दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को केंद्रीय खुफिया एजेंसी से इनपुट मिला कि पाक खुफिया इकाई आईएसआई और अंडरवर्ल्ड के गठजोड़ से तैयार किया गया एक मॉड्यूल भारत में बड़े पैमाने पर सीरियल आईईडी ब्लास्ट की वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा है।
नई दिल्ली। देश में आतंक फैलाने की साजिश रचने की कोशिश करने वाले छह दहशतगर्दों में चार को दिल्ली कोर्ट ने 14 दिनों की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।
पुलिस ने जान मोहम्मद शेख, ओसामा, मूलचंद लाला, मोहम्मद अबू बकर को दिल्ली कोर्ट में पेश किया। न्यायालय ने चारों को पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।
दोपहर में पेश हुए अन्य दो आरोपियों को भी कोर्ट ने 14 दिनों की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।
दो अन्य को दोपहर में पेश किया गया
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के अनुसार दो अन्य आरोपियों जीशान कमर और आमिर जावेद को दोपहर बाद कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने सुनवाई के बाद दोनों आरोपियों को 14 दिनों की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।
मल्टी स्टेट ऑपरेशन में हुआ पर्दाफाश
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि आतंकी गतिविधियों पर शिकंजा कसने के लिए मल्टी स्टेट ऑपरेशन चलाया गया था। ऑपरेशन में इनपुट के आधार पर दो आतंकियों और चार अन्य लोगों को अरेस्ट किया गया है। अरेस्ट किए गए सभी छह लोग राजस्थान, दिल्ली व यूपी के अलग-अलग स्थानों से पकड़े गए हैं।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को केंद्रीय खुफिया एजेंसी से इनपुट मिला कि पाक खुफिया इकाई आईएसआई और अंडरवर्ल्ड के गठजोड़ से तैयार किया गया एक मॉड्यूल भारत में बड़े पैमाने पर सीरियल आईईडी ब्लास्ट की वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा है। सीमा पार के स्रोत अपने नेटवर्क से इन्हें आइईडी की व्यवस्था कर रहे हैं। इनपुट्स के आधार जांच आगे बढ़ी और पुलिस ने दिल्ली के ओखला इलाके में और महाराष्ट्र में इस मॉड्यूल का एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप मे काम करने वाले संदिग्धों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
यूपी और महाराष्ट्र सहित देश के विभिन्न हिस्सों में उनके सहयोगियों पर नजर रखनी शुरू हुई। कई टीमों को मुंबई में महाराष्ट्र और लखनऊ, प्रयागराज, राय-बरेली, प्रतापगढ़, यूपी में एक साथ तैनात किया गया था। इस तरह से खुफिया इनपुट के आधार पर विभिन्न राज्यों में एक साथ छापेमारी की गई तो पहले अंडरवर्ल्ड ऑपरेटिव जान मोहम्मद शेख उर्फ समीर कालिया को राजस्थान के कोटा को उस वक्त दबोचा गया जब वह दिल्ली जा रहा था।
वहीं ओसामा को दिल्ली के ओखला से, मोहम्मद अबू बकर को दिल्ली के सराय काले खां से, जबकि जीशान को यूपी के इलाहाबाद से गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा मोहम्मद आमिर जावेद को यूपी के लखनऊ से और मूलचंद उर्फ साजू उर्फ लाला को यूपी के रायबरेली से पकड़ा गया था।
क्या चाहते थे?
दरअसल, इन आतंकियों को पाकिस्तान में ट्रेनिंग देकर भेजा गया था कि त्योहारों में जब मार्केट या सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ हो तो वहां विस्फोट को अंजाम दें। नवरात्रि, ऐतिहासिक रामलीला, दशहरा आदि पर यह अपना मिशन पूरा करने वाले थे। दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र समेत छह राज्यों के 15 शहरों में सीरियल बम ब्लास्ट की साजिश इनके आकाओं ने रची थी।