इंदिरा गांधी ने अपने तीन पोते-पोतियों (राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और वरुण गांधी) को 173,000 डॉलर की संपत्ति विरासत के रूप में दी थी। राजीव गांधी ने विरासत टैक्स खत्म किया था।
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा द्वारा विरासत टैक्स लगाए जाने की वकालत किए जाने के बाद इस मुद्दे पर चर्चा तेज हो गई है। सोशल मीडिया पर लोग इस संबंध में अपने विचार शेयर कर रहे हैं और पुरानी खबरें शेयर कर रहे हैं। इसी क्रम में एक्स पर एक खबर शेयर किया गया है। इसमें कहा गया है कि पूर्व पीएम राजीव गांधी ने 1985 (समय अत्यधिक संदिग्ध है) में विरासत टैक्स खत्म किया था। इंदिरा गांधी ने अपने तीन पोते-पोतियों को 173,000 डॉलर की संपत्ति विरासत के रूप में दी थी।
एक्स यूजर अखिलेश मिश्रा ने अपने पोस्ट में कहा है कि 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या की गई थी। इसके बाद उनका वसीयत सार्वजनिक किया गया था। इसके अनुसार इंदिरा गांधी ने 173,000 डॉलर की संपत्ति विरासत के रूप में अपने तीन पोते-पोतियों राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और वरुण गांधी को दी थी।
सैम पित्रोदा ने कहा- भारत में भी लगना चाहिए अमेरिका जैसा विरासत टैक्स
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने अमेरिका की तरह भारत में भी विरासत टैक्स लगाने की वकालत की है। एक इंटरव्यू में पित्रोदा ने कांग्रेस के उस चुनावी वादे का बचाव किया, जिसमें संपत्ति के समान बंटवारे की बात की गई है। इस दौरान उन्होंने कुछ अमेरिकी राज्यों में लागू विरासत टैक्स के बारे में बात की।
पित्रोदा ने कहा, “अमेरिका में अगर किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है। जब उसकी मौत होती है तो उसके बच्चों को उसकी सिर्फ 45% संपत्ति मिलती है। 55% संपत्ति सरकार ले लेती है। यह दिलचस्प कानून है। यह कहता है कि आपने जो संपत्ति बनाई है उसमें से आधी जनता के लिए छोड़नी चाहिए। यह मुझे उचित लगती है। भारत में आपके पास यह नहीं है। अगर किसी के पास 10 बिलियन की संपत्ति है और उसकी मौत हो जाती है तो उसके बच्चों को 10 बिलियन मिल जाते हैं। जनता को कुछ नहीं मिलता। यह ऐसा मुद्दा है जिसपर चर्चा होनी चाहिए।”
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