बेंगलुरु. बेंगलुरु में हर रोज़ हज़ारों लोग आते हैं. नौकरी की तलाश में, दूसरे शहरों से ट्रांसफर लेकर, स्कूल, कॉलेज, बिज़नेस, इंडस्ट्री, ऐसे कई कारणों से लोग यहां आते हैं. बेंगलुरु तेज़ी से बढ़ रहा है. लेकिन पुणे की एक युवती के साथ यहां कुछ बुरी घटनाएं घटी हैं. वाइटफ़ील्ड के रामेश्वरम कैफे में कतार में खड़े होने के दौरान हुई छेड़छाड़ की घटना से युवती का सब्र जवाब दे गया. उसने अपने अनुभव शेयर करते हुए कहा कि उसे अब बेंगलुरु से नफ़रत हो गई है.
रेडिट पर पुणे की युवती ने छेड़छाड़ की घटनाओं का खुलासा किया. उसने बताया कि वाइटफ़ील्ड के रामेश्वरम कैफे की कतार में खड़ी होने के दौरान पीछे से एक व्यक्ति ने उसके साथ छेड़छाड़ की. जब उसने शोर मचाया और उस व्यक्ति का विरोध किया, तो वह बिना किसी शर्म के वहां से भाग गया. युवती ने आरोप लगाया कि बेंगलुरु में उसके साथ इस तरह की घटना पहली बार नहीं हुई है. पुणे से बेंगलुरु आने के बाद से उसके साथ कई बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं.
युवती ने बताया कि बेंगलुरु के एचएसआर लेआउट रोड पर पैदल चलते समय बाइक पर सवार दो लोगों ने उस पर अश्लील टिप्पणी की. इससे पहले भी ऑफिस में कुछ लोगों के व्यवहार, मैसेज आदि से उसे परेशानी हुई है. युवती का कहना है कि बेंगलुरु महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है. उसे अब बेंगलुरु में डर लगता है. उसे लगातार यह डर सताता रहता है कि कब उस पर हमला हो जाएगा. इस तरह की घटनाएं हर जगह हो रही हैं. अब उसे दूसरी जगह नौकरी ढूंढनी पड़ेगी. अगर बेंगलुरु में ही रहना हुआ तो इंदिरानगर या किसी सुरक्षित जगह पर रहना होगा. पुणे या मुंबई बेहतर विकल्प होंगे.
इन घटनाओं के बाद मुझे बेंगलुरु से नफ़रत हो गई है. मैं आज़ाद रहना चाहती हूं. पुणे में पली-बढ़ी मैं, बेंगलुरु में डर के साये में जी रही हूं. ऑफिस, घर, शॉपिंग, मैं हर जगह अकेले घूमना चाहती हूं. अपनी आज़ादी का आनंद लेना चाहती हूं. लेकिन यहां मैं ऐसा नहीं कर पा रही हूं. ऑफिस जाना हो या सड़क पर चलना, हर जगह मुझे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
हाल ही में एक महिला के साथ बेंगलुरु एयरपोर्ट से कैब में हुई घटना भी सामने आई थी. एक नकली ओला कैब ड्राइवर ने महिला को अपनी कैब में बैठाया और उससे पैसे ऐंठने की कोशिश की. लेकिन पुलिस की मदद से महिला बच गई.