मोदी 2 दिन गुजारेंगे गुजरात में, ये 3-P क्या है, जिसका जिक्र करते PM ने कहा-ये मॉडल सूरत को स्पेशल बनाता है

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 29 और 30 सितंबर को गुजरात के दौरे पर हैं। गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले मोदी का यह दौरा काफी मायने रखता है। इस दौरान वह 29,000 करोड़ की इन्फ्रास्ट्रक्चर और विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे। यहां पहुंचकर मोदी ने रोड शो किया।

Amitabh Budholiya | Published : Sep 29, 2022 2:57 AM IST / Updated: Sep 29 2022, 12:30 PM IST

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 29 और 30 सितंबर को गुजरात के दौरे पर हैं। गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले मोदी का यह दौरा काफी मायने रखता है। इस दौरान वह 29,000 करोड़ की इन्फ्रास्ट्रक्चर और विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास होगा। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि मैं सूरत आने के लिए उत्सुक हूं। गुजरात पहुंचकर मोदी ने रोड शो कियाा। जानिए पूरी डिटेल्स...

3-P मॉडल सूरतको विशेष बनाता है
मोदी ने कहा-इस सदी के शुरुआती दशकों में जब दुनिया में 3-P यानि Public Private Partnership की चर्चा होती थी, तब मैं कहता था कि सूरत 4-P का उदाहरण है। 4-P यानि People, Public, Private Partnership. यही मॉडल सूरत को विशेष बनाता है। आज सूरत के सभी लोगों ने ऐसा कर के दिखा दिया है। मुझे खुशी है कि आज दुनिया के सबसे तेजी से विकसित होते शहर में सूरत का नाम है। सूरत के लोग वो दौर कभी भूल नहीं सकते, जब महामारियों को लेकर, बाढ़ की परेशानियों को लेकर यहां अपप्रचार को हवा दी जाती थी। यहां के व्यापारियों से मैंने एक बात कही थी कि अगर सूरत शहर की ब्रांडिंग को गई तो हर सेक्टर, हर कंपनी की ब्रांडिंग अपने आप हो जाएगी।

डबल इंजन की सरकार
डबल इंजन की सरकार बनने के बाद तो घर बनाने में भी तेजी आई है और सूरत के गरीबों, मिडिल क्लास को दूसरी सुविधाएं भी मिलने लगी हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत देश में अभी तक लगभग 4 करोड़ गरीब मरीजों को मुफ्त इलाज मिल चुका है।

सूरत विश्व का सबसे सुरक्षित और सुविधाजनक डायमंड ट्रेडिंग हब बनने जा रहा
मोदी ने कहा-सूरत के कपड़ा और हीरा कारोबार से देशभर के अनेक परिवारों का जीवन चलता है। 'ड्रीम सिटी' प्रोजेक्ट जब पूरा हो जाएगा तो सूरत, विश्व के सबसे सुरक्षित और सुविधाजनक डायमंड ट्रेडिंग हब के रूप में विकसित होने वाला है। व्यापार, कारोबार में logistics का कितना महत्व होता है, ये सूरत वाले अच्छे से जानते हैं। #NewLogisticsPolicy से सूरत को बहुत लाभ होने वाला है। मल्टी मॉडल कनेक्टिवटी के लिए भी सूरत में एक बड़ी योजना पर काम शुरू हो चुका है। तब जो दिल्ली में सरकार थी, हम उनको बताते-बताते थक गए कि सूरत को एयरपोर्ट की जरूरत क्यों है, इस शहर का सामर्थ्य क्या है। आज देखिए, कितनी ही फ्लाइट्स यहां से चलती हैं, कितने लोग हर रोज यहां एयरपोर्ट पर उतरते हैं। एयरपोर्ट से शहर को जोड़ने वाली सड़क जो बनी है, वो सूरत की संस्कृति, समृद्धि और आधुनिकता को दर्शाती है। लेकिन यहां अनेक साथी ऐसे हैं जिन्होंने एयरपोर्ट के लिए भी हमारे लंबे संघर्ष को देखा है, उसका हिस्सा भी रहे हैं। बीते दो दशकों से विकास के जिस पथ पर सूरत चल पड़ा है, वो आने वाले वर्षों में और तेज होने वाला है। यही विकास आज डबल इंजन सरकार पर विश्वास के रूप में झलकता है। जब विश्वास बढ़ता है, तो प्रयास बढ़ता है। सबका प्रयास से राष्ट्र के विकास की गति तेज होती है।

