Coromandel Train Accident: पढ़ें उड़ीसा रेल हादसे पर इस्तीफे की बात सुनकर क्या बोले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव

ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे (Odisha trains accident) में मारे गए लोगों की संख्या 380 हो गई है। रेल मंत्री मौके पर पहुंचे हैं। उन्होंने राहत और बचाव अभियान का निरीक्षण किया।

 

Vivek Kumar | Published : Jun 3, 2023 3:23 AM IST / Updated: Jun 03 2023, 10:26 AM IST

बालासोर। ओडिशा के बालासोर जिले के बहनगा बाजार स्टेशन के पास शुक्रवार शाम को हुए भीषण ट्रेन हादसे (Odisha trains accident) में मरने वालों की संख्या 380 हो गई है। यहां कोरोमंडल एक्सप्रेस (Coromandel Train Accident), बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के बीच टक्कर हुई।

शनिवार सुबह रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railways Minister Ashwini Vaishnaw) घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया। अश्विनी वैष्णव मलबे के पास गए और देखा कि किस तरह खोज और बचाव अभियान चलाया जा रहा है। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बात की। विपक्ष द्वारा किए गए इस्तीफा की मांग पर रेल मंत्री ने कहा कि अभी सारा ध्यान घायलों के इलाज और बचाव अभियान पर है।

ओडिशा ट्रेन हादसे के घायलों को मिलेगा सबसे बेहतर इलाज

रेल मंत्री ने कहा, "बड़ा दर्दनाक हादसा है। सभी दिवंगत आत्माओं के साथ हमारी प्रार्थना है। कल रात से लगातार रेलवे, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और राज्य सरकार बचाव अभियान चला रही है। बालेश्वर और भुवनेश्वर की ओर से कम्प्लीट मोबिलाइजेशन किया गया है। इस तरह के बड़े हादसे में जितना प्रयास किया जाए कम होता है। उन सभी परिवारों के साथ मेरी प्रार्थना है, जिनके परिवार के लोग इस हादसे में चले गए। जहां पर सबसे बेहतर हॉस्पिटल फैसिलिटी होगी चाहे कटक, भुवनेश्वर, एम्स या कोलकाता, जहां भी बेहतर सुविधा होगी इलाज कराया जाएगा।"

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव बोले- तुरंत शुरू होगा मरम्मत का काम

अश्विनी वैष्णव ने कहा, "एक हाई लेवल कमेटी का गठन किया गया है। यह हादसे की जांच करेगी। कमिश्नर रेल सेफ्टी को भी बुलाया गया है। वो भी जांच करेंगे। हादसे के मूल वजह का पता लगाया जाएगा। किस कारण से हादसा हुआ यह समझा जाएगा।" विपक्ष द्वारा आपका इस्तीफा मांगा जा रहा है। इसपर मंत्री ने कहा, "अभी सबसे पहला फोकस बचाव अभियान पर है। टूटी हुई पटरियों की मरम्मत का काम तुरंत शुरू होगा। जैसे ही जिला प्रशासन की तरफ से क्लीयरेंस मिलता है तुरंत काम शुरू होगा। मशीनों को मंगाया गया है। जांच के बाद ही पता चलेगा कि हादसा क्यों हुआ। किसी तरह की लापरवाही हुई है या नहीं, इसके बारे में अभी नहीं कहा जा सकता। यह जांच से पता चलेगा।"

कैसे हुआ ओडिशा ट्रेन हादसा

ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार की शाम करीब सात बजे भारत में हाल के इतिहास का सबसे भीषण रेल हादसा हुआ। यहां तीन ट्रेनें एक-दूसरे से टकरा गईं, जिससे 280 लोग मारे गए और करीब 900 घायल हुए। टकराने वाली तीन ट्रेनों में दो पैसेंजर और एक मालगाड़ी थी।

बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की टक्कर हुई है। पश्चिम बंगाल के शालीमार से चेन्नई जा रही शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस बहनागा बाजार स्टेशन से 300 मीटर दूर पटरी से उतर गई। कोरोमंडल एक्सप्रेस (Coromandel Express) एक मालगाड़ी से टकरा गई थी, जिससे कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे तीसरे ट्रैक पर चले गए थे। इसी दौरान बेंगलुरू-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस आ गई। इसने पटरी से उतरे कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बों को टक्कर मार दी।

यह भी पढ़ें- ओडिशा के बालासोर में भीषण ट्रेन दुर्घटना: दिल दहला देने वाली वारदात, 3 ट्रेन हो गई एक साथ डिरेल, देखिए 10 Photos

यह भी पढ़ें- Odisha Trains Accident: कोरोमंडल एक्सप्रेस के यात्री की आंखों देखी, किसी का सिर नहीं तो किसी का पैर, हमारी सीट के नीचे था 2 साल का बच्चा

यह भी पढ़ें- Odisha Train Accident: दक्षिण पूर्व रेलवे की कई ट्रेनें रद्द, कई के रूट में हुआ बदलाव

Read more Articles on
Share this article
click me!