प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9.02 किलोमीटर लंबी अटल टनल का उद्घाटन किया। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी मौजूद रहे। 10 हजार फीट की ऊंचाई पर बनी अटल टनल दुनिया की सबसे लंबी टनल है। 10 साल में बनी इस टनल की लंबाई 9.2 किलोमीटर है। इससे मनाली और लेह के बीच की दूरी 46 किलोमीटर तक कम हो जाएगी।
12:21 PM (IST) Oct 03
टनल के उत्तरी छोर पर पीएम मोदी। यहां पीएम मोदी ने हरी झंडी दिखाकर 15 बुजुर्ग यात्रियों को बस से रवाना किया। टनल में पहली यात्रा करने वाले यह विशिष्ट यात्री हैं। बस के जरिए 15 बुजुर्गों को उत्तरी छोर से दक्षिणी छोर की यात्रा कराई गई। बस में सफर करने वाले बुजुर्गों में अटल बिहारी वाजपेयी के दोस्त टशी दावा उर्फ अर्जुन गोपाल के पुत्र भी शामिल हैं। उनके अलावा तेंजिन दोर्जे, देवीचंद, नोरबू राम, रमेश कुमार और पमाराम, टशी फुंचोंग, रामलाल, दोर्जेराम, प्रेम लाल, भुमिचंद, अभयचंद, रामकृष्ण, रिगजिन आंगदुई और गोविंद भी बस यात्रियों में शामिल हैं।
12:15 PM (IST) Oct 03
अटल टनल का उत्तरी छोर, जिसे नॉर्थ पोर्टल कहते हैं। पीएम मोदी ने खुली जीप में टनल का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। टनल के दूसरी छोर पर राजनाथ सिंह पहले से मौजूद थे। वह पीएम मोदी के स्वागत के लिए वहां पहले से ही मौजूद थे।
12:11 PM (IST) Oct 03
पीएम मोदी अपने काफिले के बाद खुली जीप में नॉर्थ पोर्टल की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। छोटी-छोटे अंतराल के बाद इस टनल में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिससे निगरानी की जाएगी।
12:06 PM (IST) Oct 03
टनल के उत्तर पोर्टल पर निर्माण कार्य के दौरान की तस्वीरों को देखते हुए पीएम मोदी।
12:01 PM (IST) Oct 03
टनल के अंदर गाड़ियों की स्पीड 40 किमी. प्रति घंटा तय की गई है। लेकिन अगर रफ्तार ज्यादा होती है तो 80 किमी. की रफ्तार से चल सकते हैं। एक अनुमान के मुताबिक, हर दिन डेढ़ हजार ट्रक और 3 हजार कारे इस टनल से होकर गुजरेंगी।
11:57 AM (IST) Oct 03
हिमाचल प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोहतांग में अटल टनल के दक्षिण पोर्टल से लाहौल घाटी के सिसु में स्थित टनल के उत्तर पोर्टल तक जाते हुए।
11:44 AM (IST) Oct 03
देश में ही आधुनिक अस्त्र-शस्त्र बने, मेक इन इंडिया हथियार बनें, इसके लिए बड़े रिफॉर्म्स किए गए हैं। लंबे इंतज़ार के बाद चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ अब हमारे सिस्टम का हिस्सा है। देश की सेनाओं की आवश्यकता अनुसार प्रोक्योरमेंट और प्रोडक्शन दोनों में बेहतर समन्वय स्थापित हुआ है।
11:43 AM (IST) Oct 03
अटल जी के साथ ही एक और पुल का नाम जुड़ा है- कोसी महासेतु का। बिहार में कोसी महासेतु का शिलान्यास भी अटल जी ने ही किया था। 2014 में सरकार में आने के बाद कोसी महासेतु का काम भी हमने तेज करवाया। कुछ दिन पहले ही कोसी महासेतु का भी लोकार्पण किया जा चुका है।
11:43 AM (IST) Oct 03
अटल टनल की तरह ही अनेक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स के साथ ऐसा ही व्यवहार किया गया। लद्दाख में दौलत बेग ओल्डी के रूप में सामरिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण एयर स्ट्रिप 40-45 साल तक बंद रही। क्या मजबूरी थी, क्या दबाव था, मैं इसके विस्तार में नहीं जाना चाहता।
11:41 AM (IST) Oct 03
