1528 में बाबर ने बनाई थी मस्जिद, 492 साल बाद राममंदिर का हो रहा भूमिपूजन; जानें कैसे निपटा पूरा विवाद?

अयोध्या में बाबर ने मंदिर को तोड़कर 1528 में मस्जिद बनाई थी। अब 492 साल बाद राम मंदिर का भूमि पूजन हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 5 अगस्त को राम मंदिर का भूमि पूजन और शिलान्यास करेंगे। इसी के साथ सैकड़ों सालों का इंतजार खत्म हो जाएगा और राम मंदिर का निर्माण शुरू होगा।

Asianet News Hindi | Published : Aug 5, 2020 4:37 AM IST / Updated: Aug 05 2020, 11:08 AM IST

नई दिल्ली. अयोध्या में बाबर ने मंदिर को तोड़कर 1528 में मस्जिद बनाई थी। अब 492 साल बाद राम मंदिर का भूमि पूजन हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 5 अगस्त को राम मंदिर का भूमि पूजन और शिलान्यास करेंगे। इसी के साथ सैकड़ों सालों का इंतजार खत्म हो जाएगा और राम मंदिर का निर्माण शुरू होगा। अयोध्या में बाबरी मस्जिद-राममंदिर देश का सबसे पुराना विवाद है। सैकड़ों साल तक चला ये विवाद सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद खत्म हुआ। सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर 2019 को अपने ऐतिहासिक फैसले में विवादित जमीन का मालिकाना हक रामलला को दिया था। इसके अलावा मस्जिद के लिए वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन देने का फैसला किया। 

इस मौके पर हम आपको बता रहे हैं कि यह कितना पुराना विवाद है और कैसे इसका निपटारा हुआ था। 

<p>भूमि पूजन से पहले रामलला की पहली तस्वीर आई सामने। </p>
भूमि पूजन से पहले रामलला की फोटो


1813 में पहली बार हुआ विवाद
 


1949 में विवादित स्थल पर रखी गई मूर्ति
 


राम मंदिर कार्यशाला

1986 में हिंदुओं को पूजा की मिली अनुमति
 


6 दिसंबर 1992 को ढहाई गई बाबरी मस्जिद
 


सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले तक रामलला इसी टेंट में रहे।

2010: हाईकोर्ट का फैसला- अयोध्या सबकी


सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया ऐतिहासिक फैसला

9 नवंबर 2019: सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया ऐतिहासिक फैसला

 

Share this article
click me!