किसी एक फैसले से ज्यूडशरी को परिभाषित करना ठीक नहीं, कई मौकों पर न्यायपालिका खरी नहीं उतरी: एनवी रमना

देश के 48वें सीजेआई के लिए शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) ने विदाई समारोह आयोजित किया था। अपने 16 महीने के कार्यकाल की उपलब्धियों व खामियों पर चर्चा करने के दौरान जस्टिस एनवी रमना ने कहा कि जजशिप के लिए इतने नामों की सिफारिश करने में सक्षम होने के लिए कॉलेजियम में अपने सहयोगियों और कंसल्टिंग जजों को धन्यवाद किया।

नई दिल्ली। सीजेआई (Chief Justice of India) एनवी रमना ने देश के न्यायालयों में लंबित मामलों को बड़ी चुनौती करार दिया है। उन्होंने (Justice NV Ramana)अफसोस जताया कि तमाम बार ज्यूडिशरी लोगों की अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतर पा रही है। चीफ जस्टिस ने कहा कि मैं अत्यन्त संतोष के साथ काम करते हुए रिटायर हो रहा हूं। जब आप मुझे एक न्यायाधीश के रूप में आंकेंगे तो मैं इतना कहना चाहता हूं कि मुझे एक बहुत ही सामान्य न्यायाधीश के रूप में आंका जा सकता है।

किसी भी एक निर्णय व आदेश से ज्यूडिशरी को नहीं कर सकते परिभाषित

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चीफ जस्टिस एनवी रमना (NV Ramana) ने कहा कि वह अपने कार्यकाला में सुप्रीम कोर्ट के 11 और हाईकोर्ट के 224 जजों की नियुक्ति कराने में सफल रहे। देश के 48वें सीजेआई के लिए शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) ने विदाई समारोह आयोजित किया था। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका कई बार लोगों की अपेक्षाओं से कमतर प्रदर्शन किया है। हालांकि, न्यायशास्त्र पिछले 75 वर्षों में काफी विकसित हुई है। इसके किसी एक निर्णय या आदेश से परिभाषित करना उचित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि जब तक संस्था की विश्वसनीयता की रक्षा नहीं की जाती है, तबतक लोगों और समाज से सम्मान प्राप्त नहीं किया जा सकता है।

235 जजों की नियुक्ति कराने में सफलता

अपने 16 महीने के कार्यकाल की उपलब्धियों व खामियों पर चर्चा करने के दौरान जस्टिस एनवी रमना ने कहा कि जजशिप के लिए इतने नामों की सिफारिश करने में सक्षम होने के लिए कॉलेजियम में अपने सहयोगियों और कंसल्टिंग जजों को धन्यवाद किया। उन्होंने बताया कि सहयोगियों और कंसल्टिंग जजों की बदौलत ही पिछले 16 महीनों में एपेक्स कोर्ट में 11 जजों की नियुक्ति कर सके और हाईकोर्टों के लिए अनुशंसित 255 में से 224 जज पहले ही नियुक्त किए जा चुके हैं।

होने वाले सीजेआई ने पूर्ववर्ती को दिया धन्यवाद

विदाई समारोह में होने वाले चीफ जस्टिस यूयू ललित ने अपने पूर्ववर्ती चीफ जस्टिस एनवी रमना को धन्यवाद दिया। कहा कि चीफ जस्टिस एनवी रमना के ठोस प्रयास से ही काफी संख्या में न्यायाधीशों की नियुक्ति हो सकी, इसमें महिलाओं को भी मौका मिला। उन्होंने कहा कि 250 से अधिक जजों की नियुक्तियां एक बड़ी उपलब्धि रही। 

समारोह में जस्टिस हेमा कोहली, अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता, वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल, दुष्यंत दवे और विकास सिंह ने न्यायपालिका में उनके योगदान के लिए सीजेआई को विदाई दी।

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