Asianet News Hindi | Published : Oct 3, 2020 3:36 AM IST / Updated: Oct 03 2020, 12:50 PM IST

मोदी ने अटल टनल के उद्घाटन पर कहा, 26 साल का काम सिर्फ 6 साल में किया, देरी की वजह से बढ़ा खर्च

सार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9.02 किलोमीटर लंबी अटल टनल का उद्घाटन किया। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी मौजूद रहे। 10 हजार फीट की ऊंचाई पर बनी अटल टनल दुनिया की सबसे लंबी टनल है। 10 साल में बनी इस टनल की लंबाई 9.2 किलोमीटर है। इससे मनाली और लेह के बीच की दूरी 46 किलोमीटर तक कम हो जाएगी। 

12:21 PM (IST) Oct 03

पीएम मोदी ने हरी झंडी दिखाकर उत्तरी छोर से 15 बुजुर्गों को टनल की पहली यात्रा कराई

टनल के उत्तरी छोर पर पीएम मोदी। यहां पीएम मोदी ने हरी झंडी दिखाकर 15 बुजुर्ग यात्रियों को बस से रवाना किया। टनल में पहली यात्रा करने वाले यह विशिष्ट यात्री हैं। बस के जरिए 15 बुजुर्गों को उत्तरी छोर से दक्षिणी छोर की यात्रा कराई गई। बस में सफर करने वाले बुजुर्गों में अटल बिहारी वाजपेयी के दोस्त टशी दावा उर्फ अर्जुन गोपाल के पुत्र भी शामिल हैं। उनके अलावा तेंजिन दोर्जे, देवीचंद, नोरबू राम, रमेश कुमार और पमाराम, टशी फुंचोंग, रामलाल, दोर्जेराम, प्रेम लाल, भुमिचंद, अभयचंद, रामकृष्ण, रिगजिन आंगदुई और गोविंद भी बस यात्रियों में शामिल हैं।

12:15 PM (IST) Oct 03

खुली जीप में पीएम मोदी ने टनल का अवलोकन किया

अटल टनल का उत्तरी छोर, जिसे नॉर्थ पोर्टल कहते हैं। पीएम मोदी ने खुली जीप में टनल का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। टनल के दूसरी छोर पर राजनाथ सिंह पहले से मौजूद थे। वह पीएम मोदी के स्वागत के लिए वहां पहले से ही मौजूद थे। 
 

12:11 PM (IST) Oct 03

जब खुली जीप में पीएम मोदी ने टनल के नॉर्थ पोर्टल का जायजा लिया

पीएम मोदी अपने काफिले के बाद खुली जीप में नॉर्थ पोर्टल की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। छोटी-छोटे अंतराल के बाद इस टनल में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिससे निगरानी की जाएगी। 

 

 

 

 

12:06 PM (IST) Oct 03

टनल के निर्माण कार्य के दौरान की तस्वीरें देखते हुए पीएम मोदी

टनल के उत्तर पोर्टल पर निर्माण कार्य के दौरान की तस्वीरों को देखते हुए पीएम मोदी। 

12:01 PM (IST) Oct 03

एक अनुमान के मुताबिक, टनल से डेढ़ हजार ट्रक और 3 हजार कारें हर दिन गुजरेंगी

टनल के अंदर गाड़ियों की स्पीड 40 किमी. प्रति घंटा तय की गई है। लेकिन अगर रफ्तार ज्यादा होती है तो 80 किमी. की रफ्तार से चल सकते हैं। एक अनुमान के मुताबिक, हर दिन डेढ़ हजार ट्रक और 3 हजार कारे इस टनल से होकर गुजरेंगी।

11:57 AM (IST) Oct 03

पीएम मोदी टनल के उत्तर पोर्टल तक जाते हुए

हिमाचल प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोहतांग में अटल टनल के दक्षिण पोर्टल से लाहौल घाटी के सिसु में स्थित टनल के उत्तर पोर्टल तक जाते हुए।

11:44 AM (IST) Oct 03

लंबे इंतज़ार के बाद चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ अब हमारे सिस्टम का हिस्सा है : मोदी

देश में ही आधुनिक अस्त्र-शस्त्र बने, मेक इन इंडिया हथियार बनें, इसके लिए बड़े रिफॉर्म्स किए गए हैं। लंबे इंतज़ार के बाद चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ अब हमारे सिस्टम का हिस्सा है। देश की सेनाओं की आवश्यकता अनुसार प्रोक्योरमेंट और प्रोडक्शन दोनों में बेहतर समन्वय स्थापित हुआ है। 

