सार
पेगासस जासूसी कांड पर चर्चा के लिए विपक्ष संसद ठप किए हुए है. आईटी पर स्थायी संसदीय समिति के चेयरमैन शशि थरूर ने इस मामले को चर्चा के लिए स्थायी समिति में लाया है. इस निर्णय के बाद भाजपा चर्चा को किसी भी सूरत में रोकना चाहती है.
नई दिल्ली। पेगासस जासूसी कांड (Pegasus Espionage Case) पर विपक्ष चर्चा के लिए अड़ा है तो सत्ता पक्ष किसी भी सूरत में इस मुद्दे पर चर्चा नहीं चाहता। अब आईटी की संसदीय स्थायी समिति (Parliamentary Standing Committee on IT) में इस जासूसी कांड की चर्चा की कवायद के बाद भाजपा (BJP) ने मोर्चा खोल दिया है। चर्चा कराने की पहल के बाद बीजेपी के सदस्यों ने संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष (Standing Committee Chairman) को भी हटाने की मांग करनी शुरू कर दी है। आईटी पर बनी संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष शशि थरूर (Shashi Tharoor) हैं।
भाजपा ने खोला मोर्चा
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) ने कहा कि आईटी पर संसदीय स्थायी समिति के 30 सदस्यों में 17 ने लिखा है कि उनका अध्यक्ष शशि थरूर पर भरोसा नहीं है। स्थायी समिति के अध्यक्ष को हटाने का कोई प्रावधान नहीं है लेकिन स्थायी समिति, संसद का ही विस्तार माना जाता है। ऐसे में स्थायी समिति का अध्यक्ष, लोकसभा अध्यक्ष की शक्तियों के तहत काम करता है। दुबे ने कहा कि अनुच्छेद 94 और अनुच्छेद 96 के अनुसार अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है। इसलिए हमने इन नियमों के तहत अध्यक्ष शशि थरूर को हटाने के लिए पत्र लिखा है।
जब संसद चलने नहीं दे रहे तो स्थायी समिति में चर्चा क्यों?
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (BJP MP Nishikant Dubey) ने कहा कि कांग्रेस संसद चलने नहीं दे रही है। यदि संसद नहीं चल रही है तो आप स्थायी समिति में पेगासस पर चर्चा क्यों चाहते हैं। स्थायी समिति भी तो संसद का ही विस्तार है।
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