बालाकोट स्ट्राइक, भारत के खिलाफ एफ-16 जेट इस्तेमाल करने पर अमेरिका ने पाकिस्तान को लगाई थी लताडः रिपोर्ट

अमेरिकी मीडिया ग्रुप ‘यूएस न्यूज एंड वर्ल्ड रिपोर्ट’ ने बुधवार को यह खुलासा किया। रिपोर्ट के अनुसार, ट्रम्प प्रशासन की एक शीर्ष अफसर ने एफ-16 के इस्तेमाल पर सवाल उठाते हुए पाकिस्तानी वायुसेना के प्रमुखों को पत्र भी लिखा था। जिसके बाद पाकिस्तान को फटकार भी लगाई गई थी। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 12, 2019 11:56 AM IST

वॉशिंगटन. पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ एफ-16 फाइटर जेट्स के प्रयोग करने पर अमेरिका ने फटकार लगाई थी। अमेरिकी मीडिया ग्रुप ‘यूएस न्यूज एंड वर्ल्ड रिपोर्ट’ ने बुधवार को यह खुलासा किया। रिपोर्ट के अनुसार, ट्रम्प प्रशासन की एक शीर्ष अफसर ने एफ-16 के इस्तेमाल पर सवाल उठाते हुए पाकिस्तानी वायुसेना के प्रमुखों को पत्र भी लिखा था। इसमें पाकिस्तान पर बिना जानकारी दिए एफ-16 जेट के इस्तेमाल का आरोप लगाया गया था। अफसर ने इसे दोनों देशों के बीच साझा सुरक्षा समझौते का उल्लंघन बताया था। 

सैन्य बेसों को निशाना बनाने की थी कोशिश 

फरवरी में कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक किया था। जिसके बाद पाकिस्तानी वायुसेना ने एफ-16 विमान भेजकर भारत के सैन्य बेसों को एम्राम मिसाइलों से निशाना बनाने की कोशिश की थी। जिसके जवाब में भारतीय वायुसेना के कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने एक एफ-16 जेट को मार गिराया था। भारत ने इसे युद्ध की पहल बताते हुए एफ-16 के इस्तेमाल की शिकायत अमेरिका से की थी। हालांकि, उस वक्त अमेरिका की तरफ से पाकिस्तान से कोई जवाब नहीं मांगा गया। 

समझौते के तहत पाक को मिले  है विमान 

पाकिस्तान के पास मौजूद एफ-16 विमान अमेरिका द्वारा तय समझौते के तहत दिए गए हैं। जिसमें पाक सरकार बिना अमेरिका को जानकारी दिए जेट्स का इस्तेमाल नहीं कर सकती। एफ-16 का इस्तेमाल किसी देश के खिलाफ युद्ध भड़काने के लिए सीधी कार्रवाई में भी नहीं किया जा सकता। इसके अलावा पाकिस्तान को एफ-16 जेट्स के ठिकाने बदलने की जानकारी भी अमेरिका को देनी होती है। समझौते के मुताबिक, जेट्स को मुहैया कराने वाले कॉन्ट्रैक्टर्स इस बात की भी जानकारी रखते हैं कि पाकिस्तान इन्हें कहां और कैसे इस्तेमाल करता है। 

तत्कालीन मंत्री ने लगाई थी फटकार 

रिपोर्ट के मुताबिक, अगस्त में ट्रम्प प्रशासन में तत्कालीन अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों की मंत्री एंड्रिया थॉमसन ने पाकिस्तान के एयर चीफ मार्शल मुजाहिद अनवर खान को पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने एफ-16 के ठिकाने बदलने और एम्राम मिसाइलों के इस्तेमाल पर जवाब मांगा। एंड्रिया ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान ने जेट्स और मिसाइलों को अनाधिकारिक सैन्य ठिकानों पर तैनात किया। इससे इन हथियारों के खतरनाक आतंकी ताकतों के हाथ में पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। एंड्रिया ने खान को फटकार लगाते हुए कहा था कि उनका इस तरह का व्यवहार दोनों देशों के बीच साझा सुरक्षा समझौते का उल्लंघन है। 

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