पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को सूरत डायमंड बोर्स (Surat Diamond Bourse) का उद्घाटन किया। यह दुनिया का सबसे ऑफिस इमारत है। इसे 3400 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है।
सूरत। पीएम नरेंद्र मोदी रविवार सुबह सूरत पहुंचे। उन्होंने सूरत हवाई अड्डे पर नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया। इसके बाद रोड शो किया। एयरपोर्ट से सूरत डायमंड बोर्स जाने के लिए पीएम निकले तो सड़क के दोनों किनारे उनका स्वागत करने के लिए हजारों लोग मौजूद थे। पीएम ने हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन किया।
पीएम ने सूरत डायमंड बोर्स (Surat Diamond Bourse) का उद्घाटन किया। इसे तैयार करने में 3400 करोड़ रुपए की लागत आई है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया है कि उद्घाटन के बाद सूरत डायमंड बोर्स अंतरराष्ट्रीय हीरे और आभूषण व्यवसाय के लिए दुनिया का सबसे बड़ा और आधुनिक केंद्र होगा।
सूरत डायमंड बोर्स कच्चे और पॉलिश किए गए हीरों के साथ-साथ गहनों के व्यापार का ग्लोबल सेंटर होगा। यहां आयात और निर्यात के लिए एक अत्याधुनिक 'सीमा शुल्क निकासी गृह', खुदरा आभूषण व्यवसाय के लिए एक आभूषण मॉल और अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग और सेफ वॉल्ट की सुविधा दी गई है।
पीएम मोदी ने शनिवार को एक्स पर पोस्ट किया, "सूरत में कल सूरत डायमंड बोर्स का उद्घाटन किया जाएगा। यह हीरा उद्योग के लिए एक बड़ा बढ़ावा होगा। 'सीमा शुल्क निकासी गृह', आभूषण मॉल और अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग और सेफ वॉल्ट की सुविधा एक्सचेंज के महत्वपूर्ण हिस्से होंगे।"
67 लाख वर्ग फुट में फैला है सूरत डायमंड बोर्स
सूरत डायमंड बोर्स 67 लाख वर्ग फुट में फैला है। यहां करीब 4,500 ऑफिस खोले जा सकते हैं। इस साल अगस्त में इस इमारत को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा दुनिया की सबसे बड़ी कार्यालय इमारत के रूप में मान्यता दी गई थी। इमारत को 35.54 एकड़ जमीन पर बनाया गया है। इसमें नौ ग्राउंड टावर और 15 मंजिल हैं। यहां 300 वर्ग फुट से 1 लाख वर्ग फुट तक के ऑफिस खोलने के लिए जगह बनाए गए हैं। नौ टावर एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं।
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अरबपति हीरा व्यापारी और किरण जेम्स के निदेशक वल्लभभाई लखानी ने अपना 17,000 करोड़ रुपए का कारोबार डायमंड बोर्स में ट्रांसफर कर दिया है। वह अपने कर्मचारियों के रहने के लिए एक मिनी-टाउनशिप विकसित कर रहे हैं।