प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 में हमारे देश में 387 मेडिकल कॉलेज थे। पिछले सात सालों में ही यह संख्या बढ़कर 596 हो गई है। 2014 से पहले देश में केवल 7 एम्स थे लेकिन अब स्वीकृत एम्स की संख्या बढ़कर 22 हो गई है। मोदी ने कहा - आने वाले वर्षों में मैं भारत को गुणवत्ता और किफायती देखभाल के लिए जाने-माने गंतव्य के रूप में देखता हूं।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pm Narendra modi) ने बुधवार शाम तमिलनाडु में 11 नए सरकारी मेडिकल कॉलेजों (Medical College) और चेन्नई में केंद्रीय शास्त्रीय तमिल संस्थान के नए परिसर का उद्घाटन करेंगे। वर्चुअली हुए इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 में हमारे देश में 387 मेडिकल कॉलेज थे। पिछले सात सालों में ही यह संख्या बढ़कर 596 हो गई है। 2014 से पहले देश में केवल 7 एम्स थे लेकिन अब स्वीकृत एम्स की संख्या बढ़कर 22 हो गई है। मोदी ने कहा - आने वाले वर्षों में मैं भारत को गुणवत्ता और किफायती देखभाल के लिए जाने-माने गंतव्य के रूप में देखता हूं। भारत में मेडिकल टूरिज्म का हब बनने के लिए जो भी जरूरी है, वह सब कुछ है।
4000 करोड़ की लागत से बने मेडिकल कॉलेज
तमिलनाडु में यह 11 मेडिकल कॉलेज लगभग 4,000 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से बनाए जा रहे हैं। इसमें से लगभग 2,145 करोड़ रुपए केंद्र सरकार और बाकी तमिलनाडु सरकार दे रही है। यह मेडिकल कॉलेज विरुधुनगर, नमक्कल, नीलगिरी, तिरुपुर, तिरुवल्लूर, नागपट्टिनम, डिंडीगुल, कल्लाकुरिची, अरियालुर, रामनाथपुरम और कृष्णागिरी जिलों में बनेंगे। इन जिलों में अभी न तो सरकारी और न ही प्राइवेट मेडिकल कॉलेज हैं। इन मेडिकल कॉलेजों की स्थापना से प्रदेश में मेडिकल की 1,450 सीटें बढ़ेंगी।
UN में तमिल बोलने का मौका मिला, वह सुखद क्षण था
राष्ट्रीय तमिल संस्थान के भव का उद्घाटन करते हुए मोदी ने कहा - मैं हमेशा तमिल भाषा और संस्कृति की समृद्धि पर मोहित रहा हूं। मेरे जीवन के सबसे सुखद क्षणों में से एक था जब मुझे संयुक्त राष्ट्र में दुनिया की सबसे पुरानी भाषा तमिल में कुछ शब्द बोलने का मौका मिला। भारतीय विरासत की सुरक्षा और संरक्षण के साथ ही शास्त्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए चेन्नई में केंद्रीय शास्त्रीय तमिल संस्थान (CICT) के एक नए परिसर की स्थापना की गई है। पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा बनाया गया है यह परिसर 24 करोड़ रुपए में तैयार हुआ है।
तीन मंजिला भवन में ई लाइब्रेरी जैसी तमाम सुविधाएं
CICT परिसर में एक बड़ी पुस्तकालय, एक ई-लाइब्रेरी, सेमिनार हॉल और एक मल्टीमीडिया हॉल बनाया गया है। इसकी लाइब्रेरी में 45 हजार से अधिक प्राचीन तमिल पुस्तकों का बड़ा कलेक्शन है। अभी तक यह किराए के भवन में संचालित था। अब यह नए 3 मंजिला परिसर से संचालित होगा।
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