11:43 AM (IST) Oct 03

अटल जी के साथ ही एक और पुल का नाम जुड़ा है कोसी महासेतु का : मोदी

अटल जी के साथ ही एक और पुल का नाम जुड़ा है- कोसी महासेतु का। बिहार में कोसी महासेतु का शिलान्यास भी अटल जी ने ही किया था। 2014 में सरकार में आने के बाद कोसी महासेतु का काम भी हमने तेज करवाया। कुछ दिन पहले ही कोसी महासेतु का भी लोकार्पण किया जा चुका है। 
 

11:43 AM (IST) Oct 03

अटल टनल की तरह ही अनेक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स के साथ ऐसा ही व्यवहार किया गया : मोदी

अटल टनल की तरह ही अनेक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स के साथ ऐसा ही व्यवहार किया गया। लद्दाख में दौलत बेग ओल्डी के रूप में सामरिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण एयर स्ट्रिप 40-45 साल तक बंद रही। क्या मजबूरी थी, क्या दबाव था, मैं इसके विस्तार में नहीं जाना चाहता।
 

11:41 AM (IST) Oct 03

देश में दर्जनों प्रोजेक्ट जो बरसों नजरअंदाज किए गए: मोदी

मैं ऐसे दर्जनों प्रोजेक्ट गिना सकता हूं जो सामरिक और सुविधा की दृष्टि से भले ही कितने महत्वपूर्ण रहे हों, लेकिन बरसों तक नजरअंदाज किए गए हैं। मुझे याद है कि करीब 2 साल पहले अटल जी के जन्मदिन के मौके पर असम में था। वहां पर भारत के सबसे लंबे रेल रोड ब्रिज को देश को समर्पित करने का अवसर मिला था। यह पुल आज नॉर्थ ईस्ट और अरुणांचल प्रदेश से कनेक्टिविटी का बहुत बड़ा माध्यम है।   

11:40 AM (IST) Oct 03

ज्यादा से ज्यादा कनेक्टिविटी यानी उतना ही तेज विकास : पीएम मोदी

कनेक्टिविटी का देश के विकास से सीधा संबंध होता है। ज्यादा से ज्यादा कनेक्टिविटी यानी उतना ही तेज विकास। खासकर बॉर्डर एरिया में तो कनेक्टिविटी सीधे-सीधे देश की रक्षा जरूरतों से जुड़ी होती है, लेकिन इसे लेकर जिस तरह की गंभीरता थी, आज उसकी आवश्यता है. जिस तरह की राजनीतिक इच्छा शक्ति की जरूरत थी दुर्भाग्य से वह नहीं दिखाई दी। अटल टनल की तरह ही अनेक प्रोजेक्ट के साथ ऐसा ही व्यवहार किया गया।
 

11:39 AM (IST) Oct 03

टनल बनाने में देरी के कारण तीन गुना ज्यादा पैसा खर्च हुआ : मोदी

साल 2005 में आकलन किया गया था कि यह टनल साढ़े नौ सौ करोड़ रुपए में तैयार हो जाएगी। लेकिन लगातार होती देरी के कारण तीन गुना से भी ज्यादा यानी 32 सौ करोड़ रुपए खर्च करने के बाद तैयार हो पाई। कल्पना कीजिए की 20 साल और लग जाते तो क्या स्थिति होती?
 

11:38 AM (IST) Oct 03

जिस गति से काम हो रहा था, वैसे होता तो 2040 तक टनल बन पाती : मोदी

अटल जी के जाने के बाद इस काम को भुला दिया गया। साल 2013 में सिर्फ डेढ़ किलोमीटर का काम ही हो सका। एक्सपर्ट ने बताया, जिस रफ्तार से काम हो रहा था उस रफ्तार से होता तो साल 2040 में टनल पूरी हो पाती। साल 2014 के बाद तेजी लाई गई। बीआरओ के सामने आने वाली दिक्कत को हल किया गया।  हर साल पहले 300 मीटर सुरंह बन रही थी उसकी गति बढ़ाकर 1400 मीटर प्रति वर्ष कर दिया। सिर्फ 6 साल में हमने 26 साल का काम पूरा कर दिया।
 

