इम्फाल घाटी में और उसके आसपास रहने वाले मैतेई लोगों और पहाड़ियों में बसे कुकी जनजाति के बीच हिंसात्मक टकराव जारी है। अब तक 70 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। राज्य में पिछले 25 दिनों से यहां इंटरनेट बंद है।
Manipur violece updates: मणिपुर में कूकी और मैतेई समुदायों के बीच जातीय हिंसा लगातार जारी है। 100 के आसपास लोग इस हिंसा में जान गंवा चुके हैं तो हजारों लोग बेघर हो चुकी हैं। हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में सेना और कमांडोज को तैनात कर दिया गया है। मणिपुर पुलिस के कमांडोज और विद्रोहियों के बीच रविवार को 8 घंटे से अधिक समय तक गोलीबारी होती रही। कमांडोज ने 40 से अधिक विद्रोहियों को मार गिराया है। एनकाउंटर अभी जारी है। सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर का दौरा करने वाले हैं जबकि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय यहीं कैंप किए हुए हैं। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे भी दो दिनी दौरा कर चुके हैं। उधर, मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बताया कि उनको रिपोर्ट मिली है कि हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में 40 ‘आतंकवादियों’ को मार गिराया गया है। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि मारे गए लोग आम नागरिकों के खिलाफ एम-16 और एके-47 असाल्ट राइफल्स व स्नाइपर गन्स का इस्तेमाल कर रहे थे।
मणिपुर हिंसा पर क्या कहा मुख्यमंत्री एन वीरेन सिंह ने?
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि ‘आतंकवादी’, नागरिकों के खिलाफ एम -16 और एके -47 असॉल्ट राइफलों और स्नाइपर गन का इस्तेमाल कर रहे हैं। वे कई गांवों में घरों को जलाने के लिए आए थे। हमने सेना और अन्य सुरक्षा बलों की मदद से उनके खिलाफ बहुत कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। हमें रिपोर्ट मिली है कि करीब 40 आतंकवादी मारे गए हैं। आतंकवादी निहत्थे नागरिकों पर गोलियां चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई सशस्त्र आतंकवादियों के बची है जो मणिपुर को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
विद्रोहियों ने रविवार को अलसुबह ही इंफाल घाटी और आसपास एक साथ किया हमला
सूत्रों के अनुसार, विद्रोहियों ने रविवार तड़के दो बजे इंफाल घाटी और उसके आसपास के पांच इलाकों में एक साथ हमला किया। सेकमाई, सुगनू, कुम्बी, फायेंग और सेरौ क्षेत्र में एक साथ हमला कर भारी तबाही मचाई। कई और इलाकों में गोलीबारी और सड़कों पर लावारिस लाशें पड़े होने की खबरें आ रही हैं। सेकमाई में सुरक्षा बलों और विद्रोहियों में कई घंटों मुठभेड़ होने की रिपोर्ट है। इस एनकाउंटर में दस के आसपास लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है। बिशनपुर के चांदोनपोकपी में गोलियां लगने के बाद 27 वर्षीय किसान खुमानथेम कैनेडी की मौत हो गई। कई अन्य लोगों के हताहत होने की आशंका है। कैनेडी के परिवार में उनकी पत्नी और शिशु पुत्र हैं।
गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय कैंप किए
मणिपुर में हिंसा थमने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दो दिनों में इंफाल घाटी के बाहरी इलाके में नागरिकों पर हिंसक हमलों में तेजी सुनियोजित लगती है। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय यहां शांति मिशन के लिए राज्य में ही कैंप किए हुए हैं। सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहुंचने वाले हैं। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडेय भी दो दिवसीय यात्रा कर स्थितियों का जायजा ले चुके हैं। दरअसल, इम्फाल घाटी में और उसके आसपास रहने वाले मैतेई लोगों और पहाड़ियों में बसे कुकी जनजाति के बीच हिंसात्मक टकराव जारी है। यह हिंसा मेइती लोगों को अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी में शामिल करने की मांग को लेकर चल रहा है। इसमें अब तक 70 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इस हिंसा के शुरू हुए एक महीना होने जा रहा है। राज्य में इंटरनेट पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। पिछले 25 दिनों से यहां इंटरनेट बंद है।