मैं ऐसे दर्जनों प्रोजेक्ट गिना सकता हूं जो सामरिक और सुविधा की दृष्टि से भले ही कितने महत्वपूर्ण रहे हों, लेकिन बरसों तक नजरअंदाज किए गए हैं। मुझे याद है कि करीब 2 साल पहले अटल जी के जन्मदिन के मौके पर असम में था। वहां पर भारत के सबसे लंबे रेल रोड ब्रिज को देश को समर्पित करने का अवसर मिला था। यह पुल आज नॉर्थ ईस्ट और अरुणांचल प्रदेश से कनेक्टिविटी का बहुत बड़ा माध्यम है।
11:40 AM (IST) Oct 03
कनेक्टिविटी का देश के विकास से सीधा संबंध होता है। ज्यादा से ज्यादा कनेक्टिविटी यानी उतना ही तेज विकास। खासकर बॉर्डर एरिया में तो कनेक्टिविटी सीधे-सीधे देश की रक्षा जरूरतों से जुड़ी होती है, लेकिन इसे लेकर जिस तरह की गंभीरता थी, आज उसकी आवश्यता है. जिस तरह की राजनीतिक इच्छा शक्ति की जरूरत थी दुर्भाग्य से वह नहीं दिखाई दी। अटल टनल की तरह ही अनेक प्रोजेक्ट के साथ ऐसा ही व्यवहार किया गया।
11:39 AM (IST) Oct 03
साल 2005 में आकलन किया गया था कि यह टनल साढ़े नौ सौ करोड़ रुपए में तैयार हो जाएगी। लेकिन लगातार होती देरी के कारण तीन गुना से भी ज्यादा यानी 32 सौ करोड़ रुपए खर्च करने के बाद तैयार हो पाई। कल्पना कीजिए की 20 साल और लग जाते तो क्या स्थिति होती?
11:38 AM (IST) Oct 03
अटल जी के जाने के बाद इस काम को भुला दिया गया। साल 2013 में सिर्फ डेढ़ किलोमीटर का काम ही हो सका। एक्सपर्ट ने बताया, जिस रफ्तार से काम हो रहा था उस रफ्तार से होता तो साल 2040 में टनल पूरी हो पाती। साल 2014 के बाद तेजी लाई गई। बीआरओ के सामने आने वाली दिक्कत को हल किया गया। हर साल पहले 300 मीटर सुरंह बन रही थी उसकी गति बढ़ाकर 1400 मीटर प्रति वर्ष कर दिया। सिर्फ 6 साल में हमने 26 साल का काम पूरा कर दिया।
11:37 AM (IST) Oct 03
अटल टनल भारत को बॉर्डर को भी नई ताकत देनी वाला है। यह विश्व स्तरीय बॉर्डर कनेक्टिविटी का जीता जागता उदाहरण है।
11:37 AM (IST) Oct 03
लेह-लद्दाख के किसानों के लिए भी अब देश की राजनाधी दिल्ली और दूसरे बाजार तक उनकी पहुंच आसान हो जाएगी। उनका जोखिम भी कम हो जाएगा।
11:37 AM (IST) Oct 03
मोदी ने कहा, उसी दौरान उनसे इस टनल को लेकर बात होती थी। वह सपना बन गया। आज उसे पूरा होते हुए देख रहे हैं। मैं द मेकिंग ऑफ अटल टनल फिल्म देखी। इस महायज्ञ में अपना पसीना बहाने वाले जवानों को, मजदूरों को सभी को आदर पूर्वक नमन करता हूं। अटल टनल हिमाचल प्रदेश के एक बड़े हिस्से के साथ ही नए केंद्र शासित प्रदेश की लाइफ लाइन बनने वाला है। सभी मायने में हिमाचल प्रदेश का यह क्षेत्र देश के बाकी हिस्सों से हमेशा जुड़े रहेंगे।
11:36 AM (IST) Oct 03
पीएम मोदी ने उद्घाटन के मौके पर कहा, आज का दिन बहुत ऐतिहासिक है। आज सिर्फ अटल जी का ही सपना नहीं पूरा हो रहा है। आज हिमाचल प्रदेश के करोड़ो लोगों का दशकों पुराना इंतजार खत्म हो रहा है। मेरा सौभाग्य कि आज मुझे अटल टनल के लोकार्पण का अवसर मिला है। मैं यहां संगठन का काम देखता है। यहां के पहाड़ों में उत्तम समय बिताता था। जब अटल जी मनाली में आकर रहते थे तो उनसे मिलता था।
11:03 AM (IST) Oct 03
अटल टनल के उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने टनल के अंदर विचरण किया। फिर हाथ उठाकर सबका अभिवादन किया।
11:01 AM (IST) Oct 03
टनल के उद्घाटन के मौके पर बीआरओ के डीजी ने कहा, अटल टनल के निर्माण से आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत हिमालय क्षेत्र में अन्य टनल निर्माण कार्य को बल मिलेगा। अब BRO का फोकस शिंकुला टनल पर है। मैं आश्वासन देना चाहता हूं कि BRO इस टनल को आने वाले 3 सालों में पूरा कर लेगा जिससे लेह के लिए हर मौसम में कनेक्टिविटी संभव हो जाएगी।
