National voter's dat : CEC चंद्रा ने बताया कि देश में रजिस्टर्ड वोटरों में 1.92 करोड़ वरिष्ठ नागरिक हैं। उन्होंने कहा कि भारत के प्रत्येक वयस्क नागरिक को वोट देने का अधिकार उसी समय दिया गया था जब भारत ने अपनी स्वतंत्रता हासिल की थी। चुनाव आयोग के प्रमुख ने कहा - 18 प्रतिशत साक्षरता दर वाले नव-स्वतंत्र देश के लिए यह वास्तव में एक क्रांतिकारी कदम था।
नई दिल्ली। मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) सुशील चंद्रा ने मंगलवार को कहा कि देश में 95.3 करोड़ से अधिक मतदाता हैं। इनमें 49 करोड़ पुरुष और 46 करोड़ महिलाएं हैं। चंद्रा दिल्ली में राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। CEC चंद्रा ने बताया कि देश में रजिस्टर्ड वोटरों में 1.92 करोड़ वरिष्ठ नागरिक हैं। उन्होंने कहा कि भारत के प्रत्येक वयस्क नागरिक को वोट देने का अधिकार उसी समय दिया गया था जब भारत ने अपनी स्वतंत्रता हासिल की थी। चुनाव आयोग के प्रमुख ने कहा - 18 प्रतिशत साक्षरता दर वाले नव-स्वतंत्र देश के लिए यह वास्तव में एक क्रांतिकारी कदम था।
चुनाव वाले पांचों राज्यों में टीकाकरण की रफ्तार तेज कर रहे
पांच चुनाव वाले राज्यों में की गई व्यवस्थाओं के बारे में उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में COVID-19 टीकाकरण तेज करने पर जोर दिया है। चुनावों में सुरक्षा के व्यापक बंदोस्त किए गए हैं। कोविड के पूरे प्रोटोकॉल का पालन कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस साल राष्ट्रीय मतदाता दिवस की थीम 'चुनावों को समावेशी, सुलभ और सहभागी बनाना' थी। इसके तहत चुनाव के दौरान वोटरों की सक्रिय भागीदारी को सुविधाजनक बनाने और पूरी प्रक्रिया को परेशानी मुक्त और सभी श्रेणियों के लिए एक यादगार अनुभव बनाने की व्यवस्था की गई है।
उपराष्ट्रपति नायडू बोले - चुनाव आयोग और जनता 75 प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करें
राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी मंगलवार को अपना संदेश दिया। नायडू कोविड पॉजिटिव हैं और हैदराबाद में होम आइसोलेशन में हैं, इसलिए उनका संबोधन दिल्ली में पढ़ा गया। उन्होंने आयोग और नागरिकों से चुनावी लोकतंत्र को और अधिक समावेशी बनाने के लिए अगले आम चुनावों में 75 प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि विकास की गति बनी रहे, इसके लिए एक साथ चुनावों पर सहमति बननी चाहिए। 12वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर नायडू ने एक संदेश में कहा कि कोई भी मतदाता पीछे नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि नागरिक चुनावों में नेताओं की योग्यता के आधार पर मतदान करें।
44 प्रतिशत से 67 प्रतिशत तक वोटिंग होने पर आयोग की सराहना
नायडू ने कहा - 1951-52 के दौरान लोकसभा के पहले आम चुनावों में वोटिंग प्रतिशत 44.87 प्रतिशत था। 2019 में 17वीं लोकसभा के लिए यह 67.40 प्रतिशत तक पहुंच चुका है। उन्होंने मतदान की वृद्धि के लिए सभी की सराहना की। चुनाव आयोग के निरंतर प्रयासों का उल्लेख करते हुए नायडू ने कहा कि आयोग एक विश्वसनीय, उत्तरदायी और दूरंदेशी संस्थान के रूप में काम करता है। इस पर लोकतंत्र का हर मतदाता गर्व कर सकता है।
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