भारतीय एयरलाइन्स एयर इंडिया-एयरबस और बोइंग के बीच 80 अरब डॉलर की ऐतिहासिक डील को लेकर जहां अमेरिका, फ्रांस और यूके उत्साहित है। उसने इस डील को एक सुनहरा भविष्य कहा है, वहीं भारत के वामपंथी नेताओं ने इस पर तंज कसा है।
नई दिल्ली. भारतीय एयरलाइन्स एयर इंडिया-एयरबस और बोइंग के बीच 80 अरब डॉलर की ऐतिहासिक डील को लेकर जहां अमेरिका, फ्रांस और यूके उत्साहित है। उसने इस डील को एक सुनहरा भविष्य कहा है, वहीं भारत के वामपंथी नेताओं ने इस पर तंज कसा है। इस पर केंद्रीय IT राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर (Union Minister Rajeev Chandrasekhar) ने एक tweet के जरिये उन्हें करारा जवाब दिया है।
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने एयर इंडिया के एयरबस और बोइंग के 840 विमानों की डील को लेकर भारतीय वामपंथियों(Left लीडर) द्वारा किए गए भद्दे मजाक की निंदा की है। केंद्रीय मंत्री ने एक tweet किया कि जब भारत में अच्छी चीजें होती हैं, तो वामपंथी इस तरह रियेक्ट करते हैं। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने उनके कुछ कमेंट्स भी रिट्वीट किए हैं। पढ़िए कैसे-कैसे मजाक?
https://t.co/wDxpYTWIsH
राणा अय्यूब: मोदी का इंडिया अधिक जेट खरीद रहा है और ओजोन परत को नष्ट कर रहा है।
आरफा(आरफ़ा ख़ानम शेरवानी): इस्लामोफोबिया के चलते वे किसी इस्लामिक देश से जेट नहीं खरीद रहे हैं
रोमिला थापर: बोइंग और एयरबस को मुगल हवाई यात्रा से प्रेरणा मिली।
राजदीप सरदेसाई: जब हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान आर्थिक संकट से जूझ रहा है, तो क्या जेट खरीदना नैतिक रूप से सही है?
ऑड्रे ट्रशक(Audrey Truschke): औरंगजेब कमर्शियल फ्लाइट्स के विचार के साथ आने वाले पहले व्यक्ति थे।
राहुल गांधी: पांडवों ने कभी इतने जेट नहीं खरीदे, क्योंकि वे तपस्वी के थे
केजरीवाल-सब मिले हुए हैं जी।
बता दें कि इंडियन एविएशन हिस्ट्री में एक 'ऐतिहासिक क्षण है, जब टाटा समूह की स्वामित्व वाली एयर इंडिया ने एयरबस और बोइंग के साथ 840 विमानों के लिए एक डील करने का फैसला किया है। इसमें 370 एयरक्राफ्ट प्राप्त करने का ऑप्शन भी शामिल है। एयर इंडिया के चीफ कमर्शियल और ट्रांसफॉर्मेशन आफिसर निपुन अग्रवाल के अनुसार, "ऑर्डर में 470 फर्म एयरक्राफ्ट और अगले दशक में एयरबस और बोइंग से खरीदे जाने वाले 370 ऑप्शंस और परचेजेस राइट भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मेगा एयरक्राफ्ट ऑर्डर एक आकर्षक यात्रा की परिणति है, जो लगभग दो साल पहले एयर इंडिया के निजीकरण की प्रक्रिया के साथ शुरू हुई थी।
यह मॉर्डन एविएशन हिस्ट्री में किसी एयरलाइन द्वारा दिए गए सबसे बड़े विमान ऑर्डरों में से एक है। एयरबस फर्म के ऑर्डर में 40 A350-900/1000 और 210 A320/321 नियो/XLR विमान शामिल हैं। बोइंग कंपनी के ऑर्डर में 190 737-मैक्स, 20 787 और 10 777 विमान शामिल हैं।
टाटा ग्रुप ने जनवरी, 2022 में एयर इंडिया को भारत सरकार से अधिग्रहित(acquired) किया था। एयर इंडिया के 17 से अधिक वर्षों में यह पहली बार है, जब ऐसा कोई ऑर्डर दिया गया है। पहला ए350 विमान इस साल के अंत तक एयर इंडिया को मिल जाएगा।
भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते एविएशन मार्केट में से एक है। विमान निर्माता बोइंग ने कुछ दिनों पहले 2041 तक एनुअल डोमेस्टिक एयर ट्रैफिक वृद्धि लगभग 7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था। यह भी कहा है कि देश को अगले दो दशक में लगभग 2,210 नए विमानों की आवश्यकता होगी।
यह भी पढ़ें
अमेरिकी इन्वेस्टर रे डेलियो का दावा- भारत कुछ वर्षों में दुनिया का सबसे अधिक ग्रोथ वाला देश होगा