द्वारकाधीश मंदिर लगभग 2200 साल पुराना है। इसका निर्माण वज्रनाभ ने किया था। मंदिर में भगवान कृष्ण के साथ-साथ सुभद्रा, बलराम, रेवती, वासुदेव, रुक्मिणी समेत कई देवी-देवताओं का मंदिर है।
द्वारका। प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर के ध्वज दंड पर मंगलवार को बिजली गिर गई। बिजली गिरने से मंदिर के 52 गज का ध्वजा को थोड़ा नुकसान पहुंचा लेकिन मंदिर पूर्ण सुरक्षित ही रहा। गुजरात के द्वारका में इस घटना को लोग चमत्कार बता रहे हैं। श्रद्धालुओं ने कहा कि द्वारकाधीश जब रक्षक हैं तो कोई बिजली क्या बिगाड़ सकती है।
मंदिर पर बिजली गिरने से कुछ दीवारे काली पड़ गई और ध्वजा को नुकसान पहुंचा। मंगलवार को दिन के करीब ढाई बजे बिजली गिरी थी। मंदिर के आसपास घनी बस्ती है।
भगवान श्रीकृष्ण का सबसे भव्य एवं प्रसिद्ध मंदिर
द्वारकाधीश मंदिर गुजरात के द्वारका में है। गोमती नदी के तअ पर बने इस मंदिर को जगत मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर को रामेश्वरम, बद्रीनाथ और पुरी के बाद हिंदुओं के चार पवित्र तीर्थस्थलों में से एक माना जाता है।
करीब 2200 साल पुराना तीर्थस्थल
द्वारकाधीश मंदिर लगभग 2200 साल पुराना है। इसका निर्माण वज्रनाभ ने किया था। मंदिर में भगवान कृष्ण के साथ-साथ सुभद्रा, बलराम, रेवती, वासुदेव, रुक्मिणी समेत कई देवी-देवताओं का मंदिर है। द्वारकाधीश मंदिर के ऊपर लगे झंडे का भी खास महत्व है। इसे 52 गज ध्वजा कहा जाता है। प्रसिद्ध ध्वजा तीन बार चढ़ाई जाती है। इस मंदिर के प्रति लोगों की श्रद्धा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ध्वजा चढ़ाने के लिए श्रद्धालु दो-दो साल तक का इंतजार करते हैं।
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