उन्होंने कहा, "मुझे याद है कि जब इलाहाबाद हाई कोर्ट ने राम मंदिर पर फैसला सुनाया तो तरह तरह के लोग मैदान में आ गए थे। कुछ बयानबाजों और बड़बोलों ने सिर्फ खुद को चमकाने के लिए न जाने कैसी-कैसी बातें की थीं, लेकिन जैसे ही फैसला आया तो आनंददायक बदलाव देश ने महसूस किया।"
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीपावली पर 'मन की बात' कार्यक्रम में देश की एकता अखंडता और देश की संस्कृति का जिक्र किया। मोदी ने प्रकाश पर्व के साथ अयोध्या केस का भी जिक्र किया। आइए जानते हैं प्रधानमंत्री ने क्या क्या बड़ी बातें कहीं।
1. अयोध्या का जिक्र
सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर-बाबरी मस्जिद मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी है। नवंबर में फैसला आने की उम्मीद से पहले पीएम ने कहा कि देश की एकता और अखंडता के लिए हमारा समाज कैसे सतर्क रहा है, इसका उदाहरण 2010 में अयोध्या पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले से मिला था। उन्होंने कहा, "मुझे याद है कि जब इलाहाबाद हाई कोर्ट ने राम मंदिर पर फैसला सुनाया तो तरह तरह के लोग मैदान में आ गए थे। कुछ बयानबाजों और बड़बोलों ने सिर्फ खुद को चमकाने के लिए न जाने कैसी-कैसी बातें की थीं, लेकिन जैसे ही फैसला आया तो आनंददायक बदलाव देश ने महसूस किया।"
2. पीएम ने की लोकल चीजें खरीदने की अपील
पीएम दिवाली सहित सभी त्यौहारों पर लोगों से लोकल चीजें खरीदने की अपील की। उन्होंने कहा- कोई चीज गांव में मिले तो तहसील जाने और तहसील में मिले तो जिले तक जाने की भी जरूरत नहीं है। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि हम लोग स्थानीय चीजें खरीदें। इस तरह हम अपने इलाकों को संपन्न बनाने में भागीदार रहे और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वदेशी को बढ़ाने के सपनों को इसी तरह से पूरा कर सकते हैं। सरदार पटेल की नजर में लक्षद्वीप जैसे छोटे इलाके भी थे।
3. सरदार पटेल का जिक्र
दिवाली के मौके पर 'मन की बात' कार्यक्रम करते हुए पीएम मोदी ने देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद किया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने हैदराबाद और जूनागढ़ ही नहीं बल्कि लक्षद्वीप जैसे इलाकों के भी भारत में एकीकरण के प्रयास किए। उन्होंने लक्षद्वीप पर कब्जा करने के पड़ोसी के हर मंसूबे को नाकामयाब किया। उन्होंने कहा कि वह हर चीज को बारीकी से पढ़ते थे और बड़े इलाकों ही नहीं बल्कि लक्षद्वीप के लिए भी चिंतित थे।
4. 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बना पर्यटन का केंद्र'
पीएम मोदी ने कहा कि, हमने सरदार पटेल के संस्मरण में दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा बनाई है। आज यह पर्यटन का भी बड़ा केंद्र है। हम इस बात के साक्षी हैं कि कैसे एक साल में ही कोई जगह टूरिज्म डेस्टिनेशन बन सकती है। इस तरह उन्होंने लोगों से ऐसी जगहों का दौरा करने का आग्रह किया।
5. रन फॉर यूनिटी के लिए भी की अपील
मन की बात में पीएम 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती पर आयोजित रन फॉर यूनिटी में हिस्सा लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह दौड़ देश की एकता की दौड़ है, जो फिट इंडिया का भी संकेत है। पीएम मोदी ने बताया कि रन फॉर यूनिटी की जानकारी के लिए एक पोर्टल भी लॉन्च किया गया है। पीएम ने 550 वें प्रकाशपर्व की शुभकामनाएं दीं। पहले सिख गुरु नानक देव को भी याद करते हुए कहा कि उन्होंने अपने दौर में पानी के संरक्षण की बात कही थी।
6. इंडिरा गांधी का जिक्र
31 अक्टूबर को इंदिरा गांधी की हत्या के बारे में भी पीएम ने उन्हें श्रद्धाजंली दी। पीएम ने कहा देश की पूर्व प्रधानमत्री इंदिरा जी की हत्या देश के लिए एक बहुत बड़ा झटका थी। मैं उन्हें याद कर श्रद्धांजली देता हूं।