मैंगलोर के पुलिस अधीक्षक ऋषिकेश सोनवणे ने मीडिया को बताया, 'आर्डिनेंस फैक्ट्री (Ordinance factory) में ग्रेनेड का निर्माण किया गया है और उन पर प्रिंट के अनुसार उनका निर्माण 1979-1980 में किया गया था।'
बेंगलुरू । कर्नाटक (Karnataka) के मैंगलोर (Manglore) के पास सेना (Army) के एक सेवानिवृत्त जवान (Retired Personal) के घर से पांच ग्रेनेड (grenade) मिले हैं। पुलिस ने पांचों ग्रेनेड बरामद कर लिए हैं। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि शनिवार को सेना के कुछ रिटायर्ड कर्मी मार्निंग वॉक से वापस लौट रहे थे तो '1979-1980 में निर्मित' हथगोले को देखा। कथित तौर पर ग्रेनेड को मैंगलोर से लगभग 60 किलोमीटर दूर बेलथांगडी (Belthangadi)में सेवानिवृत्त सेना के जवानों के घर की बाड़ (fence) के पास रखा गया था।
अधिकारियों ने दर्ज रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि पूर्व सेना अधिकारी ने ग्रेनेड को अपने घर के पास एक "सुरक्षित स्थान" पर रखा ताकि आवारा जानवर या बच्चे उन्हें ले न जाएं। एक ग्रेनेड पीले प्लास्टिक में लपेटा गया था जबकि अन्य वहां बिखरे हुए थे।
आर्डिनेंस फैक्ट्री में बने हैं ग्रेनेड
मैंगलोर के पुलिस अधीक्षक ऋषिकेश सोनवणे ने मीडिया को बताया, 'आर्डिनेंस फैक्ट्री (Ordinance factory) में ग्रेनेड का निर्माण किया गया है और उन पर प्रिंट के अनुसार उनका निर्माण 1979-1980 में किया गया था।' अधिकारी ने कहा कि यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि ग्रेनेड एक्टिव हैं या डिस्पोज्ड। फोरेंसिक टीम जल्द ही उनकी जांच करेगी। उन्हें पुलिस हिरासत में सभी सावधानियों के साथ सुरक्षित रखा गया है।
इस मामले में केस दर्ज किया गया
आर्डिनेंस फैक्ट्री में मिले ग्रेनेड के मामले में कर्नाटक पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। उप्पिनंगडी पुलिस स्टेशन (Uppinangadi Police Station) में आर्म्स एक्ट (arms act) के तहत मामला दर्ज (case registered) किया गया है। इस मामले में एक जांच टीम गठित कर दी गई है। जांच टीम पूरे मामले को फॉरेंसिक टीम के साथ इन्वेस्टिगेट करेगी। फिलहाल, सभी बम को सुरक्षित रख दिया गया है। इस बारे में जांच टीम एक विस्तृत रिपोर्ट पेश करेगी। सेवानिवृत सैन्य अधिकारियों का बयान भी दर्ज किया जाएगा।
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