कोडनाड केस: 200 Cr के लालच में बड़ी बेरहमी से की गई थी गार्ड की हत्या, फिर ऐसे हुई साजिश रचने वाले की मौत

Published : Apr 21, 2022, 02:19 PM IST
कोडनाड केस: 200 Cr के लालच में बड़ी बेरहमी से की गई थी गार्ड की हत्या, फिर ऐसे हुई साजिश रचने वाले की मौत

सार

5 साल पहले 2017 में तमिलनाडु के कोडनाड एस्टेट में हुई गार्ड की हत्या और डकैती के मामले में तमिलनाडु पुलिस की एक स्पेशल टीम जयललिता की करीबी वीके शशिकला से गुरुवार को पूछताछ करेगी। 

मुंबई। अप्रैल, 2017 में हुए कोडनाड हत्या और डकैती केस में तमिलनाडु पुलिस की एक स्पेशल टीम अन्नाद्रमुक (AIADMK) की पूर्व अंतरिम महासचिव वीके शशिकला से गुरुवार को पूछताछ करेगी। बता दें कि 200 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी के लालच में 5 साल पहले कोडनाड एस्टेट के गार्ड की बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। गार्ड की हत्या और डकैती के मामले में ही पुलिस वीके शशिकला से पूछताछ करेगी। बता दें कि पुलिस ने इस केस में सितंबर 2017 में 11 लोगों के खिलाफ 300 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी। बता दें कि दिसंबर, 2021 में इसी मामले में शशिकला के भतीजे विवेक जयरामन से भी पूछताछ हुई थी। 

आखिर क्या है पूरा मामला : 
- बता दें कि गार्ड की हत्या और डकैती की यह घटना 24 अप्रैल, 2017 को अन्नाद्रमुक प्रमुख जयललिता की मौत और शशिकला की गिरफ्तारी के 4 महीने बाद हुई थी। दरसअल, जे. जयललिता और उनकी सहयोगी शशिकला के स्वामित्व में 906 एकड़ की ज्वॉइंट प्रॉपर्टी थी। 
- कोडनाड एस्टेड केस में दाखिल आरोप पत्र के मुताबिक, जयललिता के ड्राइवर सी. कनगराज ने कोडनाड एस्टेट को ढहाने की साजिश रची थी। कनगराज का मानना था कि उस बंगले में काफी नकदी छुपाकर रखी गई है। 
- इसके बाद प्लान के तहत 23 अप्रैल, 2017 को जयललिता के ड्राइवर कनगराज के साथ करीब 10 लोगों ने मिलकर कोडनाड एस्टेट में सेंध लगाई। इस दौरान इन सभी ने कोडनाड बंगले की सुरक्षा में तैनात गार्ड ओम बहादुर की बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी। इसके साथ ही इन्होंने एक और सिक्योरिटी गार्ड कृष्ण थापा को बुरी तरह पीटा और रस्सियों से बांध दिया था। 
- रिपोर्ट्स के मुताबिक, जयललिता के ड्राइवर कनगराज ने एक इस साजिश के एक और आरोपी स्टेन से कहा था कि कोडनाड एस्टेट में 200 करोड़ रुपए छुपाकर रखे गए हैं। लेकिन चोरों ने जब यहां सेंध लगाई तो उन्हें यहां से सिर्फ 42 हजार रुपए मूल्य के गैंडे की क्रिस्टल मूर्ति के अलावा दस एंटिक घड़ियां ही मिली थीं। 

डकैती के बाद कई आरोपियों की हुई मौत :  
कोडानाड एस्टेट डकैती के 5 दिन बाद ही इस केस के मुख्य आरोपी कनगराज की एक सड़क दुघर्टना में मौत हो गई। दरसअल, सलेम-चेन्नई हाइवे पर अत्तूर के पास कनगराज की गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया, जिसमें उसकी मौत हो गई। इतना ही नहीं, इस साजिश में शामिल एक अन्य आरोपी सायन का भी उसी दिन एक्सीडेंट हो गया, जिसमें उसकी पत्नी और बेटी की मौत हो गई। हालांकि, सायन बच गया। 

घर में संदिग्ध हालत में मृत मिला कम्प्यूटर ऑपरेटर : 
कोडनाड एस्टेट में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर काम करने वाला शख्स दिनेश कुमार भी जुलाई, 2017 में अपने घर में संदिग्ध अवस्था में मृत मिला। धीरे-धीरे कोडनाड एस्टेट से जुड़े करीब पांच लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। बाद में एक्सीडेंट में बचे सायन और एक अन्य आरोपी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उस समय के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने कोडनाड एस्टेट में कुछ दस्तावेजों की तलाशी के लिए कहा था और हम लोग इसी वजह से वहां गए थे। 

क्या है कोडनाड एस्टेट : 
कोडनाड एस्टेट तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में चाय का बागान है, जो करीब 906 एकड़ में फैला हुआ है। जे जयललिता फुर्सत के पलों में यहां छुट्टियां बिताने आती थीं। इसी बागान के अंदर एक आलीशान बंगला है, जिसके बारे में कहा जाता था कि इसमें कही रहस्य और खजाना छुपा हुआ है। 

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