10:58 AM (IST) Oct 03
पीएम मोदी ने दुनिया की सबसे बड़ी सुरंग 'अटल टनल' का उद्घाटन किया। इससे मनाली से लेह जाने में अब 4 घंटे का समय बचेगा।
10:54 AM (IST) Oct 03
हिमाचल प्रदेश: अटल टनल, रोहतांग का उद्घाटन करने के बाद अटल टनल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।
10:39 AM (IST) Oct 03
अटल टनल के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री मोदी सहित केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम सिंह ठाकुर, CDS जनरल बिपिन रावत, BRO महानिदेशक सहित BRO के अन्य विशिष्ट अधिकारी मौजूद।
10:31 AM (IST) Oct 03
हिमाचल प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9.02 किलोमीटर लंबी अटल टनल, रोहतांग का उद्घाटन किया। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी मौजूद रहे।
09:56 AM (IST) Oct 03
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हिमाचल प्रदेश के लिए ऐतिहासिक दिन बताया। उन्होंने लिखा, आदरणीय श्री @narendramodi जी रोहतांग में 9.02 किलोमीटर लंबी #AtalTunnel का आज सुबह 10 बजे उद्घाटन करेंगे। यह टनल मनाली और लाहौल स्पीति वैली को जोड़ने का काम करेगी। इसके बनने से 4 से 5 घंटे का सफर कम होगा और वैली में वर्षभर आवागमन बना रहेगा।
09:28 AM (IST) Oct 03
हिमाचल प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मनाली एयरपोर्ट पहुंचे। उनके साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद हैं। थोड़ी ही देर में वह 'अटल टनल' का उद्घाटन करेंगे।
युद्ध में संकट के वक्त दुश्मनों को सबक सिखाने में कैसे काम आएगी अटल टनल?
09:19 AM (IST) Oct 03
टनल को घोड़े के नाल के आकार की बनाया गया है। यह देश की पहली ऐसी सुरंग होगी, जिसमें मुख्य सुरंग के भीतर ही बचाव सुरंग बनाई गई है। सुरंग को बनाने में हुई देरी की मुख्य वजह है सेरी नाला। सेरी नाला 410 मीटर लंबा है। यहां हर सेकेंड 125 लीटर से अधिक पानी निकालता है। इस वजह से यहां काम करना बहुत मुश्किल था। इंजीनियरों को 410 मीटर की खुदाई करने में तीन साल से अधिक का समय लगा।
09:15 AM (IST) Oct 03
टनल से मनाली और लाहुल-स्पीति घाटी 12 महीने जुड़े रहेंगे। भारी बर्फबारी की वजह से इस घाटी का छह महीने तक संपर्क टूट जाता है। टनल का साउथ पोर्टल मनाली से 25 किमी दूर स्थित है। वहीं, नार्थ पोर्टल लाहुल घाटी में सिसु के तेलिंग गांव के नजदीक है।
09:14 AM (IST) Oct 03
अटल टनल को एफकोन्स कंपनी द्वारा बनाया गया है। इसे बनाने में 1000 वर्कर और 150 इंजीनियर लगे हुए थे। इस पुल का इंजीनियरिंग डिजाइन ऑस्ट्रेलिया की इंजीनियरिंग कंपनी स्नोवे माउनटेन ने किया है। इस टनल को बनाने में 14,508 मैट्रिक टन स्टील का उपयोग किया गया है। जबकि, सरदार पटेल की प्रतिमा से इसे कम बताया जा रहा है। सरदार पटेल की प्रतिमा में 2.42 करोड़ किलोग्राम स्टील, 2.25 करोड़ किलोग्राम सीमेंट और 50 लाख किलोग्राम लोहे का इस्तेमाल हुआ था।
जानें किस कंपनी ने बनाई अटल टनल?
09:09 AM (IST) Oct 03
पीएम मोदी विशेष विमान से चंडीगढ़ पहुंचे। वहां रोहतांग जाएंगे। पीएम मोदी एमआई-17 हेलिकॉप्टर से सुबह 9:10 बजे मनाली के सासे हेलीपेड पहुंचेगे। इसके बाद सड़क के जरिेए सासे गेस्ट हाउस जाएंगे। सुबह 9:35 पर साउथ पोर्टल रवाना होंगे और 10 से 11:45 बजे तक उद्घाटन समारोह चलेगा।