राहुल गांधी बोले-एक व्यक्ति-एक पद का होगा पालन, अशोक गहलोत ने कहा-एक व्यक्ति मंत्री रह सकता और अध्यक्ष भी

राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान गुरुवार को यह साफ किया कि उदयपुर में लिए गए निर्णयों पर पार्टी कायम है। उदयपुर चिंतन शिविर में एक व्यक्ति एक पद का निर्णय हुआ था। राहुल गांधी ने अशोक गहलोत के बारे में पूछे गए सवाल पर साफ कहा कि अगर वह चुनाव जीतते हैं तो उनके पास केवल एक पद ही रहेगा।

Dheerendra Gopal | Published : Sep 22, 2022 1:46 PM IST

Congress President Election: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अशोक गहलोत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व कर रहे राहुल गांधी ने साफ कहा कि अगर अशोक गहलोत अध्यक्ष पद का चुनाव जीतते हैं तो उनके पास केवल एक ही पद रखने का ऑप्शन होगा। कोई भी व्यक्ति दो पद पर नहीं रहेगा। राहुल के दावे के बाद अशोक गहलोत के प्रतिद्वंद्वी सचिन पायलट की राजस्थान मुख्यमंत्री पद की दावेदारी मजबूत होती दिख रही है। 

गहलोत नहीं चाहते हैं कि उनको राजस्थान सीएम की कुर्सी छोड़नी पड़े

दरसअल, अशोक गहलोत राजस्थान का मुख्यमंत्री रहने के साथ साथ ही कांग्रेस के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी संभालना चाहते हैं। वह राजस्थान के सीएम का पद नहीं छोड़ना चाहते हैं। 71 वर्षीय अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी से मुलाकात भी की है। उन्होंने राहुल गांधी को पुन: अध्यक्ष बनाए जाने का अनुरोध करने के साथ साथ दो ऑप्शन दिया। पहला कि उनको कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जाए और राहुल गांधी को अध्यक्ष। साथ में वह राजस्थान के मुख्यमंत्री बनें रहे। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने यह भी कहा कि अगर अध्यक्ष भी उनको बनाया जाता है तो भी वह मुख्यमंत्री बने रहना चाहते हैं। हालांकि, सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद, राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने यह स्पष्ट कहा कि पार्टी में एक व्यक्ति एक पद का पालन किया जाएगा। अगर वह चुनाव जीतते हैं तो उनके पास एक ही पद रहेगा। 

राहुल गांधी ने स्पष्ट संदेश देकर फिर मचाया घमासान

उधर, राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान गुरुवार को यह साफ किया कि उदयपुर में लिए गए निर्णयों पर पार्टी कायम है। उदयपुर चिंतन शिविर में एक व्यक्ति एक पद का निर्णय हुआ था। राहुल गांधी ने अशोक गहलोत के बारे में पूछे गए सवाल पर साफ कहा कि अगर वह चुनाव जीतते हैं तो उनके पास केवल एक पद ही रहेगा।

अशोक गहलोत के यात्रा में पहुंचते ही पायलट निकले

उधर, राजस्थान में सियासी पारा चढ़ा हुआ है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट का खेमा अलग-अलग दावे कर रहा है। गहलोत यह चाहते हैं कि अगर उनको पद छोड़ना पड़े तो उनके किसी पसंद को कुर्सी पर बिठाया जाए जबकि पायलट का खेमा पूरी तरह से मुखर है। सचिन पायलट एक दिन पहले ही भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ चल रहे थे। लेकिन गुरुवार को अशोक गहलोत के यात्रा में पहुंचने के पहले ही पायलट वहां से निकल गए।

पायलट बोले-आखिरी बार राहुल गांधी केा मनाउंगा

यात्रा में पहुंचे अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन के पहले वह आखिरी बार राहुल गांधी से मिलकर पद संभालने का अनुरोध करेंगे। अगर वह नहीं मानें तो वह नॉमिनेशन फाइल करेंगे। बुधवार को उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी। मुलाकात के पहले उन्होंने मीडिया से कहा था कि एक व्यक्ति मंत्री रह सकता है और कांग्रेस अध्यक्ष भी चुना जा सकता है। मैं कुछ भी करूंगा जिससे पार्टी को फायदा हो। एक पद, दो पद या तीन पद, मैं पीछे नहीं हटूंगा।

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