संपत मीणा के हवाले ट्रेनी डॉक्टर रेप-मर्डर केस, आरोपी का होगा पॉलीग्राफी टेस्ट

Published : Aug 20, 2024, 12:52 AM ISTUpdated : Aug 20, 2024, 12:58 AM IST
Kolkata

सार

ट्रेनी डॉक्टर रेप-मर्डर केस में सीबीआई को कलकत्ता हाईकोर्ट ने मुख्य संदिग्ध संजय राय पर पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अनुमति दे दी है। हाथरस और उन्नाव बलात्कार मामलों को संभालने के लिए जाने जाने वाले वरिष्ठ अधिकारी संपत मीना ने जांच का जिम्मा संभाला है।

Trainee Doctor rape Murder: ट्रेनी डॉक्टर रेप व मर्डर की जांच कर रही सीबीआई को कलकता हाईकोर्ट ने मुख्य आरोपी संजय राय का पॉलीग्राफी टेस्ट कराने की इजाजत दे दी है। 20 अगस्त मंगलवार को संजय का लाई डिटेक्टर या पॉलीग्राफी टेस्ट कराया जाएगा। उधर, हाथरस और उन्नाव रेप केस की जांच करने वाली सीनियर ऑफिसर संपत मीणा ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर की रेप व मर्डर केस का चार्ज ले लिया है। उनके साथ काम कर चुकी सीमा पाहुजा उनको 25 लोगों की टीम के साथ असिस्ट करेंगी।

संपत मीणा झारखंड की 1994 बैच की आईपीएस अफसर हैं। उन्होंने यूपी के उन्नाव रेप केस और हाथरस रेप केस को सफलतापूर्वक हैंडल किया था। मीणा सीबीई की एडिशनल डायरेक्टर के रूप में कार्यरत हैं। जबकि उनकी सहायता के लिए भेजी गईं सीमा पाहुजा एडिशनल एसपी सीबीआई हैं। सीमा ग्राउंड लेवल की इन्वेस्टिगेशन को हैंडल करेंगी। वह अपने कार्यों के लिए दो बार गोल्ड मेडल पा चुकी हैं। पारिवारिक कारणों की वजह से वीआरएस के लिए आवेदन कर चुकी सीमा को डायरेक्टर ने नौकरी में बने रहने के लिए मनाया। सीमा पाहुजा ने कुछ साल पहले हिमाचल प्रदेश में क्लास 10 की स्टूडेंट के रेप-मर्डर को साल्व किया था। जबकि यह बिल्कुल ही ब्लाइंड केस था। 2017 का यह गुड़िया केस देशभर में सिहरन पैदा कर दिया था।

साइकोलॉजिकल टेस्ट के तुरंत बाद होगा पॉलीग्राफी टेस्ट

संजय राय का सोमवार को पहले साइकोलॉजिकल टेस्ट कराया गया। दिल्ली में केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) के मनोवैज्ञानिक और व्यवहार विशेषज्ञों की एक टीम ने रॉय का मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन किया था। इसके बाद उसका सीबीआई पॉलीग्राफी यानी झूठ डिटेक्टर टेस्ट कराएगी। इससे उसे ट्रेनी डॉक्टर मामले में सबूत जुटाने में सहायता मिलेगी।

कौन है मुख्य आरोपी संजय राय?

ट्रेनी डॉक्टर रेप-मर्डर केस में कोलकाता पुलिस ने संजय राय को अरेस्ट किया था। संजय राय, एक सिविक वालंटियर था जोकि पुलिस की मदद के लिए आरजी कर मेडिकल कॉलेज में आता जाता रहता था। वह पुलिस के साथ मिलकर 2019 से काम कर रहा था। ट्रेनी डॉक्टर का शव मिलने के बाद वहां मौका-ए-वारदात पर मिले ईयरफोन के आधार पर पुलिस ने उसी दिन अरेस्ट कर लिया था। बाद में सीबीआई को केस हैंडओवर होने के बाद उसे केंद्रीय एजेंसी ने हिरासत में ले लिया था।

पूर्व प्राचार्य से सीबीआई ने की पूछताछ

सीबीआई ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष से भी पूछताछ की है। डॉ. घोष से पूछताछ शुक्रवार देर रात तक चली और शनिवार को सुबह 1:40 बजे समाप्त हुई। सोमवार को भी सीबीआई ने करीब 13 घंटे तक पूछताछ की है। 9 अगस्त को 31 वर्षीय डॉक्टर की आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमीनार हाल में शव मिला था।

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