मेंगलुरु ऑटो रिक्शा बम ब्लास्ट: आतंकी साजिश के मास्टरमाइंड तक पहुंचने जल्द केस NIA को हैंडओवर होगा

कर्नाटक के मेंगलुरू में हुए ऑटोरिक्शा विस्फोट केस को जल्द NIA को सौंपा जा सकता है। कर्नाटक के DGP प्रवीण सूद ने बुधवार को यहां कहा कि मंगलुरु ऑटोरिक्शा विस्फोट मामले को जल्द ही औपचारिक रूप से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दिया जाएगा।

Amitabh Budholiya | Published : Nov 23, 2022 9:18 AM IST / Updated: Nov 23 2022, 02:50 PM IST

मेंगलुरु(Mangaluru). कर्नाटक के मेंगलुरू में हुए ऑटोरिक्शा विस्फोट केस को जल्द NIA को सौंपा जा सकता है। कर्नाटक के DGP प्रवीण सूद ने बुधवार को यहां कहा कि मंगलुरु ऑटोरिक्शा विस्फोट मामले को जल्द ही औपचारिक रूप से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दिया जाएगा। राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने सूद के साथ शहर के बाहरी इलाके में विस्फोट स्थल का दौरा किया और उस अस्पताल भी गए, जहां विस्फोट में घायल ऑटो ड्राइवर पुरुषोत्तम पुजारी का इलाज चल रहा है।


एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में गृहमंत्री ज्ञानेंद्र ने कहा कि विस्फोट के आरोपी मोहम्मद शारिक उर्फ शरीक ने तमिलनाडु में कोयम्बटूर और कन्याकुमारी जैसे विभिन्न स्थानों की रेकी की थी, वहां भी एक जांच जारी है। पुलिस की विभिन्न टीमों का गठन कर जांच के तहत विभिन्न स्थानों पर भेजा गया है। DGP सूद ने कहा कि एनआईए और केंद्रीय एजेंसियां ​​​​विस्फोट के पहले दिन से ही जांच का हिस्सा थीं। अब मामला औपचारिक रूप से जल्द ही NIA को सौंप दिया जाएगा। बता दें कि पुलिस की जांच में सामने आया है कि इस ब्लास्ट का मुख्य आरोपी मोहम्मद शारिक इस्लामिक स्टेट (ISIS) हैंडलर्स के संपर्क में था। पुलिस पहले से ही इस घटना को आतंकी साजिश मानकर जांच कर रही थी।


मेंगलुरु बम ब्लास्ट में गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद शारिक को लेकर कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने कहा है कि ऑटो में बैठने के बाद वो खुद को हिंदू बता रहा था। इसके लिए उसने एक आधार कार्ड भी दिखाया था, जिस पर हिंदू नाम था। ये आधार कार्ड तुमकुरु के एक रेलवे कर्मचारी प्रेमराज हुतागी  का था, जिसे उसने चुरा लिया था। पुलिस का भी यही कहना है कि शारिक ने अपनी पहचान छुपाई थी। ऐसे में इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि उसके संबंध किसी आतंकी संगठन से नहीं होंगे।  क्लिक करके पढ़ें पूरी डिटेल्स


पुलिस की जांच में सामने आया है कि इस ब्लास्ट का मुख्य आरोपी मोहम्मद शारिक इस्लामिक स्टेट (ISIS) हैंडलर्स के संपर्क में था। पुलिस पहले से ही इस घटना को आतंकी साजिश मानकर जांच कर रही थी। पुलिस को आरोपी शारिक के घर से कई संदिग्ध सामान मिले हैं। इस मामले की मॉनिटरिंग कर रहे एडीजीपी (ADGP) आलोक कुमार ने बताया कि 19 नवंबर की रात करीब 7:40 बजे मेंगलुरु शहर के बाहर चलते ऑटो में एक कम तीव्रता वाला विस्फोट हुआ था। इसमें यात्री बनकर सफर कर रहा शारिक और ऑटो ड्राइवर पुरुषोत्तम पुजारी घायल हो गए थे। 24 वर्षीय मोहम्मद शारिक इस विस्फोट में झुलस गया था। फिलहाल शहर के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। ADGP( लॉ एंड ऑर्डर) आलोक कुमार ने कहा-"हमारी प्राथमिकता यह देखना है कि वह जीवित रहे, ताकि पूछताछ अपने अंजाम तक पहुंच सके। क्लिक करके पढ़ें डिटेल्स

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