पीएम मोदी ने क्यों कहा, मार्च के पहले हफ्ते में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है?

पीएम मोदी सोमवार को असम पहुंचे। यहां धेमाजी के सिलपाथर में कई प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण किया। यहां पीएम मोदी ने कहा कि मार्च के पहले हफ्ते में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। हालांकि चुनाव आयोग ने अब तक चुनाव की तारीखों पर कोई बयान नहीं दिया है, ऐसे में पीएम के इस बयान ने सियासी चर्चाओं को हवा दे दी है। पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में इस विधानसभा चुनाव होने हैं।

Asianet News Hindi | Published : Feb 22, 2021 9:56 AM IST / Updated: Feb 26 2021, 10:33 AM IST

नई दिल्ली. पीएम मोदी सोमवार को असम पहुंचे। यहां धेमाजी के सिलपाथर में कई प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण किया। यहां पीएम मोदी ने कहा कि मार्च के पहले हफ्ते में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। हालांकि चुनाव आयोग ने अब तक चुनाव की तारीखों पर कोई बयान नहीं दिया है, ऐसे में पीएम के इस बयान ने सियासी चर्चाओं को हवा दे दी है। पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में इस विधानसभा चुनाव होने हैं।

पीएम मोदी ने चुनाव की तारीख पर ऐसा क्यों बोला?
पीएम मोदी ने कहा, मैं जानता हूं कि अब आप चुनाव का इंतजार कर रहे होंगे। पिछली बार जब चुनाव घोषित हुआ था, तो शायद 4 मार्च को हुआ था। इस बार भी मैं संभावना देखता हूं कि मार्च के पहले हफ्ते में चुनाव की घोषणा हो जाएगी। ये इलेक्शन कमीशन का काम है वह करेगा, लेकिन मेरी कोशिश रहेगी की चुनाव घोषणा होने से पहले जितनी बार हो सके, असम आ सकूं।

उन्होंने कहा, मछली पालन पर विशेष जोर देते हुए हमारी सरकार मछली पालन से जुड़ा एक अलग मंत्रालय काफी पहले बना चुकी है। मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए जितना आजादी के बाद से खर्च नहीं हुआ, उससे ज़्यादा अब हमारी सरकार खर्च कर रही है। आज असम को 3,000 करोड़ से ज़्यादा के ऊर्जा और शिक्षा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट का एक नया उपहार मिल रहा है। 

पहले की सरकार की प्राथमिकता में विकास नहीं था
उन्होंने कहा, यहां की कनेक्टिविटी, अस्पताल, शिक्षा के संस्थान और उद्योग, पहले की सरकारों की प्राथमिकता में नहीं रहे। सबका साथ-सबका विकास और सबका विश्वास के मंत्र पर काम कर रही हमारी सरकार ने इस भेदभाव को दूर किया है। प्रधानमंत्री ने कहा, आत्मनिर्भर भारत के लिए लगातार अपने सामर्थ्य, अपनी क्षमताओं में वृद्धि करना आवश्यक है। बीते वर्षों में देश में ही रिफाइनिंग और इमरजेंसी ऑयल स्टोरेज कैपेसिटी को बढ़ाया है। बोंगइगांव रिफाइनरी में भी रिफाइनिंग कैपेसिटी बढ़ाई गई।

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