विदेशी सिखों को राहत, इस मामले को लेकर सरकार ने 312 नागरिकों के नाम ब्लैक लिस्ट से हटाए

गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि भारत-विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे 312 विदेशी सिखों के नाम काली सूची से हटा दिए हैं। अब इस सूची में सिर्फ दो नाम बचे हैं। विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों ने काली सूची में दर्ज विदेशी सिख नागरिकों के नामों की समीक्षा की और उसके बाद यह फैसला लिया गया।

Asianet News Hindi | Published : Sep 13, 2019 7:07 AM IST / Updated: Sep 13 2019, 12:54 PM IST

नई दिल्ली. गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि भारत-विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे 312 विदेशी सिखों के नाम काली सूची से हटा दिए हैं। अब इस सूची में सिर्फ दो नाम बचे हैं। विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों ने काली सूची में दर्ज विदेशी सिख नागरिकों के नामों की समीक्षा की और उसके बाद यह फैसला लिया गया।

314 में से 312 सिखों के नाम हटाए
अधिकारी ने बताया, "भारत सरकार ने काली सूची में सिख समुदाय से ताल्लुक रखने वाले 314 विदेशी नागरिकों के नामों की समीक्षा की और अब इस सूची में सिर्फ दो नाम हैं।" इस काली सूची से जिन लोगों के नाम हटाए गए हैं, वह अब भारत में अपने परिवारों से मिलने आ सकते हैं और अपनी जमीन से दोबारा जुड़ सकते हैं। 

भारत की आर्थिक वृद्धि को उम्मीद से काफी कमजोर बताया
वाशिंगटन, 12 सितंबर आईएमएफ ने गुरुवार को कहा कि कॉरपोरेट और पर्यावरणीय नियामक की अनिश्चितता और कुछ गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों की कमजोरियों के कारण भारत की आर्थिक वृद्धि उम्मीद से "काफी कमजोर" है।

भारत बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहेगा-आईएमएफ
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने हालांकि कहा कि इसके बावजूद भारत चीन से बहुत आगे और विश्व की सबसे तेजी से विकास करने वाली बड़ी अर्थव्यस्था बना रहेगा। आईएमएफ प्रवक्ता गेरी राइस ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हम नए आंकड़े पेश करेंगे लेकिन खासकर कॉरपोरेट एवं पर्यावरणीय नियामक की अनिश्चितता एवं कुछ गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों की कमजोरियों के कारण भारत में हालिया आर्थिक वृद्धि उम्मीद से काफी कमजोर है।"

(नोट- यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

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