पिछले साल सड़क दुर्घटनाओं में कोरोना महामारी से ज्यादा लोगों की मौत हुई : नितिन गडकरी

सड़क परिवहन मंत्री (Road Transport Minister) नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने गुरुवार 18 मार्च को लोकसभा में बताया कि साल 2020 में जितने लोग कोरोना महामारी से नहीं मरे, उससे ज्यादा लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हो गई।
 

नेशनल डेस्क। सड़क परिवहन मंत्री (Road Transport Minister) नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने गुरुवार 18 मार्च को लोकसभा में बताया कि साल 2020 में जितने लोग कोरोना महामारी से नहीं मरे, उससे ज्यादा लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हो गई। नितिन गडकरी ने लोकसभा में प्रश्न काल (Question Hour) दौरान बताया कि साल 2020 में कोरोना महामारी से 1.46 लाख लोगों की मृत्यु हुई, वहीं सड़क दुर्घटनाओं में 1.5 लाख लोग मौत के शिकार हुए। नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार सड़क दुर्घटनाओं को लेकर गंभीर है और इसे कम करने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है।

युवा ज्यादा हो रहे दुर्घटना के शिकार
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि युवा वर्ग के लोग सड़क दुर्घटनाओं के ज्यादा शिकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आंकड़ों से पता चलता है कि सड़क दुर्घटना के शिकार लोग ज्यादातर 18 से 35 साल के बीच के हैं। नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार इसे लेकर चिंतित है और सुरक्षा के जरूरी उपायों पर ध्यान दे रही है, ताकि सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सके। 

Latest Videos

सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं भारत में 
वर्ल्ड बैंक (World Bank) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं भारत में होती हैं। वर्ल्ड बैंक का कहना है कि जहां 1.5 लाख लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए, वहीं 4.5 लाख से ज्यादा लोग सड़क दुर्घटनाओं में घायल होकर विकलांग हो गए। वर्ल्ड बैंक ने कहा कि दुनिया के पैमाने पर यह बहुत बड़ी संख्या है और इससे भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) को 3.14 फीसदी का नुकसान पहुंचा है।  

Share this article
click me!

Latest Videos

'बसपा अब नहीं लड़ेगी कोई उपचुनाव'BSP Chief Mayawati ने खुद बताई बड़े ऐलान की वजह
संभल जामा मस्जिद: क्यों उग्र हो गई भीड़, हालात हुए तनावपूर्ण । Sambhal Jama Masjid Dispute
दिल्ली में बुजुर्गों के लिए बड़ी खुशखबरी! AAP ने दिया बहुत बड़ा तोहफा
Kharmas 2024: दिसंबर में कब से लग रहे हैं खरमास ? बंद हो जाएंगे मांगलिक कार्य
जय भवानी' PM Modi बोले- महाराष्ट्र में सुशासन और विकास की जीत, झूठ-छल-फरेब की हुई हार