आतंकी-आपराधिक गठजोड़ के खिलाफ NIA ने बड़ी कार्रवाई की है। NIA की टीमों ने 6 राज्यों में 50 जगहों पर छापेमारी की और 10 लोगों को हिरासत में लिया।
नई दिल्ली। आतंकी-आपराधिक गठजोड़ के खिलाफ NIA ने बड़ी कार्रवाई की है। NIA की टीमों ने 6 राज्यों में 50 जगहों पर छापेमारी की और 10 संदिग्धों को हिरासत में लिया। पंजाब में 30 जगहों पर छापेमारी की गई। राजस्थान के 13, हरियाणा के 4, उत्तराखंड के दो और दिल्ली व यूपी में एक-एक जगह पर छापेमारी की गई।
एनआईए की टीमों ने राजस्थान के श्री गंगानगर जिले के सूरतगढ़ और राजियासर में छापेमारी की। सूरतगढ़ में एक छात्र नेता के घर पर छापेमारी की गई। एनआईए की एक टीम ने उत्तराखंड के देहरादून जिले के क्लेमेनटाउन थाना क्षेत्र में एक आवासीय परिसर में छापेमारी की। इसके साथ ही उधम सिंह नगर के बाजपुर थाना क्षेत्र में एक गन हाउस पर भी छापा मारा गया है। एनआईए की टीम ने गन हाउस में हथियारों की जांच की।
एनआईए ने एक युवक को हिरासत में लिया
एनआईए ने पंजाब के फिरोजपुर के रोजपुर से एक युवक को हिरासत में लिया है। इसका नाम जोन्स उर्फ जोरा है। इस युवक पर अर्श डल्ला का करीबी होने का शक है। दिल्ली में यादविंदर उर्फ जश्नप्रीत के घर पर छापेमारी की गई है। इसके खाते में विदेशी फंडिंग होने का शक है।
बड़ी चुनौती है आतंकी-आपराधिक गठजोड़
आतंकी-आपराधिक गठजोड़ भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती के रूप में सामने आया है। कनाडा और अन्य देशों में बैठे खालिस्तानी आतंकी आपराधिक गिरोहों का इस्तेमाल अपने मकसद के लिए कर रहे हैं। इन गिरोहों की मदद से ड्रग्स और हथियारों की तस्करी की जा रही है।
कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या जून में हुई थी। इसको लेकर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इसके बाद से दोनों देशों के रिश्ते खराब हैं। दूसरी ओर भारत सरकार ने विदेश में बैठे खालिस्तानी आतंकियों और उनके समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। खालिस्तानी आतंकियों के भारत में मौजूद संपत्तियों को जब्त किया जा रहा है।
खालिस्तानी-गैंगस्टर्स गठजोड़ को मिल रही ISI से मदद
सूत्रों के अनुसार NIA को खालिस्तानी-ISI और गैंगस्टर्स के गठजोड़ की जानकारी मिली है, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की जा रही है। UAPA के तहत गिरफ्तार किए गए खालिस्तानियों और गैंगस्टर्स से ऐसी जानकारी मिली है कि खालिस्तानी-गैंगस्टर्स गठजोड़ को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से मदद मिल रही है। इसके द्वारा आतंकियों की फंडिंग, हथियारों की सप्लाई और विदेशी धरती से भारत के खिलाफ गतिविधियां की जा रहीं हैं।