Apple iPhone हैकिंग अलर्ट मैसेज न भेजने के लिए सरकार ने नहीं डाला कोई दबाव...राजीव चंद्रशेखर ने वाशिंगटन पोस्ट की खबर को किया खारिज

वाशिंगटन पोस्ट ने दावा किया है कि मोदी सरकार ने Apple iPhone संदेशों के बाद अपनी अलर्ट चेतावनियों को साफ्ट करने का दबाव बनाया था। iPhone ने अलर्ट किया कि सरकारी हैकर्स द्वारा भारत के विपक्षी राजनेताओं के उनके उपकरणों में हैकिंग की संभावना है।

Dheerendra Gopal | Published : Dec 28, 2023 4:30 PM IST / Updated: Dec 28 2023, 10:02 PM IST

Apple Alert on espoinage: वाशिंगटन पोस्ट की एप्पल अलर्ट पर मोदी सरकार के दबाव को लेकर प्रकाशित रिपोर्ट की केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने खंडन की है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि रिपोर्ट पूरी तरह भ्रामक और कल्पना आधारित है। दरअसल, वाशिंगटन पोस्ट ने दावा किया है कि मोदी सरकार ने Apple iPhone संदेशों के बाद अपनी अलर्ट चेतावनियों को साफ्ट करने का दबाव बनाया था। रिपोर्ट के अनुसार, Apple iPhone ने अलर्ट किया कि सरकारी हैकर्स द्वारा भारत के विपक्षी राजनेताओं के उनके उपकरणों में हैकिंग की संभावना है।

एप्पल पर दबाव

एक Apple सुरक्षा विशेषज्ञ को भी देश के बाहर से नई दिल्ली में एक बैठक में बुलाया गया था और विशेषज्ञ पर चेतावनियों के लिए वैकल्पिक स्पष्टीकरण देने के लिए दबाव डाला गया था। अखबार ने तीन अज्ञात स्रोतों का हवाला देते हुए कहा कि एप्पल के भारत के प्रतिनिधियों को प्रशासन के अधिकारियों ने बुलाया था जिन्होंने डिमांड की थी कि कंपनी चेतावनियों के राजनीतिक प्रभाव को कमजोर करने में मदद करे।

 

 

क्या कहा केंद्रीय मंत्री ने?

केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि अमेरिकी दैनिक समाचार पत्र की भयानक कहानी कहने का काम थकाऊ था लेकिन किसी को तो यह करना ही था। उन्होंने कहा कि वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट, कल्पना और पत्रकारिता के रूप में काम पर क्लिकबैटिंग का परिणाम है। उन्होंने कहा कि अखबार की रिपोर्ट में आधे तथ्य थे और पूरी तरह से दिखावा किया गया था। मंत्री ने बताया कि रिपोर्ट में 31 अक्टूबर से Apple की प्रतिक्रिया को छोड़ दिया गया था जिस दिन कुछ सांसदों ने सोशल मीडिया पर iPhone के हवाले से खतरे की सूचनाओं के स्क्रीनशॉट साझा किए थे। MoS राजीव चंद्रशेखर ने कहा, "Apple को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम के साथ जांच में शामिल होने के लिए कहा गया था। इसके लिए मीटिंग की गई हैं और जांच अभी जारी है।

Apple अलर्ट में लिखा था: 'एप्पल का मानना है कि आपको राज्य-प्रायोजित हमलावरों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है जो आपके ऐप्पल आईडी से जुड़े आईफोन से दूर से छेड़छाड़ करने की कोशिश कर रहे हैं। Apple ने कहा था कि उसने खतरे की सूचनाओं का श्रेय किसी विशिष्ट राज्य-प्रायोजित हमलावर को नहीं दिया है।

यह भी पढ़ें:

महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा अयोध्या में नए हवाई अड्डा का नाम, पीएम मोदी करेंगे 30 दिसंबर को उद्घाटन

Read more Articles on
Share this article
click me!