सार

पेगासस जासूसी कांड और कृषि कानूनों के लेकर सरकार को घेरने के चक्कर में विपक्ष ने मानसून सत्र फिर से बाधित किया। हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा दोनों नहीं चल पाईं। इसे लेकर प्रधानमंत्री सहित तमाम मंत्रियों ने विपक्ष की खिंचाई की है।

नई दिल्ली. मानसून सत्र में विपक्ष के हंगामे पर सरकार ने नाराजगी जताई है। पेगासस जासूसी कांड और कृषि कानूनों के लेकर सरकार को घेरने के चक्कर में विपक्ष ने मानसून सत्र मंगलवार को भी नहीं चलने दिया। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विपक्ष की मानसिकता को जनता के सामने लाना जरूरी है। 

जानिए किसने क्या कहा
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लोकसभा में कहा था-आज की कार्यसूची में गांव और किसान से सम्बंधित कई प्रश्न चर्चा में हैं। विपक्षी सदस्य अगर किसानों के प्रति थोड़ा सा भी दर्द और वफादारी रखते हैं, तो उनको शांति बनाकर अपने स्थान पर बैठना चाहिए। इन प्रश्नों के माध्यम से अपना विषय रखना चाहिए और सरकार का जवाब भी सुनना चाहिए।

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उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा-संसद में विपक्ष की भूमिका एक ऐसे नकारात्मक व्यक्ति के जैसी है जिसको दिन में हल्ला-हंगामा किए बिना रात को सुकून की नींद नहीं आती है। विपक्ष का विज़न और मिशन केवल देश के विकास में बाधा डालने तक सीमित है!

रसायन एवं उर्वरक तथा नवीन, नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री भगवंत खूबा ने कहा-मंत्री पद संभालने के बाद, मुझे लोकसभा और राज्यसभा के सम्मान में बल्क ड्रग पार्क(जहां फॉर्मास्यूटिकल्स कंपनियों का हब होगा) और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा से संबंधित तारांकित प्रश्न का उत्तर देने का पहली बार अवसर मिला, लेकिन कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने हंगामा किया। उनका व्यवहार सदन की गरिमा के प्रतिकूल था। 

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा-मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर ऑल पार्टी मीटिंग की मांग रखी थी, लेकिन कांग्रेस ने इसका बहिष्कार किया। सरकार सारी चर्चाओं पर बहस के लिए तैयार है, लेकिन कांग्रेस पार्टी लगातार सदन को बाधित करने में लगी हुई है। रसायन एवं उर्वरक तथा नवीन, नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री भगवंत खूबा ने कहा-मंत्री पद संभालने के बाद, मुझे लोकसभा और राज्यसभा के सम्मान में बल्क ड्रग पार्क(जहां फॉर्मास्यूटिकल्स कंपनियों का हब होगा) और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा से संबंधित तारांकित प्रश्न का उत्तर देने का पहली बार अवसर मिला, लेकिन कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने हंगामा किया। उनका व्यवहार सदन की गरिमा के प्रतिकूल था। 

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भाजपा नेता राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा-2014 और 2019 में राहुल गांधी की पार्टी को देश ने पूरी तरह नकार दिया। उसके बाद भी वे चाहते हैं कि लोकतंत्र सही तरह न चले, संसद सही तरह न चले। राहुल गांधी की पार्लियामेंट्री परफॉर्मेंस सब जानते हैं। मानसून सत्र में वे विदेश घूमने जाते हैं, इस बार नहीं गए।

जबकि राजद के सांसद मनोज झा ने कहा-हम चाहते हैं प्रधानमंत्री और गृहमंत्री आएं और पेगासस पर चर्चा हो, क्योंकि पेगासस 4 कॉलम में पढ़ी जाने वाली ख़बर नहीं। किसी को नहीं पता किसने उपकरण खरीदे और किसने अधिकृत किया? ऐसे कई सवाल हैं। हम चाहते हैं सुप्रीम कोर्ट की अध्यक्षता में इसकी जांच हो

कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल ने बाहर भी विरोध जताया
कांग्रेस के सांसदों ने संसद में गांधी प्रतिमा के पास पेगासस के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया।

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हरसिमरत कौर बादल (SAD) ने बताया, "सरकार झूठ बोल रही है अगर उन्हें चर्चा करनी होती तो मैं 7 दिन से 550 किसान की मृत्यु को लेकर संसद में स्थगन नोटिस दे रही हूं लेकिन वे इसे स्वीकार नहीं कर रहें।"

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