PM Modi ने श्री गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व की बधाई दी, शेयर की पटना में 350वें प्रकाश पर्व की तस्वीरें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (narendra modi) ने देशवासियों के 355वें प्रकाश पर्व की बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा - श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व की बधाई। उनका जीवन और संदेश लाखों लोगों को शक्ति देता है। उन्होंने इस मौके पर अपनी कुछ यादगार तस्वीरें भी शेयर की हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 9, 2022 6:20 AM IST

नई दिल्ली। आज सिखों के 10वें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का 355 वां प्रकाश पर्व (Prakash Parva) है। कोरोना (Covid 19) संकट के कारण दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू था, लेकिन प्रकाश पर्व के कारण सिखों को इसमें राहत दी गई है। उन्हें गुरुद्वारा जाने दिया गया। गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व पर गुरुद्वारा में मत्था टेकने जाने की अनुमति मिल गई है। 



इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (narendra modi) ने देशवासियों के प्रकाश पर्व की बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा - श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व की बधाई। उनका जीवन और संदेश लाखों लोगों को शक्ति देता है। मैं इस तथ्य को हमेशा संजोकर रखूंगा कि हमारी सरकार को उनके 350वें प्रकाश उत्सव को मनाने का अवसर मिला है। उस समय की मेरी पटना यात्रा की कुछ झलकियां साझा कर रहा हूं। बता दें कि गुरु गोविंद सिंह के 350वें प्रकाश पर्व के मौके पर मोदी पटना में थे। उन्होंने वहां की तस्वीरें शेयर की हैं। 



दिल्ली में सिखों ने की थी छूट की मांग 
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष कुलवंत सिंह बाठ ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind kejriwal) को एक पत्र लिखा था। पत्र में सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह के नौ जनवरी को प्रकाश पर्व पर संगतों को गुरुद्वारा बंगला साहिब जाने की छूट देने की मांग की गई थी। इसे डीडीएमए ने एहतियात के साथ मंजूरी दे दी थी। आज श्रद्धालुओं को गुरुद्वारा बंगला साहिब दर्शन के लिए छूट मिलने से गुरुपर्व श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। हालांकि, श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, मास्क, सेनेटाइजर और थर्मल स्क्रीनिंग के बगैर किसी को गुरुद्वारा परिसर में अनुमति नहीं दी जा रही है।  

देश ही नहीं, विदेशों में भी मनाया जाता है प्रकाश पर्व 
प्रकाश प्रर्व पर गुरु गोबिंद सिंह का जन्मदिवस पूरे देश में ही नही विदेशों में भी सिख धर्मावलंबियों द्वारा हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर गुरुद्वारों में भव्य कार्यक्रम सहित गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ किया जाता है। गुरु गोबिंद सिंह ने गुरु ग्रंथ साहिब को सिखों का गुरु घोषित करते हुए गुरु परंपरा को खत्म किया था। इसके लिए उन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की थी। गुरु गोबिंद सिंह एक संत के साथ ही धर्मरक्षक, महान कर्मप्रेणता और वीर योद्धा के रूप में भी जाने जाते हैं। 

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