10 Points: जोशीमठ को बचाने के लिए प्लान तैयार, PMO की मीटिंग के बाद रेडी टू एक्शन...
पीएमओ में रविवार को प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव पीके मिश्रा की अध्यक्षता में केंद्रीय एजेंसियों की महत्वपूर्ण मीटिंग जोशीमठ को लेकर हुई। केंद्रीय एजेंसियों ने जोशीमठ को बचाने के लिए तैयार किए गए प्लान पर चर्चा की है। इस मीटिंग में राज्य सरकार के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
PMO action plan for Joshimath: जोशीमठ अपने अस्तित्व को लेकर जद्दोजहद कर रहा है। लोगों के आशियाने दरारों के भेंट चढ़ रहे हैं। पूरा इलाका दिन-ब-दिन धंस रहा। खौफजदा लोग अपना सबकुछ छोड़ पलायन को मजबूर हैं। हजारों लोगों से आबाद इस धार्मिक एवं ऐतिहासिक नगरी को बचाने के लिए तैयार प्लान को अब फाइनल टच दिया जा रहा है। रविवार को पीएमओ ने जोशीमठ को बचाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों के एक्शन प्लान का रिव्यू करने के साथ वर्तमान हालात की जानकारी ली। उधर, राज्य सरकार ने दावा किया है कि जोशीमठ के लिए रेस्क्यू टीम स्टैंडबॉय मोड में है। आईए जानते हैं जोशीमठ का अबतक का सबसे बड़ा अपडेट...
पीएमओ में रविवार को प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव पीके मिश्रा की अध्यक्षता में केंद्रीय एजेंसियों की महत्वपूर्ण मीटिंग जोशीमठ को लेकर हुई। केंद्रीय एजेंसियों ने जोशीमठ को बचाने के लिए तैयार किए गए प्लान पर चर्चा की है। इस मीटिंग में राज्य सरकार के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
जोशीमठ को बचाने के लिए स्पेशलिस्ट्स ने तीन तरह के प्लान तैयार किए हैं। एक शार्ट प्लान जो तत्काल लागू किया जाए। दूसरा मीडियम प्लान व तीसरा लांग टर्म प्लान। इन तीनों प्लान्स पर पीएमओ के अप्रवूल पर एक्शन शुरू हो जाएगा।
वर्षों से विशेषज्ञों ने चेतावनी दी थी कि जोशीमठ में और उसके आसपास हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट्स सहित बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य से भूमि धंस सकती है या पूरा इलाका डूब सकता है।
जोशीमठ में लोगों की मदद के लिए अभी तत्काल में एनडीआरएफ की एक और एसडीआरएफ की चार टीमें तैनात है।
जोशीमठ में प्रभावित परिवारों को सुरक्षित किसी दूसरे ठिकानों पर ट्रांसफर किया जा रहा है। दर्जनों परिवारों को वहां से दूसरी जगह लाया जा चुका है।
पीएमओ की रिव्यू मीटिंग के बाद अब बार्डर मैनेजमेंट के सचिव और एनडीआरएफ के सदस्य, जोशीमठ विजिट करेंगे।
नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर हैदराबाद और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ रिमोट सेंसिंग देहरादून को सेटेलाइट इमेजरी के जरिए जोशीमठ का अध्ययन करने और तस्वीरों के साथ एक विस्तृत रिपोर्ट जमा करने को कहा गया है।
राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी लगातार जोशीमठ की स्थिति पर नजर गड़ाए हुए हैं। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा भी किया था। राहत काम में तेजी लाने के लिए उन्होंने नियमों में ढील देने का भी निर्देश दिया है।
जोशीमठ में मचे हाहाकार के बीच चमोली जिले के जोशीमठ व उसके आसपास के क्षेत्रों में हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट्स, चारधम ऑल वेदर रोड, एनटीपीसी के अन्य सभी कामों को रोक दिया गया है।
जोशीमठ देश के सबसे खतरनाक भूकंप जोन में आता है। यह जोन-पांच में आता है जहां बहुत अधिक तीव्रता के साथ भूकंप आने का अंदेशा हमेशा बना रहता है।