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29 सितंबर के प्रोग्राम्स
सूरत में 3400 करोड़ रुपए से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। भावनगर में 5200 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में 36वें राष्ट्रीय खेल का शुभारंभ। अहमदाबाद के जीएमडीसी मैदान में नवरात्रि महोत्सव में शिरकत।

30 सितंबर का मोदी के प्रोग्राम्स
30 सितंबर:
सुबह करीब 10:30 बजे प्रधानमंत्री गांधीनगर-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस को गांधीनगर स्टेशन पर हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे और वहां से ट्रेन में कालूपुर रेलवे स्टेशन जाएंगे।  सुबह लगभग 11:30 बजे प्रधानमंत्री अहमदाबाद मेट्रो रेल परियोजना को हरी झंडी दिखाएंगे और कालूपुर स्टेशन से दूरदर्शन केंद्र मेट्रो स्टेशन तक मेट्रो रेल से यात्रा करेंगे। 

दोपहर करीब 12 बजे प्रधानमंत्री अहमदाबाद में अहमदाबाद एजुकेशन सोसाइटी में एक सार्वजनिक समारोह में अहमदाबाद मेट्रो परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे।  इसके बाद शाम करीब 5:45 बजे प्रधानमंत्री अंबाजी में 7200 करोड़ रुपए से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे।  शाम करीब 7 बजे प्रधानमंत्री अंबाजी मंदिर में दर्शन और पूजा करेंगे। इसके बाद शाम करीब 7:45 बजे वह गब्बर तीर्थ में महाआरती में शामिल होंगे। इन विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण विश्वस्तरीय बुनियादी सुविधाएं विकसित करने, शहरी आवागमन की सुविधा बढ़ाने और मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी में सुधार को लेकर प्रधानमंत्री के कमिटमेंट को दर्शाता है। 

सूरत में प्रधानमंत्री: प्रधानमंत्री 3400 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। इनमें जल आपूर्ति, जल निकासी परियोजनाओं, ड्रीम सिटी, जैव विविधता पार्क और अन्य विकास कार्यों जैसे सार्वजनिक बुनियादी सुविधाएं, विरासत सुरक्षा, सिटी बस/बीआरटीएस बुनियादी सुविधाएं, इलेक्ट्रिक वाहन से जुड़ी आधारभूत सुविधाओं के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संयुक्त विकास कार्य शामिल हैं। प्रधानमंत्री सड़क परियोजना के पहले चरण के कार्यों और डायमंड रिसर्च एंड मर्केंटाइल (ड्रीम) सिटी के मुख्य प्रवेश द्वार का उद्घाटन करेंगे। ड्रीम सिटी परियोजना को सूरत में हीरा कारोबार के तेजी से विकास को बढ़ावा देने के लिए वाणिज्यिक और आवासीय स्थान की बढ़ती मांग को पूरा करने के दृष्टिकोण के साथ शुरू किया गया है। प्रधानमंत्री परियोजना के दूसरे चरण की आधारशिला भी रखेंगे। प्रधानमंत्री डॉ. हेडगेवार ब्रिज से भीमराड-बमरोली ब्रिज तक 87 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में बन रहे बायोडायवर्सिटी पार्क की आधारशिला रखेंगे। प्रधानमंत्री सूरत के विज्ञान केंद्र में खोज संग्रहालय का भी उद्घाटन करेंगे। बच्चों के लिए निर्मित, संग्रहालय में इंटरैक्टिव डिस्प्ले, प्रश्नोत्तरी-आधारित गतिविधियां और जिज्ञासा-आधारित क्रियाकलाप होंगे।

भावनगर में प्रधानमंत्री: प्रधानमंत्री भावनगर में 5200 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। प्रधानमंत्री भावनगर में दुनिया के प्रथम सीएनजी टर्मिनल और ब्राउनफील्ड बंदरगाह की आधारशिला रखेंगे। बंदरगाह को 4000 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से विकसित किया जाएगा, जो दुनिया के चौथे सबसे बड़े लॉक गेट सिस्टम के साथ दुनिया के पहले सीएनजी टर्मिनल के लिए अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा होगा। सीएनजी टर्मिनल के अलावा, यह बंदरगाह इस क्षेत्र में विभिन्न आगामी परियोजनाओं की भविष्य की जरूरतों और मांगों को भी पूरा करेगा। बंदरगाह में मौजूदा सड़क मार्ग और रेलवे नेटवर्क से सीधे डोर-स्टेप कनेक्टिविटी के साथ अत्याधुनिक कंटेनर टर्मिनल, बहुउद्देशीय टर्मिनल और लिक्विड टर्मिनल होगा। इससे न केवल कार्गो को संभालने में आने वाली लागत की बचत होने से आर्थिक लाभ होगा, बल्कि इस क्षेत्र के लोगों के लिए रोजगार भी पैदा होगा। साथ ही, यह सीएनजी आयात टर्मिनल स्वच्छ ऊर्जा की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए ऊर्जा का एक अतिरिक्त वैकल्पिक स्रोत प्रदान करेगा।

