Operation Ganga : दिल्ली पहुंचने के बाद फ्लाइट में सवार एक छात्र ने कहा- सरकार ने हमारी बहुत मदद की है। भारतीय दूतावास द्वारा हर संभव सहायता प्रदान की गई। उसने बताया कि यूक्रेन में मुख्य समस्या सीमा पार करना है। ऑपरेशन गंगा के तहत अब तक 6 फ्लाइट से एक हजार से ज्यादा छात्रों को वापस लाया जा चुका है।
नई दिल्ली। रोमानिया के बुखारेस्ट से रवाना हुई पांचवीं उड़ान आज सुबह दिल्ली में लैंड हुई। इस फ्लाइट के जरिये 249 भारतीयों को स्वदेश लाया गया। मोदी सरकार (Modi government) यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) चला रही है। इससे पहले रविवार को भी बुखारेस्ट से 250 छात्रों को लेकर फ्लाइट दिल्ली पहुंची थी। इसमें विभिन्न राज्यों के छात्र थे। अब तक यूक्रेन से छात्रों को लेकर पांच उड़ानें आ चुकी हैं। इधर, हंगरी के बुडापेस्ट से 240 भारतीय छात्रों को लेकर एक और फ्लाइट निकली है।
दिल्ली पहुंचने के बाद फ्लाइट में सवार एक छात्र ने कहा- सरकार ने हमारी बहुत मदद की है। भारतीय दूतावास द्वारा हर संभव सहायता प्रदान की गई। उसने बताया कि यूक्रेन में मुख्य समस्या सीमा पार करना है। हालांकि, सरकार जिस तरह से काम कर रही है, उससे लगता है कि सभी छात्रों को वापस लाया जा सकेगा।
सीमावर्ती देशों में पहुंचने वालों को निकाल रही सरकार
यूक्रेन और रूस संकट के बीच भारत सरकार ने पोलैंड, रोमानिया, हंगरी और स्लोवाक से अपने नागरिकों को निकालना शुरू किया है। दरअसल, यूक्रेन का एयर स्पेस बंद है, इसलिए वहां फंसे भारतीय छात्र सीमावर्ती देशों में पहुंच रहे हैं। इन देशों से सरकार फ्लाइट्स द्वारा अपने नागरिकों को निकाल रही है। इन देशों में भारतीयों की मदद के लिए चौबीसों घंटे नियंत्रण केंद्र बनाए गए हैं। विदेश मंत्रालय ने बताया कि ऑपरेशन गंगा के लिए एक अलग से ट्विटर अकाउंट 'OpGanga' बनाया गया है। पिछले कुछ दिनों में संकटग्रस्त क्षेत्र से हजारों भारतीय देशों को उड़ानों के माध्यम से वापस लाया जा रहा है।
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पीएम मोदी ने की थी हाई लेवल मीटिंग
यूक्रेन (Ukraine) में फंसे भारतीय छात्रों की सुरक्षित वापसी (Indian Students evacuation) के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को एक हाई लेवल मीटिंग की थी। उन्हें बताया गया था कि यूक्रेन में भारत के करीब 16 हजार छात्र फंसे हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने सभी छात्रों की सुरक्षित वापसी को सरकार की प्राथमिकता बताया था। उन्होंने इनकी निकासी में तेजी लाने के निर्देश दिए थे।
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