Manipur violence: मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। राज्य के जिरीबाम में संदिग्ध कुकी विद्रोहियों और सुरक्षा बलों के बीच एनकाउंटर के बाद आधा दर्जन के आसपास बच्चे और महिलाएं लापता हैं। मणिपुर पुलिस ने कहा कि एनकाउंटर में मारे गए 10 लोग असम सीमा के पास जिरीबाम क्षेत्र में अराजकता फैलाने के लिए गोलीबारी कर रहे थे। सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई में मार गिराया। जिरीबाम से कल से तीन बच्चे और तीन महिलाएं लापता हैं।
मणिपुर पुलिस ने इंफाल में बताया कि सुरक्षा बलों ने लापता लोगों की तलाश के लिए अभियान शुरू किया है। तीन महिलाएं और तीन बच्चे लापता हैं। सर्च ऑपरेशन में अगर उन पर गोली चलाई गई तो असम राइफल्स, सीमा सुरक्षा बल और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल जवाबी कार्रवाई करेंगे। पुलिस अधिकारी ने कहा कि जिरीबाम में विस्थापित 13 लोग लापता थे। दो के शव बरामद किए गए हैं जबकि पांच का पता लगा लिया गया है। अभी भी छह लोग लापता हैं। मिले दोनों शव मैतेई समाज के सीनियर सिटीजन्स के थे। एक इमारत के अंदर उनके शव मिले। इमारत को कथित उग्रवादियों ने आग लगा दी थी।
सीआरपीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम के साथ कुकी विद्रोहियों के मुठभेड़ में जिरीबाम में कम से कम 10 विद्रोहियों को मार गिराया गया है। पुलिस ने दावा किया कि जिरीबाम में कुकी विद्रोही गोलीबारी कर दशहत फैलाने आए थे। उन लोगों ने पुलिस चौकी पर भी हमला किया। बस्तियों में आग लगाया।
मणिपुर में 3 मई 2023 से लगातार हिंसा जारी है। काफी लोग कुकी और मैतेई समुदाय के बीच शुरू हुई जातीय हिंसा में मारे जा चुके हैं। हजारों घरों को जला दिया गया है जबकि काफी संख्या में लोग बेघर हो चुके हैं। एक साल से केंद्र और राज्य के प्रयास के बाद भी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही।
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