
Rashid Cablewala Arrest Azerbaijan Baku Airport: दिल्ली का कुख्यात गैंगस्टर राशिद केबलवाला आखिरकार विदेशी धरती पर पकड़ में आ गया है। सूत्रों के मुताबिक, राशिद को अजरबैजान की राजधानी बाकू के हैदर अलीयेव अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया। बताया जा रहा है कि वह तुर्की के इस्तांबुल शहर से बाकू पहुंचा था और इमिग्रेशन जांच के दौरान अधिकारियों को उसके यात्रा दस्तावेजों में गड़बड़ी मिली। इसी के बाद राशिद को डिटेन कर लिया गया। भारतीय खुफिया एजेंसियां अब उसकी वापसी (एक्सट्राडिशन) की प्रक्रिया में जुटी हैं। माना जा रहा है कि यह भारत के लिए बड़ी सफलता साबित हो सकती है क्योंकि राशिद पिछले कई महीनों से पुलिस की पकड़ से बाहर था।
राशिद केबलवाला दिल्ली के हाशिम बाबा गैंग का बेहद भरोसेमंद और करीबी साथी है। हाशिम बाबा इस समय जेल में बंद है और उसकी गैरमौजूदगी में राशिद ही गैंग का संचालन कर रहा था। पुलिस के अनुसार, राशिद का नाम लॉरेंस बिश्नोई सिंडिकेट से भी जुड़ा हुआ है। दोनों गैंगों के बीच पैसों और सुपारी किलिंग से जुड़े कई डील्स के एंगल सामने आ चुके हैं।
सूत्रों का कहना है कि दिल्ली से फरार होने के बाद राशिद पहले तुर्की के इस्तांबुल में छिपा हुआ था। वहां से उसने अजरबैजान का रुख किया ताकि एजेंसियों की नज़र से बच सके। लेकिन जैसे ही वह बाकू एयरपोर्ट पहुंचा, इमिग्रेशन टीम ने उसके डॉक्युमेंट्स में विसंगतियां पकड़ लीं और उसे वहीं हिरासत में ले लिया।
राशिद केबलवाला का नाम पिछले कुछ सालों में दिल्ली की कई बड़ी वारदातों से जुड़ चुका है।
इन घटनाओं के बाद दिल्ली पुलिस ने उसे “मोस्ट वांटेड” लिस्ट में शामिल कर लिया था।
राशिद केबलवाला ने दिसंबर 2024 में एक इंटरव्यू में दावा किया था कि जैन की हत्या, उसी इलाके में हुई दो अन्य हत्याओं का बदला थी। उसने कहा था कि असली निशाना कोई और था-विराट नाम का व्यक्ति, लेकिन गलती से सुनील जैन को मार दिया गया। हालांकि, उसने अपनी सीधी संलिप्तता से इनकार किया था। यह बयान पुलिस की जांच में नया मोड़ लेकर आया था।
भारतीय एजेंसियां अब अजरबैजान के साथ एक्सट्राडिशन प्रक्रिया शुरू करने जा रही हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही राशिद को भारत लाकर पूछताछ की जाएगी। अगर ऐसा होता है, तो दिल्ली के कई पुराने गैंगवार मामलों की परतें खुल सकती हैं।