प्रधानमंत्री भावनगर में क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र का भी उद्घाटन करेंगे, जो 20 एकड़ में फैला है और इसे लगभग 100 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है। केंद्र में समुद्री जलीय गैलरी, ऑटोमोबाइल गैलरी, नोबेल पुरस्कार गैलरी- फिजियोलॉजी और मेडिसिन, इलेक्ट्रो मैकेनिक्स गैलरी, जीवविज्ञान से संबंधित विज्ञान गैलरी सहित कई थीम बेस्ड गैलरीज हैं। यह केंद्र एनिमेट्रोनिक डायनासोर, विज्ञान विषय-आधारित टॉय ट्रेन, प्रकृति की खोज से संबंधित यात्रा, मोशन सिमुलेटर, पोर्टेबल सौर वेधशाला आदि जैसे बाहरी प्रतिष्ठानों के माध्यम से बच्चों के लिए खोज और रिसर्च के लिए एक रचनात्मक मंच भी प्रदान करेगा।

इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री सौनी योजना लिंक 2 के पैकेज 7, 25 मेगावाट पलिताना सोलर पीवी प्रोजेक्ट, एपीपीएल कंटेनर (आवदकृपा प्लास्टोमेक प्राइवेट लिमिटेड) परियोजना सहित कई अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे और सौनी योहना लिंक 2 के पैकेज 9, चोरवडला जोन जलापूर्ति परियोजना सहित अन्य परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे।

अहमदाबाद में प्रधानमंत्री: प्रधानमंत्री अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में आयोजित भव्य उद्घाटन समारोह में 36वें राष्ट्रीय खेल के शुभारंभ की घोषणा करेंगे। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय खेल में भाग लेने वाले देश भर के एथलीटों को भी संबोधित करेंगे। इस आयोजन के दौरान, प्रधानमंत्री देसर में विश्वस्तरीय "स्वर्णिम गुजरात खेल विश्वविद्यालय" का भी उद्घाटन करेंगे। इस ऐतिहासिक परियोजना से देश के खेल शिक्षा परिदृश्य के बदलने की उम्मीद है।

गुजरात राज्य में पहली बार राष्ट्रीय खेल का आयोजन हो रहा है। यह 29 सितंबर से 12 अक्टूबर, 2022 तक आयोजित किया जाएगा। देश भर के लगभग 15,000 खिलाड़ी, कोच और अधिकारी विभिन्न प्रकार के 36 खेलों में भाग लेंगे, जिससे यह अब तक का सबसे बड़ा राष्ट्रीय खेल बन जाएगा। खेल आयोजन अहमदाबाद, गांधीनगर, सूरत, वडोदरा, राजकोट और भावनगर के छह शहरों में आयोजित किए जाएंगे। तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, गुजरात ने अंतरराष्ट्रीय मानकों के साथ एक सशक्त आधारभूत खेल सुविधा स्थापित करने की यात्रा शुरू की, जिससे राज्य को बहुत कम समय में खेलों की तैयारी करने में मदद मिली।