11:37 AM (IST) Oct 03

पीएम ने कहा, विश्व स्तरीय बॉर्डर कनेक्टिविटी का जीता जागता उदाहरण

अटल टनल भारत को बॉर्डर को भी नई ताकत देनी वाला है। यह विश्व स्तरीय बॉर्डर कनेक्टिविटी का जीता जागता उदाहरण है। 
 

11:37 AM (IST) Oct 03

मोदी ने कहा, अब लेह-लद्दाख के किसानों के लिए दिल्ली दूर नहीं

लेह-लद्दाख के किसानों के लिए भी अब देश की राजनाधी दिल्ली और दूसरे बाजार तक उनकी पहुंच आसान हो जाएगी। उनका जोखिम भी कम हो जाएगा।  
 

11:37 AM (IST) Oct 03

इस महायज्ञ में अपना पसीना बहाने वाले जवानों, मजदूरों, सभी को आदर पूर्वक नमन करता हूं : मोदी

मोदी ने कहा, उसी दौरान उनसे इस टनल को लेकर बात होती थी। वह सपना बन गया। आज उसे पूरा होते हुए देख रहे हैं। मैं द मेकिंग ऑफ अटल टनल फिल्म देखी। इस महायज्ञ में अपना पसीना बहाने वाले जवानों को, मजदूरों को सभी को आदर पूर्वक नमन करता हूं। अटल टनल हिमाचल प्रदेश के एक बड़े हिस्से के साथ ही नए केंद्र शासित प्रदेश की लाइफ लाइन बनने वाला है। सभी मायने में हिमाचल प्रदेश का यह क्षेत्र देश के बाकी हिस्सों से हमेशा जुड़े रहेंगे।
 

11:36 AM (IST) Oct 03

'आज सिर्फ अटल जी का ही सपना नहीं पूरा हो रहा, हिमाचल प्रदेश के लोगों का दशकों पुराना इंतजार खत्म हो रहा है'

पीएम मोदी ने उद्घाटन के मौके पर कहा, आज का दिन बहुत ऐतिहासिक है। आज सिर्फ अटल जी का ही सपना नहीं पूरा हो रहा है। आज हिमाचल प्रदेश के करोड़ो लोगों का दशकों पुराना इंतजार खत्म हो रहा है। मेरा सौभाग्य कि आज मुझे अटल टनल के लोकार्पण का अवसर मिला है। मैं यहां संगठन का काम देखता है। यहां के पहाड़ों में उत्तम समय बिताता था। जब अटल जी मनाली में आकर रहते थे तो उनसे मिलता था। 
 

11:03 AM (IST) Oct 03

उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने अटल टनल में विचरण किया

अटल टनल के उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने टनल के अंदर विचरण किया। फिर हाथ उठाकर सबका अभिवादन किया।

11:01 AM (IST) Oct 03

अब BRO का फोकस शिंकुला टनल पर : बीआरओ के डीजी

टनल के उद्घाटन के मौके पर बीआरओ के डीजी ने कहा, अटल टनल के निर्माण से आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत हिमालय क्षेत्र में अन्य टनल निर्माण कार्य को बल मिलेगा। अब BRO का फोकस शिंकुला टनल पर है। मैं आश्वासन देना चाहता हूं कि BRO इस टनल को आने वाले 3 सालों में पूरा कर लेगा जिससे लेह के लिए हर मौसम में कनेक्टिविटी संभव हो जाएगी। 

10:58 AM (IST) Oct 03

अटल टनल का उद्घाटन: मनाली से लेह जाने में अब 4 घंटे का समय बचेगा

पीएम मोदी ने दुनिया की सबसे बड़ी सुरंग 'अटल टनल' का उद्घाटन किया। इससे मनाली से लेह जाने में अब 4 घंटे का समय बचेगा। 

10:54 AM (IST) Oct 03

उद्घाटन करने के बाद अटल टनल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

हिमाचल प्रदेश: अटल टनल, रोहतांग का उद्घाटन करने के बाद अटल टनल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

10:39 AM (IST) Oct 03

पीएम मोदी के साथ, राजनाथ सिंह, अनुराग ठाकुर, जयराम सिंह ठाकुर और बिपिन रावत मौजूद

अटल टनल के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री मोदी सहित केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम सिंह ठाकुर, CDS जनरल बिपिन रावत, BRO महानिदेशक सहित BRO के अन्य विशिष्ट अधिकारी मौजूद।

10:31 AM (IST) Oct 03

पीएम मोदी ने अटल टनल का उद्घाटन किया

हिमाचल प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9.02 किलोमीटर लंबी अटल टनल, रोहतांग का उद्घाटन किया। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी मौजूद रहे।

