यूपी के बुलंदशहर की रहने वाली महिला का पति भी एक्सीडेंट में घायल हो गया था। डॉक्टर ने बताया कि बीते सात महीने से वह बेहोश है। इन सात महीनों में उस महिला के पांच न्यूरो सर्जिकल ऑपरेशन किए गए हैं। वह फिलहाल बेहोश है लेकिन अपने आप सांस ले रही।
नई दिल्ली। सात महीने से बेहोश एक महिला ने एम्स में एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया है। महिला एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गई थी। वह काफी दिनों से एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती है। यूपी के बुलंदशहर की रहने वाली महिला का पति भी एक्सीडेंट में घायल हो गया था। दोनों ने हेलमेट नहीं पहना था। पिछले हफ्ते बच्चे को जन्म देने वाली महिला अभी भी बेहोश है जबकि बच्चा बिल्कुल स्वस्थ है।
1 अप्रैल को एम्स ट्रॉमा सेंटर में लाया गया था महिला को...
न्यूरो सर्जन डॉ.दीपक गुप्ता ने बताया कि 23 वर्षीय महिला को बीते 1 अप्रैल को यहां लाया गया था। वह अपने पति के साथ बाइक पर जा रही थी। इस रोड एक्सीडेंट में हेलमेट न पहनने की वजह से उसके सिर में गंभीर चोटें आई। हालांकि, पति को मामूली चोटें आई थीं। दोनों का इलाज पहले बुलंदशहर के स्थानीय अब्दुल्लाह अस्पताल में किया गया। लेकिन बाद में एम्स के ट्रॉमा सेंटर में रेफर कर दिया गया। डॉक्टर के अनुसार घायल महिला की शादी करीब डेढ़ महीने पहले हुई थी और वह 40 दिन की गर्भवती थी। डॉक्टर ने बताया कि बीते सात महीने से वह बेहोश है। इन सात महीनों में उस महिला के पांच न्यूरो सर्जिकल ऑपरेशन किए गए हैं। वह फिलहाल बेहोश है लेकिन अपने आप सांस ले रही। जब महिला को ट्रॉमा सेंटर लाया गया था तो उसे वेंटिलेटर सपोर्ट की जरूरत थी। डॉ.दीपक गुप्ता ने बताया कि महिला को वेंटिलेटर सपोर्ट की कोई जरूरत नहीं है। वह कभी कभी अचानक ही आंखें खोलती है। अजीब उत्तेजना के साथ सिर भी कभी कभार हिलाती है। महिला के अगले कुछ वर्षों में होश में आने के 10-15 प्रतिशत संभावना है।
मेडिकल टीम ने इसलिए बच्चे का कराया जन्म...
डॉ. दीपक ने बताया कि महिला के गर्भवस्था में तीसरे महीना और छठें महीना में गर्भावस्था को समाप्त करने पर काफी डिस्कशन हुए। लेकिन अल्ट्रासाउंड के दौरान बेहोश महिला के गर्भ में किसी प्रकार की विसंगति नहीं मिली। मेडिकल टीम ने भ्रूण में कोई जन्मजात विसंगति नहीं देखी तो उसे जारी रखने का विकल्प सुझाया। डॉक्टर ने बतााय कि मां की स्थिति को देखते हुए गर्भावस्था को समाप्त करने का निर्णय परिवार पर छोड़ दिया गया था। लेकिन परिवार ने बाद में गर्भावस्था को जारी रखने का फैसला किया।
सामान्य प्रसव से बच्चे को दिया जन्म
एम्स दिल्ली की प्रसूती एवं स्त्री रोग विभाग की एक टीम ने प्रसव कराया। मेडिकल टीम ने बताया कि जब महिला के आसन्न प्रसव पीड़ा के संकेत मिले तो परिवार ने उसे एम्स लाया। 22 अक्टूबर को सामान्य तरीके से उसका प्रसव टीम ने कराया। 2.5 किलो वजन वाला बच्चा एकदम स्वस्थ है।
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