नितिन गडकरी ने नागपुर में बयान देकर सबको चौकाया: राजनीतिक गलियारे में रिटायरमेंट पर हलचल, BJP संसदीय बोर्ड से हटाए जाने के बाद दूसरी बार दिया संकेत

भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी को बीते साल अगस्त में पार्टी की संसदीय बोर्ड से हटा दिया गया।

Nitin Gadkari surprising statement: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एक बार फिर राजनैतिक हलचल पैदा कर दी है। एक प्रोग्राम में गडकरी ने चुनावी राजनीति से अलविदा कहने का संकेत देकर सबको चौका दिया। गडकरी ने कहा कि उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में बहुत काम किया है और अब सॉयल कन्जर्वेशन, क्लाइमेट चेंज और बंजर भूमि पर काम करना है। अच्छा होगा कि अगर लोग उन्हे वोट न दें। उनकी टिप्पणियों को एक संकेत के रूप में देखा जा रहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के करीबी संबंधों वाले नागपुर के कद्दावर नेता सक्रिय राजनीति से सेवानिवृत्ति पर विचार कर रहे हैं। गडकरी का बयान ऐसे समय पर आया है जब बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के साथ उनके संबंधों मे तनाव की अटकलें आ रही है।

संसदीय बोर्ड से भी हटाए जा चुके हैं गडकरी

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भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी को बीते साल अगस्त में पार्टी की संसदीय बोर्ड से हटा दिया गया। गडकरी के साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी बोर्ड से हटाया गया था। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस व अन्य को पार्टी के पार्लियामेंट्री बोर्ड में शामिल किया गया है। हालांकि, गडकरी के करीबियों ने उनके बयान पर कहा कि गलत निष्कर्ष नहीं निकाला जाना चाहिए। उन लोगों का दावा है कि गडकरी का कहना यह था कि अगर उनका काम लोग पसंद करते हैं तो ही उनको वोट दें, रिटायरमेंट का कोई प्लान नहीं है।

डॉ.मोहन धारिया राष्ट्र निर्माण पुरस्कार समारोह में बोल रहे थे गडकरी

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, नागपुर में आयोजित डॉ मोहन धारिया राष्ट्र निर्माण पुरस्कार समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण, जलवायु परिवर्तन और बंजर भूमि के उपयोग जैसे क्षेत्रों में प्रयोगों की बहुत गुंजाइश है। मैं उन्हें करना पसंद करता हूं और कभी-कभी उन्हें जबरदस्ती करता हूं। मैंने लोगों को पहले ही बता दिया है कि अब बहुत हो गया; अगर आप सहमत हैं तो मुझे वोट दें और अगर आप अन्यथा सोचते हैं तो मत दें। अगर आपको पसंद है तो ठीक है, नहीं तो कोई और (मेरी जगह) आ जाएगा। वास्तव में मैं इन कार्यों (जल संरक्षण, जलवायु परिवर्तन और बंजर भूमि के उपयोग से संबंधित) पर अधिक समय देना चाहता हूं।

उन्होंने कहा कि राजनीति पैसे कमाने का व्यवसाय नहीं है। राजनीति का अर्थ सामाजिक कार्य, राष्ट्रीय मुद्दों को हल करना और विकास कार्य करना भी है। सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन राजनीति का मुख्य लक्ष्य है। पर्यावरण के बिना, विकास कायम नहीं रहेगा और आधुनिक दुनिया में विकास समान रूप से महत्वपूर्ण है।

साल भर पहले भी राजनीति छोड़ने की कही थी बात

यह पहली बार नहीं है जब गडकरी ने राजनीति से रिटायरमेंट करने की बात किए हो। पिछले साल 23 जुलाई को उन्होंने कहा था कि कभी-कभी उनका मन करता है कि मैं राजनीति छोड़ दूं क्योंकि जीवन में करने के लिए और भी बहुत कुछ है। नागपुर में श्री गिरीश गांधी अमृत महोत्सव सतकार कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि जब गिरीश भाई (गांधी) राजनीति में थे तो मैं उन्हें हतोत्साहित करता था क्योंकि मैं भी कभी-कभी राजनीति छोड़ने के बारे में सोचता था। एक महीने से अधिक समय बाद 27 अगस्त को उन्होंने कहा कि किसी का इस्तेमाल करना और फिर उसे फेंक देना गलत है। अगर आपने किसी का हाथ पकड़ा है और वो आपका दोस्त है तो उसे कभी जाने मत दीजिये। उगते सूर्य की पूजा की नीति का पालन मत करो।

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