
Tsunami: रूस में बुधवार सुबह आए 8.8 तीव्रता के भूकंप के बाद जापान से लेकर अमेरिका और न्यूजीलैंड तक सुनामी की चेतावनी जारी की गई। सुनामी की खौफनाक लहरें तटों पर पहुंचीं। इससे दुनिया भर में पहले आए सुनामी की यादें ताजा हो गईं। इनके चलते एक झटके में हजारों-लाखों लोग मारे गए। आइए ऐसी सबसे विनाशकारी 5 सुनामी के बारे में जानते हैं।
26 दिसंबर 2004 को इंडोनेशिया के सुमात्रा तट पर 9.1 तीव्रता का भूकंप आया। इसके कारण आई सुनामी हिंद महासागर में फैल गई। इसने 14 देशों को प्रभावित किया। 30 मीटर से भी ऊंची लहरें उठीं। लहरें 800km/h की रफ्तार से आगे बढ़ीं और कहर ढा दिया। इस सुनामी के चलते करीब 2.30 लाख लोग मारे गए। इंडोनेशिया, श्रीलंका, भारत और थाईलैंड में भारी नुकसान हुआ। सुनामी के चलते भारत में 10 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। लाखों लोग बेघर हो गए थे।
1883 में क्राकाटोआ ज्वालामुखी सुनामी आई थी। यह इंडोनेशिया में क्राकाटोआ ज्वालामुखी के विस्फोट से पैदा हुई थी। 37 मीटर से भी ऊंची लहरें उठीं थी। करीब 36,000 लोग मारे गए थे।
1868 में पेरू और चिली के तटों पर 8.5 तीव्रता के भूकंप के बाद सुनामी आई थी। लगभग 50 फीट ऊंची लहरें उठी थी। इसके चलते करीब 25 हजार लोग मारे गए थे।
जापान में 11 मार्च 2011 को प्रशांत महासागर में 9.0 तीव्रता का भूकंप आया था। इससे विशाल सुनामी पैदा हुई। 10 मीटर ऊंची लहरों ने जापान के उत्तर-पूर्वी तट को तहस-नहस कर दिया। करीब 18,500 लोग मारे गए। फुकुशिमा परमाणु आपदा हुई। इस परमाणु संयंत्र में समुद्र का पानी घुस गया था। पूरा इलाका रेडियोएक्टिव रूप से प्रदूषित हो गया था। 235 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था।
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1792 में जापान के उन्जेन में भूकंप आया था। इससे सुनामी पैदा हुई। तटीय गांव तबाह हो गए। करीब 15,000 लोग मारे गए। बड़े पैमाने पर घर तबाह हुए थे। इसे जापान में आए सबसे विनाशकारी सुनामी में से एक माना जाता है।
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