भारत, बांग्लादेश और चीन में लंपी स्किन डिसीस यानी एलएसडी जुलाई 2019 से फैला है। यह एक संक्रामक वायरल बीमारी है जो केवल मवेशियों को हो रहा है। मवेशियों में बुखार, शरीर पर गांठ आदि हो रहा है और इससे उनकी मौत तक हो जा रही है।
नई दिल्ली। देश में तेजी से फैल रहा लंपी स्किन रोग, पशुओं के जानमाल को काफी नुकसान पहुंचा रहा है। जुलाई महीने में में देश के 67 हजार कैटल्स की जान इस रोग की वजह से जा चुकी है। केंद्र सरकार ने मौतों का आंकड़ा जारी करते हुए बताया कि व्यापक स्तर पर इस बीमारी से रोकथाम के लिए वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है। देश के 8 राज्यों में लंपी स्किन रोग सबसे अधिक जानलेवा साबित हो रहा है।
लंपी स्किन डिसीस केलिए वैक्सीन में अभी वक्त
पशुपालन व डेयरी विभाग के सचिव जतिंद्र नाथ स्वैन ने बताया कि पशुओं में हो रहे लंपी स्किन डिसीस से छुटकारा पाने के लिए गोटपॉक्स वैक्सीन लगाया जा रहा है। हालांकि, इस बीमारी की रोकथाम के लिए वैक्सीन बनाने का प्रयास जारी है। कृषि रिसर्च के लिए प्रसिद्ध आईसीएआर, इस बीमारी पर लगाम कसने के लिए वैक्सीन बना रहा है लेकिन अभी इसमें तीन से चार महीने का वक्त लग सकता है।
इन राज्यों में फैला है यह रोग
लंपी स्किन बीमारी, देश के करीब 8 राज्यों में महामारी बनी हुई है। यहां इस बीमारी से मवेशियों के मरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। यह बीमारी भारत के गुजरात, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, यूपी, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश व जम्मू-कश्मीर में फैला हुआ है। आंध्र प्रदेश व अंडमान-निकोबार द्वीप समूह पर भी इस बीमारी ने दस्तक दे दी है।
राजस्थान में सबसे अधिक मौतें
लंपी स्किन डिसीस से सबसे अधिक मौतें राजस्थान में दर्ज की गई हैं। यह रोज कम से कम 600-700 मवेशियों की मौत इस बीमारी से हो रही है। हालांकि, अन्य राज्यों में इस बीमारी से मरने वाले पशुओं की संख्या 100 के आसपास या कम ही रह रही है।
गोट पॉक्स है 100 प्रतिशत प्रभावी
पशुओं में हो रही स्किन की बीमारी को रोकने के लिए गोट पॉक्स वैक्सीन काफी प्रभावी है। इस वैक्सीन से पशुओं में हो रही लंपी स्किन बीमारी को रोका जा सकता है। पशुपालन एवं डेयरी विभाग के जतिंद्र नाथ स्वैन ने बताया कि डेढ़ करोड़ से अधिक डोज पशुओं में इस वैक्सीन का लगाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि देश में बकरी पॉक्स के टीके की पर्याप्त आपूर्ति है। दो कंपनियां इस वैक्सीन का निर्माण कर रही हैं और उनके पास एक महीने में 4 करोड़ खुराक बनाने की क्षमता है।
देश में 20 करोड़ पशुओं की आबादी
देश में पशुओं की आबादी लगभग 20 करोड़ है। इनमें से अभी तक डेढ़ करोड़ के आसपास संख्या में पशुओं को वैक्सीन दिया जा चुका है। पशुपालन सचिव ने कहा कि जहां भी यह वैक्सीन लगी है, वहां से इस बीमारी से जान जाने की कोई रिपोर्ट नहीं है।
2019 से पशुओं में फैल रहा लंपी स्किन डिसीस
भारत, बांग्लादेश और चीन में लंपी स्किन डिसीस यानी एलएसडी जुलाई 2019 से फैला है। यह एक संक्रामक वायरल बीमारी है जो केवल मवेशियों को हो रहा है। मवेशियों में बुखार, शरीर पर गांठ आदि हो रहा है और इससे उनकी मौत तक हो जा रही है। यह रोग मच्छरों, मक्खियों, जुंओं और ततैयों द्वारा मवेशियों के सीधे संपर्क में आने और संक्रमित भोजन-पानी के माध्यम से शरीर में वायरस के प्रवेश से हो रहा है।
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