पंजाब कांग्रेस के नये अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की आज ताजपोशी हो गई। इस कार्यक्रम से पहले विरोधी टीम के कैप्टन यानी अमरिंदर सिंह ने सभी विधायकों को चाय पार्टी दी।
चंडीगढ़. पंजाब कांग्रेस में लंबे समय से मची कलह को फिलहाल विराम लग गया है। आज नये कैप्टन नवजोत सिंह सिद्धू की ताजपोशी हो गई। सिद्धू की ताजपोशी के समय मंच पर सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह, पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ और पार्टी के प्रदेश प्रभारी महासचिव हरीश रावत मौजूद थे। कार्यक्रम में बोलते हुए कैप्टन ने कहा कि वे सिद्धू को बचपन से जानते हैं। सिद्धू जब पैदा हुए थे, तब उनका कमीशन(आर्मी ज्वाइनिंग) हुआ था। सिद्धू के पिता से मेरा तब का रिश्ता है, जब 1970 में मैंने फौज छोड़ी थी। तब सिद्धू की माताजी ने मुझे राजनीति में आने की सलाह दी थी।
मेरी चमड़ी मोटी है
लेकिन हैरानी की बात यह रही कि सिद्धू ने अपने भाषण में एक भी बार कैप्टन का जिक्र नहीं किया। उन्होंने किसानों से लेकर ड्रग्स के मुद्दे पर बात रखी। साथ ही कहा कि वे सबका आशीर्वाद लेकर चलेंगे। उन्होंने कहा-मैं सरेआम कहता हूं कि मेरी चमड़ी मोटी है, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। पंजाब कैसे ऊपर उठेगा..उनका बस यही जुनून है।
सिद्धू ने विरोधी टीम के कैप्टन यानी मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को भी कार्यक्रम में आने का न्यौता भेजा था। अमरिंदर सिंह ने न्यौते काे स्वीकार किया। सिद्धू की ताजपोशी से पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पार्टी के सभी विधायकों को पंजाब भवन में चाय पार्टी दी। बता दें कि अमरिंदर सिंह ने कहा था कि वे इस कार्यक्रम में जरूर शामिल होंगे। सीएम कैप्टन को जो इन्विटेशन लेटर दिया गया था, उस पर नव नियुक्त अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साइन हैं। एक दिन पहले पंजाब कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष संगत सिंह गिलजियां और कुलजीत सिंह ने मोहाली स्थित फार्म हाउस में कैप्टन से मुलाकात कर उनको ताजपोशी वाले कार्यक्रम में आने का आमंत्रण पत्र दिया था।
पंजाब में सिद्धू को कमान सौंपे जाने के मायने
पांच राज्यों के साथ अगले साल पंजाब में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले सिद्धू और कैप्टन के बीच चल रहे विवाद ने पार्टी के लिए तनाव की स्थिति पैदा कर दी थी। सिद्धू पंजाब में एक बड़ा चेहरा हैं। बता दें पंजाब में 57.67% सिख, जबकि 38.49% हिंदू हैं। इन दोनों में अनुसूचित जाति की संख्या 31.94% है।
ऐसे हैं सिद्धू जी
पंजाब में कांग्रेस के सीनियर नेता सिद्धू को राजनीति के साथ-साथ कॉमेडी में भी किंग कहा जाता है। 'द कपिल शर्मा शो' में उनका ठोको ताली वाला डॉयलाग जमकर हिट हुआ था। वह शो में गरू के नाम से फेमश थे। सिद्धू ने साल 2019 तक शो की जज की कुर्सी संभाली थी। हालांकि पुलवामा अटैक पर दिए एक विवादित बयान के बाद सिद्धू पाजी को शो से निकाला गया था।
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