प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई के आखिरी रविवार को रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने एक ऐसे भारतीय मूल के व्यक्ति का नाम लिया, जो सात समुंदर पार राष्ट्रपति बना और सबसे दिलचस्प बात ये रही है कि उन्होंने शपथ संस्कृत में ली।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई के आखिरी रविवार को रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने एक ऐसे भारतीय मूल के व्यक्ति का नाम लिया, जो सात समुंदर पार राष्ट्रपति बना और सबसे दिलचस्प बात ये रही है कि उन्होंने शपथ संस्कृत में ली। इसके बाद से वो चर्चा में आ गए। अब पीएम मोदी ने भी मन की बात के प्रोग्राम में उनका जिक्र किया है। दरअसल, उनका नाम है चन्द्रिका प्रसाद संतोखी है। वो सूरीनाम के नए राष्ट्रपति बने हैं।
चन्द्रिका प्रसाद ने संस्कृत में ली शपथ
सूरीनाम के नए राष्ट्रपति भारतीय मूल के चन्द्रिका प्रसाद बने। वो चर्चा में उस समय आ गए जब उन्होंने राष्ट्रपति पद की शपथ संस्कृत में ली। वो भारत के मित्र हैं और उन्होंने साल 2018 में आयोजित पर्सन ऑफ इंडियन ऑरिजिन पार्लियामेंट्री कॉन्फ्रेंस में भी हिस्सा लिया था। उन्होंने शपथ की शुरुआत वेद मंत्रों के साथ की थी। उन्होंने 'ओम शांति ओम के साथ अपनी शपथ पूरी की।' अपने हाथ में वेद लेकर वो बोले-मैं, चन्द्रिका प्रसाद संतोखी इसके बाद वेद के एक मंत्र का उच्चारण किया।
भारत के सूरीनाम के साथ बहुत ही करीबी संबंध हैं
पीएम मोदी ने मन की बात में जिक्र किया कि 'सात समुंदर पार, भारत से हजारों मील दूर एक छोटा सा देश है, जिसका नाम है सूरीनाम। भारत के सूरीनाम के साथ बहुत ही करीबी संबंध हैं। सौ-साल से भी ज्यादा समय पहले, भारत से लोग वहां गए और उसे ही अपना घर बना लिया। आज चौथी पांचवी पीढ़ी वहां पर है। आज सूरीनाम में एक चौथाई से अधिक लोग भारतीय मूल के हैं। क्या आप जानते हैं कि वहां की आम भाषाओं में से एक सरनामी भी, भोजपुरी की ही एक बोली है। इन सांस्कृतिक संबंधों को लेकर हम भारतीय काफी गर्व महसूस करते हैं।'