्ध बायोमेट्रिक्स के साथ कैप्चर किया जाना है।

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