आंध्र प्रदेश. दीपावली के त्यौहार पर पटाखे जलाते और ले जाते समय बहुत सावधानी बरतना जरूरी है। एक छोटी सी गलती की भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। अब स्कूटर से प्याज बम ले जाते समय उसमें विस्फोट हो गया। जिससे स्कूटर सवार की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं इस हादसे में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना आंध्र प्रदेश के एलुरु जिले में हुई है।
प्याज बम या प्याज पटाखा के नाम से मशहूर इस विस्फोटक को होंडा एक्टिवा से ले जाया जा रहा था। सुधाकर नाम का व्यक्ति स्कूटर से प्याज बम ले जा रहा था। गड्ढों वाली सड़क पर जाते समय स्कूटर एक गहरे गड्ढे से गुजरा। इस दौरान स्कूटर पर रखा प्याज बम नीचे गिरकर फट गया। प्याज बम एक ऐसा पटाखा है जिसे जमीन पर फेंक कर फोड़ा जाता है। इसलिए यह पटाखा गिरते ही जोरदार धमाका हो गया।
विस्फोट की तीव्रता से सुधाकर गंभीर रूप से घायल हो गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। तबेलु साई, सुवारा शशि, के. श्रीनिवास राव, एस.के. सुधाकर, सुरेश और सतीश गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना सड़क किनारे लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। दो लोग स्कूटर से जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। जैसे ही स्कूटर गड्ढे में गिरा, पटाखा नीचे गिर गया और फट गया। यह घटना मुख्य सड़क पर ही हुई। इसलिए आसपास के लोग भी गंभीर रूप से घायल हो गए। धमाका होते ही चौराहे पर मौजूद कई लोग इधर-उधर भागने लगे। आसपास के लोगों को चोटें आईं, जबकि कुछ दूर खड़े लोगों के कान के पर्दे क्षतिग्रस्त हो गए।
प्याज बम कमोबेश एक तेज विस्फोटक ही है। प्याज के आकार का होने के कारण इसे प्याज बम कहा जाता है। इस विस्फोटक से मौत और घायल होने की घटनाएं ज्यादा होती हैं। विस्फोटक के तौर पर भी प्याज बम का इस्तेमाल किया जाता है। प्याज बम के इस्तेमाल के लिए अनुमति चाहिए। यह दीपावली पर इस्तेमाल होने वाला पटाखा नहीं है। लेकिन अब यह सवाल उठता है कि क्या यह धमाका दीपावली के लिए अवैध रूप से बनाए गए बम की वजह से हुआ या फिर प्याज बम किसी और मकसद से ले जाया जा रहा था, यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा।
निर्धारित उद्देश्यों के लिए ही इस विस्फोटक के इस्तेमाल की अनुमति है। इसके लिए पूर्व अनुमति, लाइसेंस बहुत जरूरी है। एलुरु जिले में हुई इस घटना के संबंध में पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। देश भर से पटाखों के फटने की घटनाएं सामने आई हैं। हाल ही में केरल के एक मंदिर में उत्सव के दौरान पटाखे फटने से बड़ा हादसा हुआ था। मंदिर परिसर में पटाखों के गोदाम में विस्फोट हो गया था। जिससे पटाखों में भीषण विस्फोट हो गया था। मंदिर में आए श्रद्धालुओं, कर्मचारियों समेत कई लोगों की मौत हो गई थी।