अम्फान तूफान से 2 की मौत, NDRF ने कहा, ग्राउंड पर 20 टीमें तैयार, सभी सैटेलाइट सिस्टम से लैस

पश्चिम बंगाल के तट से चक्रवात अम्फान टकरा चुका है। एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने कहा, लैंडफॉल का सिलसिला शुरू हो चुका है। चक्रवात के बाद असल में  NDRF का काम शुरू होगा। काम और बढ़ने वाला है। ओडिशा और बंगाल में हमारी बटालियनें हैं।  

Asianet News Hindi | Published : May 20, 2020 11:19 AM IST / Updated: Feb 02 2022, 10:33 AM IST

कोलकाता. पश्चिम बंगाल के तट से चक्रवात अम्फान टकरा चुका है। मौसम विभाग के मुताबिक, जब तूफान बंगाल में दाखिल हुआ तब हवाओं की रफ्तार 190 किमी. प्रति घंटा थी। एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने कहा, लैंडफॉल का सिलसिला शुरू हो चुका है। चक्रवात के बाद असल में  NDRF का काम शुरू होगा। काम और बढ़ने वाला है। उन्होंने कहा कि हमारे दो कमांडेंट्स हैं। ओडिशा और बंगाल में हमारी बटालियनें हैं। ओडिशा वाले कंमाडेंट बालासोर में कैंप कर रहे हैं और बंगाल के कंमांडेंट काकद्वीप में कैंप कर रहे हैं। 20 टीमें ग्राउंड पर तैनात कर दी गई हैं। पश्चिम बंगाल में अम्फान तूफान की वजह से  2 लोगों की मौत हो चुकी है।

तेज हवाओं से पेड़ उखड़े, कई घर और सड़कें बह गए

पश्चिम बंगाल के एक अधिकारी ने बताया, हावड़ा और नॉर्थ 24 परगना में तेज हवाओं की वजह से कई पेड़ उखड़ गए। 20 टीमों ने ओडिशा में सड़कों से पेड़ हटाने का काम शुरू कर दिया है। वहीं कोलकाता में भारी बारिश की वजह से निचले इलाकों में घर और सड़कें बह गए।   

पश्चिम बंगाल में 5 लाख से अधिक लोग निकाले गए

एसएन प्रधान ने कहा, पश्चिम बंगाल में 5 लाख से अधिक लोगों को निकाला गया है और ओडिशा में 1,58,640 लोगों को कैंप में शिफ्ट किया गया। उन्होंने कहा, चक्रवात फानी (FANI) के दौरान अनुभवों के आधार पर सभी टीमें पोस्ट लैंडफॉल तैयार हैं। 

सैटेलाइट सिस्टम से तैयार हैं रेस्क्यू टीम

एसएन प्रधान ने कहा, सभी टीमों के पास सेटेलाइट संचार सिस्टम है। हमारे पास अत्याधुनकि पेड़ कटाई और खंभों की कटाई के यंत्र हैं। दोनों राज्यों में 41 टीमों का प्लेसमेंट हैं। बंगाल में सिर्फ दो टीमें रिजर्व में रखी गई हैं जिसमें से एक टीम अभी कोलकाता में तैनात की जा रही है।

 

21 साल बाद ऐसा तूफान आया

21 साल के बाद ऐसा तूफान आया है। 1999 में एक चक्रवात ओडिशा के तट से टकराया था। उसे साइक्लोन ओ5 बी या पारादीप साइक्लोन का नाम दिया गया था। यह तूफान बंगाल की खाड़ी में आया है। पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हटिया के बीच सुंदरबन के पास इसका केंद्र है।

तूफान से कौन-कौन राज्य प्रभावित

तूफान से सबसे ज्यादा ओडिशा और पश्चिम बंगाल प्रभावित होंगे। ओडिशा में 9 जिले पुरी, जाजपुर, जगतसिंहपुर, गंजाम, केंद्रापाड़ा, कटक, भद्रक, गंजाम और बालासोर प्रभावित हैं। वहीं पश्चिम बंगाल में पूर्वी मिदनापुर, 24 दक्षिण और उत्तरी परगना के साथ ही हावड़ा, हुगली, पश्चिमी मिदनापुर और कोलकाता में तूफान का असर दिखेगा।

- हवा की सबसे ज्यादा रफ्तार साउथ और नॉर्थ 24 परगना और ईस्ट मिदनापुर जिलों में होगी, जो 155-165 से 185 किमी. प्रति घंटे है। ये रफ्तार लैंडफॉल प्रक्रिया के साथ बढ़ना शुरू हो चुकी है। तटों से लोगों को निकालने का काम जारी है। पश्चिम बंगाल से अभी पांच लाख और ओडिशा में 1,58,640 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है।

Share this article
click me!