राम विलास पासवान के भाई पशुपति पारस, बीते दिनों पार्टी के छह सांसदों में पांच के साथ चिराग से अलग होकर एनडीए में शामिल हो गए थे। अब जब दोनों धड़े एनडीए में हैं तो दोनों के गुटों के एक होने पर भी चर्चा हो रही है।
Chirag Paswan Vs Pashupati Paras: बिहार में चाचा-भतीजा की पार्टी के बीच घमासान मचा हुआ है। चाचा-भतीजा के झगड़े से सबसे अधिक परेशानी में एनडीए का कुनबा है। दरअसल, चिराग पासवान की पार्टी बीते दिनों एनडीए का हिस्सा बनीं। पीएम मोदी और अमित शाह से मुलाकात के बाद चिराग लगातार दावा कर रहे हैं कि हाजीपुर लोकसभा सीट से वह चुनाव लड़ेंगे। सीटों को लेकर भी बातचीत हो रही है। उधर, एनडीए में पहले से शामिल उनके चाचा पशुपति कुमार पारस ने यह ऐलान किया है कि धरती की कोई ताकत उनको हाजीपुर लोकसभा सीट से दूसरे क्षेत्र में चुनाव लड़ने नहीं भेज सकती। पारस, हाजीपुर से ही सांसद हैं।
चिराग पासवान का क्या है बिहार में गठबंधन को लेकर दावा
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान बीते दिनों एनडीए में शामिल हुए। 18 जुलाई को एनडीए की ग्रैंड मीटिंग में भी चिराग व उनके चाचा पशुपति पारस अपनी अपनी पार्टियों के प्रमुख के तौर पर पहुंचे थे। इस मीटिंग के बाद से ही दोनों के बीच तल्खी और बढ़ गई। चिराग पासवान लगातार दावा कर रहे हैं कि वह जमुई से नहीं इस बार हाजीपुर से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। पीएम मोदी व अन्य शीर्ष नेताओं ने उनको हरी झंडी दे दी है। हाजीपुर को लेकर बीजेपी के साथ एग्रीमेंट हुआ है।
उन्होंने दावा किया कि अगले साल के लोकसभा और 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों के लिए एक फॉर्मूले पर भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ उनकी पार्टी एक समझौते पर पहुंच गई है। रविवार को पटना में उन्होंने कहा कि भाजपा हमारी पार्टी के साथ लगातार संपर्क में थी। गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने हमसे कई बार मुलाकात की, जहां उन्होंने हमारी चिंताओं का सम्मान किया। मैंने तब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा से मुलाकात की। उन्होंने न केवल हमारी चिंताओं का सम्मान किया बल्कि 2024 और 2025 के चुनावों के लिए हमारे गठबंधन की रूपरेखा भी तैयार की। उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी एनडीए से बाहर निकलने के बाद भी किसी अन्य गठबंधन में शामिल नहीं हुई। पासवान ने कहा कि एनडीए 2019 के आम चुनावों में बिहार की 40 सीटों में से 39 को पार कर 2024 में सभी सीटें जीत लेगा। उन्होंने दावा किया कि लोगों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ गुस्सा है।
हाजीपुर को लेकर चाचा पशुपति कुमार पारस ने कहा-मैं ही लडूंगा
लोकजनशक्ति पार्टी के दूसरे धड़े जिसके अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस हैं, हाजीपुर से लोकसभा सांसद और केंद्र में मंत्री हैं। राम विलास पासवान के भाई पशुपति पारस, बीते दिनों पार्टी के छह सांसदों में पांच के साथ चिराग से अलग होकर एनडीए में शामिल हो गए थे। अब जब दोनों धड़े एनडीए में हैं तो दोनों के गुटों के एक होने पर भी चर्चा हो रही है। लेकिन पारस ने इसे साफ खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह एनडीए का हिस्सा हैं लेकिन चिराग पासवान अभी भी टेक्निकली एनडीए में नहीं हैं। एकजुट होने पर उन्होंने कहा कि गठबंधन टूट सकता है और जुड़ सकता है लेकिन टूटे हुए दिलों को दोबारा जोड़ा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि धरती की कोई ताकत उनको हाजीपुर से चुनाव लड़ने से नहीं रोक सकती है। एलजेपी के बीजेपी में विलय से भी उन्होंने इनकार किया है।
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