अहमदाबाद में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री अहमदाबाद मेट्रो परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। इसमें अपैरल पार्क से थलतेज तक लगभग 32 किमी का ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर और मोटेरा से ग्यासपुर के बीच नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर शामिल है। पूर्व-पश्चिम गलियारे में थलतेज-वस्त्र मार्ग में 17 स्टेशन हैं। इस कॉरिडोर में चार स्टेशनों के साथ 6.6 किमी का भूमिगत खंड भी है। ग्यासपुर को मोटेरा स्टेडियम से जोड़ने वाले 19 किमी उत्तर-दक्षिण गलियारे में 15 स्टेशन हैं। पहले चरण की पूरी परियोजना 12,900 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित की गई है। अहमदाबाद मेट्रो भूमिगत सुरंगों, वायडक्ट और पुलों, एलिवेटेड और भूमिगत स्टेशन भवनों, गिट्टी रहित रेल पटरियों और चालक रहित ट्रेन संचालन के अनुरूप रोलिंग स्टॉक आदि से युक्त एक विशाल अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा परियोजना है। मेट्रो ट्रेन सेट ऊर्जा की कम खपत वाली एक प्रणाली से सुसज्जित है, जिससे ऊर्जा की खपत में लगभग 30 से 35 प्रतिशत की कमी हो सकती है। ट्रेन में अत्याधुनिक सस्पेंशन सिस्टम है जो यात्रियों को बहुत ही सहज सवारी का अनुभव प्रदान करती है। अहमदाबाद में पहले चरण की मेट्रो परियोजना के उद्घाटन से शहर के लोगों को विश्वस्तरीय मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी मिलेगी। भारतीय रेल, और बस प्रणाली (बीआरटीएस, जीएसआरटीसी और सिटी बस सेवा) के साथ मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी प्रदान की जा रही है। इसमें रानिप, वदाज, एईसी स्टेशन आदि पर बीआरटीएस और गांधीधाम, कालूपुर और साबरमती स्टेशन पर भारतीय रेल के साथ कनेक्टिविटी शामिल है। कालूपुर में, मेट्रो लाइन को मुंबई और अहमदाबाद को जोड़ने वाली हाई स्पीड रेल प्रणाली से जोड़ा जाएगा।

प्रधानमंत्री गांधीनगर और मुंबई के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस के नए और उन्नत वर्जन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। वंदे भारत एक्सप्रेस एक बेहतर और विमान यात्रा जैसा अनुभव प्रदान करती है। यह स्वदेशी रूप से विकसित ट्रेन टक्कर-रोधी प्रणाली- कवच सहित अत्याधुनिक सुरक्षा सुविधाओं से लैस है। सभी श्रेणियों में बैठने की सीटें हैं, जबकि एग्जीक्यूटिव कोच में 180 डिग्री घूमने वाली सीटों की अतिरिक्त सुविधा है। प्रत्येक कोच में 32 इंच की स्क्रीन होती है, जो यात्रियों से संबंधित सूचना प्रदान करने के साथ-साथ मनोरंजन भी करती है।

अंबाजी में प्रधानमंत्री: प्रधानमंत्री अंबाजी में 7200 करोड़ रुपए से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। प्रधानमंत्री पीएम आवास योजना के तहत बनाए गए 45,000 से अधिक घरों का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री प्रसाद योजना के तहत अंबाजी मंदिर में तरंगा हिल-अंबाजी-आबू रोड नई ब्रॉड गेज लाइन और तीर्थ सुविधाओं के विकास की परियोजना का शिलान्यास करेंगे। नई रेल लाइन से 51 शक्तिपीठों में से एक अंबाजी जाने वाले लाखों भक्तों को लाभ होगा और इन सभी तीर्थ स्थलों पर भक्तों को पूजा-अर्चना के क्रम में बेहतर अनुभव होगा। जिन अन्य परियोजनाओं की आधारशिला रखी जाएगी, उनमें एयरफोर्स स्टेशन, दीसा में रनवे और संबद्ध बुनियादी ढांचे का निर्माण; अंबाजी बाईपास रोड सहित अन्य  शामिल हैं।

प्रधानमंत्री वेस्टर्न फ्रेट डेडिकेटेड कॉरिडोर के 62 किलोमीटर लंबे न्यू पालनपुर-न्यू महेसाणा सेक्शन और 13 किलोमीटर लंबे न्यू पालनपुर-न्यू चटोदर सेक्शन (पालनपुर बाईपास लाइन) को भी समर्पित करेंगे। यह पिपावाव, दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी (कांडला), मुंद्रा और गुजरात के अन्य बंदरगाहों से कनेक्टिविटी बढ़ाएगा। इन सेक्शन के खुलने से 734 किलोमीटर का वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर चालू हो जाएगा। इस खंड के खुलने से गुजरात के मेहसाणा-पालनपुर, राजस्थान में स्वरूपगंज, केशवगंज, किशनगढ़; हरियाणा में रेवाड़ी-मानेसर और नारनौल में उद्योगों को लाभ होगा। प्रधानमंत्री मीठा-थराड-दीसा सड़क के चौड़ीकरण सहित विभिन्न सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण भी करेंगे।

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