फ्रांस, जर्मनी, भारत और स्पेन के 200 वायुसैनिकों ने सद्गुरु आश्रम में किया योग
भारत, फ्रांस, जर्मनी और स्पेन के वायुसेनिकों ने युद्धाभ्यास सत्र के बाद ईशा योग केंद्र में ध्यान किया। उन्होंने पवित्र स्थानों का दौरा किया, ऊर्जावान जल निकायों में डुबकी लगाई। आदियोगी दिव्य दर्शनम का अनुभव लिया।
युद्धाभ्यास सत्र के बाद चारों देशों के करीब 200 वायुसैनिकों ने ईशा योग केंद्र का दौरा कर वहां ध्यान लगाया। 11 अगस्त को भारत, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन के वायुसैनिकों ने कोयंबटूर में ईशा योग केंद्र का दौरा किया।
7 अगस्त को जर्मन वायुसेना के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल इंगो गेरहार्ट्ज ने भी आश्रम का दौरा किया था।
वायुसैनिकों ने ईशा योग केंद्र में पवित्र स्थानों को देखा। तीर्थकुंड के रूप में जाने जाने वाले ऊर्जावान जल निकायों में डुबकी भी लगाई। यहां पुरुषों के लिए सूर्यकुंड और महिलाओं के लिए चंद्रकुंड है।
चारों देशों के एयरफोर्स ऑफिसर्स ने ध्यानलिंग का भी अनुभव किया। यहां इन लोगों ने ध्यान लगाया। आदियोगी दिव्य दर्शनम को देखा। यह आदियोगी के चेहरे पर मैप किया गया 12 मिनट का इमर्सिव वीडियो इमेजिंग शो है।
स्पेनिश टीम ने कहा कि यह एक अविश्वसनीय अनुभव रहा है। यहां की संस्कृति पूरी तरह से अलग है। इस तरह के स्थानों पर जाना और कुछ अनोखा अनुभव करना समृद्ध करने वाला है।
जर्मन टीम के एक सदस्य ने कहा कि मैं पिछले सप्ताह तीन बार यहां आया था। ध्यान से लेकर मंदिर, पहाड़ों से लेकर प्रकाश शो (आदियोगी दिव्य दर्शनम) तक, प्रत्येक यात्रा ने एक अलग अनुभव प्रदान किया।
एयरफोर्स ऑफिसर्स को योग नमस्कार और नाड़ी शुद्धि सहित कई शक्तिशाली योगिक अभ्यासों को सिखाया गया। ये अभ्यास विशेष रूप से उन्हें तनावपूर्ण कार्य स्थितियों को अधिक आसानी और स्पष्टता के साथ नेविगेट करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, जो उच्च दबाव वाले वातावरण में उनके लचीलेपन और प्रदर्शन को बढ़ाते हैं।