चीन को एक और झटका, बिजली उपकरण नहीं खरीदेगा भारत, ड्रैगन को होगा इतने हजार करोड़ रु का नुकसान

भारत ने अब चीन को एक और चोट पहुंचाने की तैयारी कर ली है। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने आदेश दिया है कि बिना पूर्व अनुमति के अब चीन और पाकिस्तान से कोई बिजली उपकरण आयात नहीं किया जा सकेगा। आरके सिंह ने कहा, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के ऊर्जा मंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में ये आदेश दिया। 

Asianet News Hindi | Published : Jul 3, 2020 10:37 AM IST / Updated: Jul 03 2020, 04:14 PM IST

नई दिल्ली. भारत ने अब चीन को एक और चोट पहुंचाने की तैयारी कर ली है। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने आदेश दिया है कि बिना पूर्व अनुमति के अब चीन और पाकिस्तान से कोई बिजली उपकरण आयात नहीं किया जा सकेगा। आरके सिंह ने कहा, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के ऊर्जा मंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में ये आदेश दिया। भारत ने 2018-2019 में ऊर्जा क्षेत्र में चीन से  21000 करोड़ रुपए का सामान चीन से आयात किया था। 

आरके सिंह ने कहा, कुछ बिजली वितरण कंपनियां बाहर के देशों से खासतौर पर चीन से बने उपकरण खरीद रहीं हैं। जबकि ये उपकरण भारत में भी बन रहे हैं। ऐसे में देश में जो भी बन रहा है, उसे प्राथमिकता मिलनी चाहिए। 

'हमारे सैनिकों पर हमला करने वाले देशों से नहीं करेंगे आयात'
आरके सिंह ने कहा, 2018-19 में हमने ऊर्जा क्षेत्र में 71,000 करोड़ का सामान आयात किया। इसमें से 21000 करोड़ रुपए का सामान चीन से आया। हम हमारे जवानों पर हमला करने वाले और जमीन हड़पने की कोशिश करने वाले देशों से आयात नहीं करेंगे। हम वहां क्यों रोजगार पैदा करें। 

'रोजगार भी बढ़ेगे'
उन्होंने कहा, बिजली क्षेत्र में सिर्फ 5 चीजों को छोड़कर भारत में सब कुछ बनता है। ऐसी स्थिति में हमें अपनी कंपनियों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है ताकि हम अपने देश में रोजगार को भी बढ़ा सकें। 
 


राज्यों को बंद करना होगा आयात
ऊर्जा मंत्री ने कहा,   चीन से आयात होने वाले सामान को ऊर्जा क्षेत्र से बाहर किया जाएगा। उन्होंने कहा, राज्यों को भी चीन से आयात बंद करना होगा। हमने फैसला किया है कि चीन से कोई आयात नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, चीन इन उपकरणों में मालवेयर या रिमोट हमारे सेक्टर को शटडाउन भी कर सकता है।
 
59 एप्स की बैन
इससे पहले मोदी सरकार ने चीन पर डिजिटल स्ट्राइक करते हुए 59 चीनी ऐप्स को बैन किया था। इन ऐप्स में टिक टॉक, शेयर इट, यूसी जैसी चर्चित ऐप्स भी शामिल हैं। 

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