राहुल गांधी के सिखों को लेकर दिए गए बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा समर्थित सिख समूह ने उनके घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और माफी मांगने की मांग की।
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सिख समाज को लेकर बयान दिया है। इससे नाराज होकर सिख समाज के लोगों ने दिल्ली में उनके घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया है। भाजपा समर्थित सिख समूह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के घर के बाहर तक विरोध मार्च निकाला। उन्होंने देश में धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिका में राहुल गांधी के बयान पर आपत्ति जताई। कहा कि कांग्रेस के शासन के मुकाबले भाजपा सरकार में वे अधिक सुरक्षित हैं। उन्होंने राहुल गांधी से अपने बयान के लिए माफी मांगने की मांग की।
राहुल गांधी ने कहा था- क्या भारत में सिख को पगड़ी पहनने दी जाएगी
अमेरिका की अपनी तीन दिन की यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि भारत में लड़ाई राजनीति के बारे में नहीं है। कार्यक्रम के दौरान श्रोताओं में से एक सिख सदस्य से उसका नाम पूछते हुए राहुल ने कहा, "लड़ाई इस बात को लेकर है कि क्या उन्हें एक सिख के रूप में भारत में पगड़ी पहनने की अनुमति दी जाएगी? या क्या उन्हें, एक सिख के रूप में भारत में कड़ा पहनने की अनुमति दी जाएगी? या क्या उन्हें एक सिख के रूप में गुरुद्वारा जाने की अनुमति दी जाएगी? लड़ाई इसी बात को लेकर है और सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिए है"।
इस बयान को लेकर भाजपा ने राहुल गांधी पर निशाना साधा है। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि राहुल का बयान "भयावह" है। वह विदेश में "खतरनाक बयान" दे रहे हैं। 1984 के सिख विरोधी दंगों का जिक्र करते हुए मंत्री ने कहा, “यदि हमारे इतिहास में ऐसा कोई समय रहा है जब एक समुदाय के रूप में हमने चिंता, असुरक्षा की भावना और अस्तित्व के लिए खतरा महसूस किया है तो वह समय वह रहा है जब राहुल गांधी का परिवार सत्ता में था।”
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