 

09:56 AM (IST) Oct 03

जेपी नड्डा ने हिमाचल प्रदेश के लिए ऐतिहासिक दिन बताया

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हिमाचल प्रदेश के लिए ऐतिहासिक दिन बताया। उन्होंने लिखा, आदरणीय श्री @narendramodi  जी रोहतांग में 9.02 किलोमीटर लंबी #AtalTunnel का आज सुबह 10 बजे उद्घाटन करेंगे। यह टनल मनाली और लाहौल स्पीति वैली को जोड़ने का काम करेगी। इसके बनने से 4 से 5 घंटे का सफर कम होगा और वैली में वर्षभर आवागमन बना रहेगा।

09:28 AM (IST) Oct 03

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मनाली एयरपोर्ट पहुंचे

हिमाचल प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मनाली एयरपोर्ट पहुंचे। उनके साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद हैं। थोड़ी ही देर में वह 'अटल टनल' का उद्घाटन करेंगे।

 युद्ध में संकट के वक्त दुश्मनों को सबक सिखाने में कैसे काम आएगी अटल टनल?

09:19 AM (IST) Oct 03

टनल को बनाने में 10 साल क्यों लग गए?

टनल को घोड़े के नाल के आकार की बनाया गया है। यह देश की पहली ऐसी सुरंग होगी, जिसमें मुख्य सुरंग के भीतर ही बचाव सुरंग बनाई गई है। सुरंग को बनाने में हुई देरी की मुख्य वजह है सेरी नाला। सेरी नाला 410 मीटर लंबा है। यहां हर सेकेंड 125 लीटर से अधिक पानी निकालता है। इस वजह से यहां काम करना बहुत मुश्किल था। इंजीनियरों को 410 मीटर की खुदाई करने में तीन साल से अधिक का समय लगा।

Photos : हर 250 मीटर पर CCTV, 60 मीटर पर फायर हाइड्रेंट सिस्टम; काफी आधुनिक है दुनिया की सबसे लंबी अटल टनल

09:15 AM (IST) Oct 03

टनल से मनाली और लाहुल-स्पीति घाटी 12 महीने जुड़े रहेंगे

टनल से मनाली और लाहुल-स्पीति घाटी 12 महीने जुड़े रहेंगे। भारी बर्फबारी की वजह से इस घाटी का छह महीने तक संपर्क टूट जाता है। टनल का साउथ पोर्टल मनाली से 25 किमी दूर स्थित है। वहीं, नार्थ पोर्टल लाहुल घाटी में सिसु के तेलिंग गांव के नजदीक है।

साल में सिर्फ 5 महीने हो पाता था काम, जानिए अटल टनल बनाने में क्यों लगा 10 साल का समय, आईं ये कठिनाइयां

09:14 AM (IST) Oct 03

टनल को बनाने में 1000 वर्कर और 150 इंजीनियर लगे थे


अटल टनल को एफकोन्स कंपनी द्वारा बनाया गया है। इसे बनाने में 1000 वर्कर और 150 इंजीनियर लगे हुए थे। इस पुल का इंजीनियरिंग डिजाइन ऑस्ट्रेलिया की इंजीनियरिंग कंपनी स्नोवे माउनटेन ने किया है। इस टनल को बनाने में 14,508 मैट्रिक टन स्टील का उपयोग किया गया है। जबकि, सरदार पटेल की प्रतिमा से इसे कम बताया जा रहा है। सरदार पटेल की प्रतिमा में 2.42 करोड़ किलोग्राम स्टील, 2.25 करोड़ किलोग्राम सीमेंट और 50 लाख किलोग्राम लोहे का इस्तेमाल हुआ था।

जानें किस कंपनी ने बनाई अटल टनल? 

09:09 AM (IST) Oct 03

अटल टनल को लेकर पीएम मोदी का पूरा शेड्यूल

पीएम मोदी विशेष विमान से चंडीगढ़ पहुंचे। वहां रोहतांग जाएंगे। पीएम मोदी एमआई-17 हेलिकॉप्टर से सुबह 9:10 बजे मनाली के सासे हेलीपेड पहुंचेगे। इसके बाद सड़क के जरिेए सासे गेस्ट हाउस जाएंगे। सुबह 9:35 पर साउथ पोर्टल रवाना होंगे और 10 से 11:45 बजे तक उद्घाटन समारोह चलेगा।