पेगासस जासूसी कांड पर सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहा है. विपक्ष जांच कराने पर अड़ा है तो सत्ता पक्ष किसी भी सूरत पर इस मुद्दे पर कहीं भी चर्चा कराने या जांच से बच रही है. दोनों अपनी ओर से जोरदार ढंग से आरोप लगा रहे हैं. आलम यह कि संसद का मानसून सत्र अभी तक ठीक से चल नहीं सका है.
नई दिल्ली। पेगासस जासूसी कांड (Pegasus Espionage Scandal) पर सरकार और विपक्ष के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है। इस जासूसी कांड की जांच के लिए संपूर्ण विपक्ष एकजुट है। बुधवार को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने विपक्ष के कई नेताओं के साथ इस मुद्दे को लेकर रणनीति बनाई गई। उधर, बीजेपी (BJP) ने इसे राहुल गांधी और कांग्रेस (Congress) का ड्रामा करार दिया है।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा (Sambit Patra) ने तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी की जासूसी से क्या हासिल होगा जो उनकी कोई जासूसी कराएगा। पात्रा ने कहा कि अगर राहुल गांधी को लगता है कि उनकी जासूसी हुई तो वह शिकायत दर्ज कराएं।
पात्रा ने संभाला सत्ता पक्ष की ओर से मोर्चा
‘यदि उनका (राहुल गांधी) का फोन हथियार है, अब तक उन्होंने शिकायत नहीं दर्ज कराई है, वे केवल प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों कर रहे हैं। कोई राहुल गांधी की जासूसी क्यों करेगा? वह कांग्रेस पार्टी को चलाने में विफल हैं। उनकी जासूसी से क्या मिलेगा? राहुल जी आपको अपने फोन की जांच करानी चाहिए।‘
संबित पात्रा, भाजपा प्रवक्ता
विपक्षी नेता परिवार को बचाने में लगे, राहुल-प्रियंका स्थापित होना चाहते
संबित पात्रा (sambit Patra) ने आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टियों का एक ही लक्ष्य है, अपने परिवारों को बचाना। राहुल और प्रियंका केवल राजनीतिक रूप से स्थापित होना चाहते हैं। पीएम मोदी की चिंता सिर्फ भारत को विकास के पथ पर स्थापित करने की है। जनता विपक्षी एकता के ड्रामे को समझती है।
संबित पात्रा ने कहा कि पीएम मोदी (PM Modi) अहम मुद्दों पर बैठक बुलाते हैं, लेकिन कांग्रेस बायकॉट कर देती है। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) कह रहे हैं कि एक फर्जी उद्देश्य पेगासस हमारे लिए अहम है, कोविड (Covid-19) नहीं। आप लोगों की जिंदगी के साथ खेल रहे हैं। आप लोगों की आवाज को दबा रहे हैं।
यह भी पढ़ें: