DRDO के कार्यक्रम में पीएम मोदी, कहा, हमारे वैज्ञानिक दुनिया के बड़े संस्थानों के लिए प्रेरणास्रोत बनें

पीएम मोदी बेंगलुरु में डीआरडीओ के कार्यक्रम में शामिल हुए। वहां 5 यंग साइंटिस्ट लैब का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने कहा, मुझे संतोष है कि एडवांस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में 5 लैब स्थापित करने के सुझाव पर गंभीरता से काम हुआ। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 2, 2020 1:19 PM IST / Updated: Jan 02 2020, 07:22 PM IST

बेंगलुरु. पीएम मोदी बेंगलुरु में डीआरडीओ के कार्यक्रम में शामिल हुए। वहां 5 यंग साइंटिस्ट लैब का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने कहा, मुझे संतोष है कि एडवांस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में 5 लैब स्थापित करने के सुझाव पर गंभीरता से काम हुआ। आज बेंगलुरु, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद और मुंबई में 5 ऐसे संस्थान शुरु हो रहे हैं। अपने युवा वैज्ञानिक साथियों से मैं ये भी कहूंगा कि ये लैब्स सिर्फ टेक्नोलॉजी को टेस्ट नहीं करेंगी, आपके टेंपरामेंट और पेशेंस को भी टेस्ट करने वाली हैं। आपको हमेशा ये ध्यान रखना होगा कि आपके प्रयास और निरंतर अभ्यास ही हमें सफलता के रास्ते पर ले जाएंगे। 

"मैं डीआरडीओ को नई ऊंचाई पर देखना चाहता हूं"

उन्होंने कहा, "मैं डीआरडीओ को उस ऊंचाई पर देखना चाहता हूं, जहां वो न सिर्फ भारत के वैज्ञानिक संस्थानों की दिशा और दशा तय करे, बल्कि दुनिया के अन्य बड़े संस्थानों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनें।"

"किसानों के बाद जवान और अनुसंधान के कार्यक्रम में"

पीएम मोदी ने कहा, "ये संयोग ही है कि अब से कुछ समय पहले मैं किसानों के कार्यक्रम में था और अब यहां देश के जवान और अनुसंधान की चिंता करने वाले आप सभी साथियों के बीच में हूं। और कल मुझे साइंस कांग्रेस में जाना है।"

"एक दशक का रोडमैप तैयार करना चाहिए"

- पीएम मोदी ने कहा, "आज का यह कार्यक्रम तो एक शुरुआत भर है। आपके सामने सिर्फ अगला एक साल नहीं, अगला एक दशक है। इस एक दशक में डीआरडीओ का मीडियम और लॉन्ग टर्म रोडमैप क्या हो, इस पर बहुत गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए।"

- "आपने भारत के मिसाइल कार्यक्रम को दुनिया के सबसे उत्कृष्ट कार्यक्रमों में शामिल किया है। बीता वर्ष तो स्पेस और एयर डिफेंस के क्षेत्र में भारत के सामर्थ्य को नई दिशा देने वाला रहा है।"

- "देश के प्रधानमंत्री के नाते मैं आपके सामने खड़ा होकर कह रहा हूं कि सरकार पूरी तरह आपके साथ, देश के वैज्ञानिकों के साथ इनवेस्टर्स के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने के लिए तत्पर है।"

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